Critical Infrastructure Deficiency in Agarwa Neighborhood Residents Face Severe Problems अगरवा मोहल्ले की आबादी तीन गुना बढ़ी, नाले व सड़क की सुविधा नदारद, Motihari Hindi News - Hindustan
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अगरवा मोहल्ले की आबादी तीन गुना बढ़ी, नाले व सड़क की सुविधा नदारद

अगरवा मोहल्ला, जो शहर का पॉश क्षेत्र माना जाता है, वहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। कई सड़कें कच्ची हैं, नाले का निर्माण अधूरा है और बरसात में पानी की समस्या से स्थानीय लोग परेशान हैं। इसके कारण...

Newswrap हिन्दुस्तान, मोतिहारीWed, 4 June 2025 12:37 AM
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अगरवा मोहल्ले की आबादी तीन गुना बढ़ी, नाले व सड़क की सुविधा नदारद

शहर का पॉश मोहल्ला कहे जानेवाले अगरवा मोहल्ला में सुविधाओं का घोर अभाव है। सुविधाओं के नाम पर मोहल्ले की आधी सड़कें अभी भी कच्ची है। यहां न तो सड़कों का पीसीसी ना ही कालीकरण हो पाया है। बड़ा मोहल्ला होने के बावजूद यहां आधे से अधिक जगहों पर नाले का निर्माण नहीं हो पाया है। जहां नाले का निर्माण कराया गया है वहां पर स्लैब नहीं लगाया गया । कुछ जगहों पर स्लैब भी हैं तो वह कई वर्षोंं से टूटा पड़ा है। इसके अलावा नाले को बीच मोहल्ला में ही बनाकर छोड़ दिया गया है। इसके कारण कई नाले का पानी मोतीझील तक जाने के बजाए मोहल्ले के सड़कों पर ही बहते रहता है।

