जर्जर सड़क, दूषित पानी व जाम नाले से मिले मुक्ति, खुलेगी तरक्की की राह
मोतिहारी के वार्ड 46 के लोग नगर निगम में शामिल होने के बाद भी विकास की कमी से परेशान हैं। यहां बुनियादी सुविधाएं जैसे सड़क, सीवर और पानी की सप्लाई नहीं है। कृषि योग्य भूमि पर टैक्स के बढ़ने से किसान...
मोतिहारी शहर के वार्ड - 46 स्थित बसवरिया में करीब एक हजार घर व छह हजार से अधिक की आबादी है। यहां के लोगों का मुख्य पेशा कृषि है। यहां के लोगों का कहना है कि जब इस पंचायत को नगर निगम में शामिल किया गया, तो खुशी का ठिकाना नहीं था। उन्हें लगने लगा था कि अब शहरी सुविधाएं मिलने लगेंगी लेकिन जल्द ही ये खुशियां काफ़ूर हो गयीं। नगर सरकार गठन के तीन वर्ष बाद भी वार्ड में विकास का कोई काम नहीं होता देख यहां के नागरिक निराश हैं। जिस तेजी से आबादी बढ़ रही है, उस अनुपात में विकास नहीं हो सका है। मोहल्ले के लोग सड़क, सीवर, स्ट्रीट लाइट व साफ-सफाई जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं।
कृषि भूमि पर टैक्स लगने से बढ़ी परेशानी
किसान श्री एवं जिला आत्मा व बागवानी विकास समिति के सदस्य ललन कुमार शुक्ला, पैक्स अध्यक्ष संजय कुमार शुक्ला, राज कुमार शुक्ला, रमाकांत शुक्ला, पवन कुमार शुक्ला, रामकिशोर शुक्ला व बीरेन्द्र सिंह कहते हैं कि नगर निगम में शामिल होने से यहां के किसानों को काफी नुकसान हुआ है। होल्डिंग टैक्स के अलावा बंजर व खाली पड़ी जमीन के साथ-साथ कृषि योग्य भूमि पर भी नगर निगम को टैक्स देना होगा। यहां के लोगों की जीविका कृषि पर आधारित है। किसान खेतीबाड़ी कर मुश्किल से अपना जीवन-यापन कर रहे हैं। ऐसे में अधिकांश किसान टैक्स भरने में सक्षम नहीं हैं। इनका कहना है कि कृषि योग भूमि को टैक्स फ्री किया जाना चाहिए।
जमीन की वैल्यूएशन बढ़ी पर कीमत नहीं
यहां के लोगों का कहना है कि पहले लोग जमीन बेचकर लड़की की शादी-विवाह कर लेते थे। नगर निगम में शामिल होने के बाद जमीन का वैल्यूएशन बढ़ जाने से अब जमीन के खरीदार नहीं मिल रहे हैं। जितनी जमीन की कीमत नहीं है, खरीदार को उससे अधिक निबंधन शुल्क देना पड़ रहा है। इसके चलते लोग जमीन खरीदने से इनकार कर रहे हैं। नतीजा बेटियों की शादियां कैंसिल हो रही हैं। नगर निगम में शामिल होने के बाद पैक्स संचालन पर भी संशय बना हुआ है। पैक्स के माध्यम से कृषि उत्पादों की बक्रिी होने पर किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल पाता है। अगर पैक्स का संचालन बंद हो जाये तो किसानों को इसका बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा।
पीसीसी सड़क व नाले का नहीं हुआ निर्माण
नगर निगम में शामिल होने के बावजूद इस मोहल्ले की दशा व दिशा में कोई सुधार नहीं हुआ है। सप्ताह में एक-दो दिन झाड़ू लगने के सिवा अभी तक विकास का कोई काम नहीं हुआ है। बरसात का मौसम आनेवाला है। बरसात के मौसम में बसवरिया की सड़कें पानी में डूब जाती हैं। बसवरिया स्कूल चौक के पास हल्की बारिश में ही जलजमाव हो जाता है। वहीं महेश शुक्ला के घर से श्याम सुंदर शुक्ल के घर तक तथा श्याम सुन्दर शुक्ल के घर से बबलू शुक्ल के घर तक कच्ची सड़क है। हल्की बरसात में यह सड़क कीचड़ से भर जाती है। जिसके चलते आमलोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। सड़क के दोनों तरफ घनी आबादी हैं। मोहल्ले में नत्यि नये मकान बन रहे हैं। पर नाला का नर्मिाण नहीं कराया गया है। नाला का नर्मिाण नहीं होने से बस्ती के घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़क पर बहता है। जिससे राहगीरों को परेशानी होती है।
शिकायतें
1.मोहल्ले में नलजल की रिपेयरिंग नहीं होने के कारण लोग दूषित पानी का सेवन करने को मजबूर हैं। तीन वर्ष से सप्लाई बंद है।
2. नाले की सफाई नहीं होती है, जिससे नाला जाम है। पानी की निकासी बाधित होने से गंदा पानी सड़कों पर आ जाता है।
3. स्ट्रीट लाइट नहीं होने से मोहल्ले में रातभर भय का माहौल कायम रहता है। घर वालों को रतजगा करना पड़ता है।
4. बरसात के मौसम में जलजमाव की समस्या बनी रहती है। इससे पैदल यात्रियों को काफी परेशानी होती है।
5. नाले का नर्मिाण नहीं होने से बरसात में जलनिकासी की समस्या रहती है। महीनों सड़क पर जलभराव की समस्या बनी रहती है।
सुझाव
1.दूषित पेयजल से लोग बीमार हो रहे हैं। ऐेसे में नलों से पानी की सप्लाई होने लगे तो काफी हद तक परेशानी कम हो जाएगी।
2. जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नाले का नर्मिाण जरूरी है। सड़क के साथ स्लैबयुक्त नाले का नर्मिाण कराया जाय।
3. घरों के आसपास लटक रहे बिजली के तारों को हटाया जाय। सड़क पर बिजली का पोल है, जिसे किनारे किया जाय।
4. बसवरिया मोहल्ले में कच्ची सड़क की जगह पीसीसी सड़क का नर्मिाण हो। जलनिकासी के लिए नाले का नर्मिाण कराया जाय।
5. मोहल्ले में सभी खंबों पर स्ट्रीट लाइट लगे। इससे रात में अंधेरा दूर हो सकेगा तथा चोर-उचक्कों से सुरक्षा मिलेगी।
बोले जिम्मेदार
वार्ड में करीब 2000 फीट में पीसीसी सड़क व नाला का नर्मिाण कराया गया है। वार्ड की कई गलियों में पीसीसी सड़क का नर्मिाण प्रस्तावित है। स्ट्रीट लाइट लगाने तथा दलित बस्ती में सार्वजनिक शौचालय नर्मिाण के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। नलजल की रिपेयरिंग कराने के लिए पीएचईडी विभाग को लिखा गया है। बैठक में भी इस मुद्दे को उठाया गया था।
मनीषा कुमारी, वार्ड पार्षद
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