जलजमाव का स्थाई समाधान करे निगम, नियमित सफाई की हो पहल
मधुबनी नगर निगम क्षेत्र के श्रीवास्तव मोहल्ले में जलजमाव, जर्जर नाला और पेयजल संकट जैसी समस्याओं के कारण लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम की लापरवाही से मोहल्ले की स्थिति...
मधुबनी। मधुबनी नगर निगम क्षेत्र के श्रीवास्तव मोहल्ले में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। इस मोहल्ले की स्थिति नगर निगम की कार्यप्रणाली और विकास के दावों की पोल खोल रही है। यह मोहल्ला वर्षों से जलजमाव, जर्जर नाला और पेयजल संकट जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है, परंतु प्रशासनिक उदासीनता ने इसे बदहाली की गर्त में धकेल दिया है। शहर में हल्की बारिश होते ही श्रीवास्तव मोहल्ला और इससे सटे कई अन्य इलाकों की सड़कें और गलियां तालाब में तब्दील हो जाती हैं। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण गंदा पानी नहीं निकलता, जिससे लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है।
यह स्थिति खासकर बुजुर्गों, बच्चों और कामकाजी लोगों के लिए अत्यंत कष्टदायक है। इसके अतिरिक्त, मोहल्ले में नल-जल योजना का कार्य भी अधूरा पड़ा है, जिससे लोगों को पीने के साफ पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। स्वास्थ्य और स्वच्छता की दृष्टि से यह स्थिति चिंताजनक है, हैरानी की बात यह है कि नगर निगम इन समस्याओं को लेकर पूरी तरह निष्क्रिय बना हुआ है। नगर निगम के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता ने जनता का भरोसा तोड़ा है। हर साल मानसून के पहले समीक्षा बैठकें और कार्य योजनाओं की बातें होती हैं, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं होता। मोहल्ला में स्ट्रीट लाइट की कोई व्यवस्था नहीं होने से सड़कों पर यात्रा करना मुश्किल भरा है। मानसून में सड़क पर जलजमाव की वजह से अंधेरे में आवागवन करना बड़ी समस्या बनी रहती है। शहर का श्रीवास्तव मोहल्ला इन दिनों बुनियादी सुविधाओं के अभाव का उदाहरण बना हुआ है। इस क्षेत्र की सबसे गंभीर समस्या जलनिकासी की है, जो नगर निगम की लापरवाह कार्यप्रणाली और प्रशासनिक उदासीनता को उजागर करती है। वर्षों से लंबित नाला निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं हो सका, जिससे हल्की बारिश के बाद भी यह क्षेत्र जलमग्न हो जाता है। जलभराव के कारण स्थानीय लोगों को आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। सड़कें गड्ढों और कीचड़ में तब्दील हो चुकी हैं। इस कारण वाहन चालकों को हर पल दुर्घटना का भय सताता है। वहीं, पैदल चलने वालों-विशेषकर महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों-के लिए यह मार्ग असुरक्षित और असहज बन गया है। नियमित सफाई नहीं होने से यह क्षेत्र अब बीमारियों और गंदगी का केंद्र बनता जा रहा है। स्थानीय निवासियों ने कई बार नगर निगम और जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई, लेकिन हर बार आश्वासनों के सिवा कुछ नहीं मिला। यह स्थिति स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि जनता की समस्याएं न तो प्रशासन की प्राथमिकता हैं और न ही जनप्रतिनिधियों की। अब समय आ गया है कि नगर निगम इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान दे और नाला निर्माण जैसे बुनियादी कार्यों को शीघ्र शुरू करे। मोहल्ले की मुख्य समस्याओं पर निगम प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है। जर्जर सड़कों की मरम्मती, अधूरे नाले का निर्माण व नियमित सफाई होना अत्यंत जरूरी है। लोगों का कहना है कि शिकायत करने के बावजूद जमीनी स्तर पर कोई काम शुरू नहीं हुआ। कचरे की दुर्गंध से राहगीरों का निकलना मुश्किल नगर निगम के अधिकारी चाहे जितना दावा कर लें कि मधुबनी शहर में प्रतिदिन सफाई हो रही है, लेकिन वार्ड संख्या 15 की श्रीवास्तव मोहल्ला की हालत इन दावों की पोल खोल कर रख देती है। यहां की जमीनी सच्चाई यह है कि गली में जगह-जगह गंदा पानी भरा रहता है, कूड़ा-कचरा सड़कों पर बिखरा पड़ा है ,और बदबू से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। यह स्थिति सिर्फ एक-दो दिन की नहीं, बल्कि महीनों तक बनी रहती है। खासकर बारिश के मौसम में तो हालात और भी भयावह हो जाते हैं। गली की सड़कें जलजमाव के कारण कीचड़ में बदल जाती हैं और आसपास फैले कूड़े-कचरे से संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। मोहल्लेवासी कई दिनों तक अपने ही घरों में बंद रहने को मजबूर हो जाते हैं, क्योंकि बाहर निकलना मतलब बीमारी को दावत देना होता है। नगर निगम का दावा है कि नियमित सफाई की जा रही है, लेकिन इस गली में न तो कोई सफाईकर्मी नजर आता है, न ही कूड़ा उठाने की कोई व्यवस्था है। यहां के लोग बार-बार शिकायत करने के बाद भी सिर्फ आश्वासन ही पाते हैं। स्ट्रीट लाइट नहीं उचक्के सक्रिय कॉलोनी में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था का अभाव एक गंभीर समस्या बन गया है। जैसे ही सूरज ढलता है, पूरी कॉलोनी घूप अंधेरे में डूब जाती है। इस अंधेरे के कारण न केवल राहगीरों को चलने-फिरने में कठिनाई होती है, बल्कि दुर्घटनाओं और आपराधिक गतिविधियों की भी आशंका बढ़ जाती है। शाम के समय बच्चे खेलना चाहते हैं, बुजुर्ग टहलना पसंद करते हैं और लोग बाजार या काम से लौटते हैं। लाइट नहीं होने से परेशानी होती है।
बोले जिममेदार शहर के समग्र विकास को लेकर नगर निगम निरंतर सक्रिय भूमिका निभा रहा है। नाला और सड़क निर्माण कार्य को प्राथमिकता दी गई है। क्षेत्रीय समस्याओं को ध्यान में रखते हुए संबंधित विभाग ने जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ करने के उद्देश्य से टेंडर प्रक्रिया आरंभ कर दी है। श्रीवास्तव मोहल्ला में लंबे समय से जलजमाव की समस्या है। बरसात के दिनों में स्थिति और भी विकट हो जाती है। लोगों को आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। नगर निगम द्वारा प्रस्तावित नाला एवं सड़क निर्माण कार्य से न केवल इस मोहल्ले की जलनिकासी व्यवस्था सुदृढ़ होगी, बल्कि नागरिकों को आवागमन में हो रही परेशानियों से भी राहत मिलेगी। -अनिल कुमार चौधरी, नगर आयुक्त मधुबनी
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