जिले के बच्चों के लिए अनुकरणीय बनेगा जिला स्कूल व मंगल सेमिनरी का मॉडल साइंस लैब
मोतिहारी में जिला स्कूल और मंगल सेमिनरी में आईआईटी पटना की देखरेख में भौतिकी और रसायनशास्त्र की मॉडल लैब स्थापित की जा रही है। इन लैबों के संचालन के लिए अतिरिक्त विज्ञान शिक्षकों की नियुक्ति की गई है।...
मोतिहारी, एक प्रतिनिधि शहर का जिला स्कूल व मंगल सेमिनरी प्लस टू वद्यिालय जिले भर के बच्चों के लिए अनुकरणीय व मॉडल बनेगा। इन वद्यिालयों में आईआईटी पटना की देखरेख में भौतिकी व रसायनशास्त्र की मॉडल लैब स्थापित की जा रही है। इस लैब के संचानल के लिए वद्यिालयों में अतिरक्ति वज्ञिान शक्षिकों की प्रतिनियुक्ति की गई है। शक्षिकों ने योगदान देने के साथ ही लैब को विकसित व सुव्यवस्थित करने का काम शुरू कर दिया है।
रसायनशास्त्र की सामग्री भेजी गयी :-
डीपीओ एसएसए हेमचंद्र ने बताया कि जिला स्कूल व मंगल सेमिनरी को मॉडल वद्यिालय बनाना है। इसी दिशा में आईआईटी पटना की देखरेख में दोनों वद्यिालयों में भौतिकी और रसायन की मॉडल लैब स्थापित की जा रही है। संबंधित स्कूलों में रसायन शास्त्र की प्रयोगशाला के लिए जरूरी सामान भेज भी दिया गया है। जबकि भौतिकी की प्रयोगशाला के लिए कमरा तैयार कर दिया गया है, लैब सामग्री आने का इंतजार किया जा रहा है।
दोनों वद्यिालय में दो-दो विशेष शक्षिक भेजे गए :-
मंगल सेमिनरी के प्राचार्य डॉ उमेश कुमार ने बताया सरकार की मंशा है कि वद्यिालय को मॉडल व अनुकरणीय बनाया जाए। इसी उद्देश्य से भौतिकी व रसायनशास्त्र का लैब स्थापित किया जा रहा है। मंगल सेमिनरी में लैब संचालन के लिए दो अतिरक्ति वज्ञिान शक्षिक की प्रतिनियुक्ति की गई है। भौतिकी लैब के लिए अमित रंजन तिवारी व रसायनशास्त्र लैब के लिए ज्ञानेंद्र मणि त्रिपाठी को प्रशक्षिणोपरांत वद्यिालय में भेजा गया है। वही जिला स्कूल में भौतिकी के शक्षिक डॉ विनय कुमार पांडेय व रसायनशास्त्र के शक्षिक जितेंद्र चौधरी की प्रतिनियुक्ति की गई है। प्रतिनियुक्त शक्षिकों को पटना में आईआईटी की ओर से विशेष प्रशक्षिण दिया गया है।
अन्य स्कूलों में साइंस लैब देखने आएंगे वद्यिार्थी :-
जिला स्कूल के विशेष शक्षिक विनय पांडेय ने कहा कि अभ्यास से ही बच्चा परफैक्ट बनता है। नई शक्षिा नीति में भी बच्चों की एनालैटिकल थिंकिंग को बढ़ाने पर विशेष फोकस है। साइंस लैब इसे विकसित करने में मददगार साबित होगा। इस लैब को मॉडल व अनुकरणीय बनाया जाएगा, ताकि जिले के दूसरे वद्यिालयों से भी बच्चे इस मॉडल साइंस लैब को देखने व प्रैक्टिकल करने आएं व उन्हें इसका भरपूर लाभ मिल सके। मॉडल लैब संचालन के लिए पटना में आईआईटी की ओर से विशेष प्रशक्षिण प्रदान किया गया है।
वज्ञिान की बेहतर समझ के लिए प्रैक्टिकल महत्वपूर्ण :-
डीपीओ एसएसए हेमचंद्र ने कहा कि जिले के दोनों अनुकरणीय उच्च वद्यिालयों में मॉडल साइंस लैब स्थापित किया जा रहा है। साइंस लैब से वद्यिालय व जिले के बच्चों को कितना फायदा हुआ इसका आकलन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वज्ञिान को बेहतर तरीके से समझने के लिए सद्धिांत से ज्यादा प्रैक्टिकल महत्वपूर्ण है। अगर स्कूलों की प्रयोगशाला समृद्ध रहेगी तो बच्चे वज्ञिान को प्रभावी तरीके से समझ सकेंगे। देखकर बच्चे अच्छी तरह से समझते हैं। जिले के लिए यह बड़ी बात है कि आईआईटी जैसे बड़े संस्थान स्कूलों में लैब स्थापित करेंगे। स्कूल स्तर पर ही बच्चों को आईआईटी फैकेल्टी के शक्षिकों का सानध्यि मिलेगा। इससे उनके लिए आगे का रास्ता सुगम हो सकेगा।
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