क कचरा उठाकर रोड पर डाला, दिनभर जाम से जूझते रहे लोग
सीवान, हिन्दुस्तान संवाददाता। विभिन्न कृषि योजनाओं की जानकारी दी गई विभिन्न कृषि योजनाओं की जानकारी दी गई विभिन्न कृषि योजनाओं की जानकारी दी गई

सीवान, हिन्दुस्तान संवाददाता। शहरी क्षेत्र में प्रशासन की तमाम सख्ती के बावजूद जाम की समस्या खत्म नहीं हो रही। सड़क के दोनों तरफ अवैध अतिक्रमण व शहर के एक छोर से लेकर दूसरे छोर तक एक भी वाहन स्टैंड नहीं होना जाम का मुख्य कारण बनता जा रहा है। उपर से अनियंत्रित ट्रैफिक व्यवस्था भी जाम के झाम को बढ़ाने का कार्य कर रही है। शहर का थाना रोड हो या रजिस्ट्री कचहरी रोड, स्टेशन रोड हो या अस्पताल रोड या फिर मुख्य मार्ग गोपालगंज मोड़ से लेकर तरवारा मोड़, हर तरफ जाम लगना ही लगना है। जाम को बढ़ाने में नगर परिषद की लचर सफाई व्यवस्था भी कम जिम्मेदार नहीं है।
शहर के कचरा प्वाई्ट्स से निर्धारित समय पर कचरा का उठाव नहीं होने से सुबह 9 बजे के बाद भयंकर जाम लग रहा है। असपताल रोड में दो दिनों से नाले से निकाले गए कचरा को उठाया ही नहीं गया है। यह समस्या किसी एक दिन की नहीं बल्कि प्रतिदिन की बनती जा रही है। जब शहर की दिनचर्या शुरू हो रही, लोग अपने दैनिक कार्यों के लिए घर से निकल रहे, बाजार की गतिविधियां तेज हो रही, हाट-बाजार में लोगों की भीड़ बढ़ रही तब नगर परिषद के सफाई कर्मी जगह-जगह कचरा प्वाई़ट्स से कचरा का उठाव करने पहुंच रहे हैं। इस बीच कचरा प्वाई़ट्स के आस-पास पूरी तरह से कचरा फैल जा रहा है। गोपालगंज के राजेन्द्र नगर से सीवान स्टेशन से गापालगंज लौट रहे राजेंद्र नगर निवासी विनोद कुमार शर्मा ने यातायात पुलिस पर अपना गुस्सा निकालते हुए कहा कि उपर से चिलचिलाती धूप में कचरा सूखने व गीला होने से गंदगी व बदबू से अलग ही परेशानी हो रही है। वहीं उन्की शिक्षिका पत्नी का भी कहना था कि करीब दो घंटे से वे लोग अस्पताल मोड़ से चकिया मोड़ तक आ पाए हैं। अब तो इधर से निकलने की भी कोई राह नहीं है। न जाने कबतक परेशानी उठानी पड़ेगी। बहरहाल, शहर में जाम छुड़ाने में विफल प्रशासन की उदासीनता के कारण लोग सोमवारी जाम में पूरे दिन खूब फंसते रहे। नाला उड़ाही के दौरान जगह-जगह नाले की गंदगी उठाकर बीच सड़क पर रखने से लोगों का उस रास्ते से गुजरना मुश्किल हो गया था। सुबह में बारिश होने से नाला का मलवा गीला होकर सड़क पर फैल गया। जाम में फंसे कई सारे लोग मलवा पार करने के क्रम में उसमें गिरते-पड़ते भी रहे, लेकिन नगर परिषद या जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं गया। सीवान शहर में जाम की समस्या अब आम जनजीवन के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी है। खासकर , अस्पताल रोड , थाना रोड, महादेवा रोड, दक्खिन टोला, फायर स्टेशन चौक, जेपी चौक और बबुनिया मोड़ जैसे मुख्य मार्गों पर दिनभर ट्रैफिक की भारी भीड़ देखी जाती है। स्कूल-कॉलेज, अस्पताल, बैंक और बाजार आने-जाने वाले लोगों को रोज घंटों तक जाम में फंसे रहना पड़ता है। जाम की सबसे बड़ी वजह अनियंत्रित वाहन संचालन और अतिक्रमण है। फुटपाथ पर दुकानों का कब्जा, सड़कों के किनारे पार्किंग और ऑटो-रिक्शा का मनमाना स्टॉप लोगों की परेशानी बढ़ा रहा है। इसके अलावा, ट्रैफिक पुलिस की लचर व्यवस्था और सख्ती की कमी से हालात और भी बदतर हो गए हैं। वाहनों की गलत पार्किंग से चौराहों पर अव्यवस्था बनी रहती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक प्रशासन ठोस कदम नहीं उठाएगा, तब तक यह समस्या यूं ही बनी रहेगी। कई बार जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया, लेकिन वह स्थायी समाधान नहीं दे पाया। एक समन्वित योजना की जिसमें सड़कों को चौड़ा किया जाए, पार्किंग की समुचित व्यवस्था हो, अतिक्रमण पर सख्ती से कार्रवाई की जाए और ट्रैफिक पुलिस को और सक्रिय बनाया जाए। सीवान जैसे तेजी से विकसित हो रहे शहर में ट्रैफिक प्रबंधन को प्राथमिकता देना अब समय की मांग है, ताकि आम लोगों को राहत मिल सके और शहर की रफ्तार बनी रहे। ट्रैफिक इंस्पेक्टर का कहना है शहर के अस्पताल रोड में नाले का कचरा साफ कर रोड पर ही रख दिए जाने से रोड संकरा हो गया है। इससे लोगों का वाहनों से गुजरना मुश्किल हो जा रहा है। जाम होने पर किसी तरह से हटवाया जा रहा हैलेकिन नगर परिषद की ओर से सहयोग नहीं मिलने के कारण अक्सर इस रोड में जाम की समस्या प्रबल हो जा रही है। इस संबंध में वरीय पदाधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है। अभय नंदन , ट्रैफिक इंस्पेक्टर
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