इससेे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 2011 की जनगणना के आधार पर परिसीमन कराया गया था। चुनाव के समय इस मोहल्ले की आबादी करीब 4600 थी, जो अब बढ़कर करीब 15 हजार हो गई है। अगरवा में कई नए छोटे-छोटे मोहल्ले बस गए हैं। लेकिन घरों तक जाने के लिए सड़के नहीं है। अगरवा का चिकनी घाट रोड़, ब्रह्मस्थान रोड़, खलका सहित कई नए मोहल्ले बसे हैं। लेकिन इन मोहल्ले के घरों तक जाने के लिए सड़के नादारद है। बरसात के मौसम में चलानी पड़ती है नाव: देवेंद्र तिवारी उर्फ लाल साहब, सुजय दुबे, अखिलेश कुमार सिंह, अमित कुमार, प्रेम सिंह आदि ने बताया कि अगरवा मोहल्ला शहर के बीचो-बीच स्थित है। इसके पूरब व दक्षिण दिशा में मोतीझील बहती है। यह शहर का निचले इलाका है। इसके कारण बरसात के दिनों में सड़कों पर पानी लग जाता है। कई सड़कों पर बरसात के समय नाव चलाना पड़ता है। नाव के सहारे ही लोग बाजार से समान खरीदकर घरों तक जाते हैं। बरसात के आहट से सिहर उठते हैं मोहल्लेवासी:मोहल्ला निवासी धर्मेंद्र कुमार द्विवेदी, शिव कुमार मिश्रा, राजेश्वर महतो, राजेश कुमार गुप्ता, आर्यभट्ट, मो. अलाउद्दीन ने बताया कि बरसात के मौसम में सबसे अधिक परेशानी होती है। वार्ड पार्षद की पहल पर रेलवे लाइन व सड़क के बीच एक पुलिया बनाया गया है। इसके कारण आवागमन सुचारु हो पाया है। लेकिन इसके बावजूद बरसात आने पर चारो तरफ पानी लग जाता है। प्रतिदिन पानी पार कर आना-जाना पड़ता है। लेकिन नगर निगम इसके लिए कोई पहल नहीं कर रहा है। कई वार्ड के नाले का पानी अगरवा मोहल्ला होकर निकलता है मोतीझील में: सुजय दुबे, अखिलेश कुमार सिंह, अमित कुमार, प्रेम सिंह आदि ने बताया कि अगरवा मोहल्ला होकर कई वार्डों का पानी निकलता है। इस मोहल्ला के नालों से सदर अस्पताल, जिला स्कूल, बेलिसराय, श्रीकृष्ण नगर आदि वार्ड का पानी निकलता है। लेकिन नाले का मुहाना वार्ड में ही रहने के कारण लोगों को परेशानी होती है। कई नाले का मोहाना बीच मोहल्ले में ही छोड़ दिया गया है। इसके कारण नाले के पानी के बदबू से लोगों को परेशानी होती है। मच्छरों के प्रकोप से परेशान हैं मोहल्लेवासी: रुपेश कुमार, तुफैल अख्तर, विकास कुमार शर्मा, अरमान आलम, सन्नी कुमार, देवेंद्र तिवारी उर्फ लाल साहब आदि ने बताया कि नाले का सही तरीके से निर्माण नहीं होने के कारण मच्छरों का प्रकोप इस मोहल्ला में काफी अधिक बढ़ गया है। लेकिन नगर परिषद द्वारा यहां फॉगिंग मशीन का इस्तेमाल नहीं कराया जाता है। नाले का स्लैब टूटने से गिर जाती हैं गाड़ियां, लोग हादसे का होते शिकार: शहर के अगरवा मोहल्ला के हरिशंकर शर्मा द्वार से प्रवेश के बाद ट्रांसफाॅर्मर के समीप काफी दूरी तक नाले का स्लैब टूटा हुआ है। इसके अलावा खलका, चिकनी घाट, वीर चौक रोड़ सहित कई जगहों पर नालों का स्लैब काफी दूरी तक टूटा हुआ है। ट्रांसफॉर्मर के समीप नाले के खुले स्लैब के कारण आए दिन चार पहिया वाहन नाले में गिर जाती है। इसके साथ ही गहरा नाला होने के कारण बरसात के समय वाहनों के साइड लेने के दौरान भी नाले में गाड़ियां गिरकर क्षतिग्रस्त हो जाती है। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। शिकायतें: 1. वार्ड 38 के टूटे सड़क सहित कच्ची सड़क का निर्माण नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी होती है। 2. नाले के टूटे स्लैब सहित मोहल्ले के कई नए सड़कों किनारे नाले का निर्माण नहीं होने से लोगों को आवागमन में होती है दिक्कत 3. चिकनी घाट, खलका के अलावा ब्रह्मस्थान एरिया के सड़कों में बरसात के दिनों में होता है भारी जलजमाव 4. निचले(खलका)एरिया में रेलवे लाइन व सड़क के बीच लगे पानी की निकासी वर्षों से नहीं हो रही है। 5. चिकनी घाट रोड में पुलिया के टूटने से चार पहिया वाहन के आने-जाने में परेशानी होती है। सुझाव: 1. मोहल्ले के टूटे नाले का स्लैब ठीक कराया जाए, जिससे कि लोगों की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। 2. नए मोहल्लों में नाला व सड़क का निर्माण कराया जाना आवश्यक है। इससे लोगों आवागमन में सुविधा होगी। 3. ब्रह्म स्थान जानेवाली सड़क सहित उक्त क्षेत्र का विकास किया जाना चाहिए। 4. चिकनी घाट रोड़ में बीच मोहल्ला में नाले के पानी गिरने की समस्या को दूर करते हुए उसे मोतीझील से जोड़ा जाए। 5 निचले(खलका) क्षेत्र में कई वर्षों से जमा नाले के पानी की निकासी के लिए मोतीझील तक नाला का निर्माण कराया जाए। बोले जिम्मेदार: परिसीमन के बाद मोहल्ले की जनसंख्या अब करीब 15 हजार से अधिक है। कई नालों के स्लैब टूटे हुए हैं। इसको लेकर नगर निगम को कई बार जानकारी दी गई है। वार्ड में योजनाओं के चयन के दौरान सतही स्थल पर गए बगैर ही योजना का चयन कर लिया जाता है। इसमें स्थानीय वार्ड पार्षद की सलाह नहीं ली जा रही है। चिकनी घाट, खलका, ब्रह्मस्थान क्षेत्र अभी भी विकास से वंचित है। कई जगहों पर जनसहयोग से कार्य कराया गया है। पम्मी शर्मा, वार्ड पार्षद,वार्ड 38, मोतिहारी

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