भविष्य में रेलकर्मी के साथ साथ रोबो भी करेंगे काम: कुलपति
किया जमालपुर वर्कशॉप का निरीक्षण भारतीय रेल की ऐतिहासिक धरोहर है जमालपुर वर्कशॉप व इरिमी, जमालपुर। निज प्रतिनिधि देश के मनानीय पीएम नरेंद्र मोदी और

जमालपुर। निज प्रतिनिधि देश के मनानीय पीएम नरेंद्र मोदी और माननीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव जो कहते हैं, वो धरातल पर करते हैं। बीते दिनों रेलमंत्री जमालपुर आए थे, तथा यहां से लौटने के बाद रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली द्वारा मुझे याद किया गया। मुझे टास्क दिया गया कि इरिमी जमालपुर और वर्कशॉप का इतिहास गौरवमयी रहा है, लेकिन अब सुनहरा कल के लिए इन दोनों को संवारना है। यह बातें गुजरात, बडोदरा गतिशक्ति विश्वविद्यालय (जीएसवी) के वाइस चांसलर प्रो. डॉ. मनोज चौधरी ने बुधवार को अपने एक दिवसीय दौरे के क्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि यहां मेक इंन इंडिया के तहत कौशल विकास प्रशिक्षण के लिये इरिमी में वर्ष 2026 में नन रेलवे का नामांकन देना है, तथा उसे प्रशिक्षित कर रोजगार का सृजन कराना भी है।
इसमें विशेषकर मुंगेर के युवाओं को पहले मौका दिया जाएगा। वहीं कई नई कंपनियां व फैक्ट्री को भी इरिमी से टैग किया जाएगा। नई तकनीकी के तहत कारखाना में होगा काम: उन्होंने कहा कि जमालपुर वर्कशॉप में वर्तमान कार्य के अलावा वर्कलोड बढ़ाने तथा देश की मौजूदा मांग को देखते हुए नई तकनीकी के तहत कारखाना में वेल्डिंग, न्युमेटिक्स, हाइड्रोलिक्स और मैकेट्रोनिक्स पर काम करने की नीतियां बनानी है। इसके लिए दोनों जगहों पर नई इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण की आवाश्यकता होंगी। उन्होंने कहा कि दुनिया अब रोबो की ओर अग्रसर है। कारखाना और इरिमी में विविध कार्यों की भेजी जाएगी रिपोर्ट: वेल्डिंग से लेकर न्युमेटिक्स, हाइड्रोलिक्स और मैकेट्रोनिक्स कार्य भी मानव और रोबो कर रही है। जमालपुर कारखाना में भी वो दिन दूर नहीं, जब रेलकर्मियों के साथ साथ रोबोट भी काम करते नजर आएंगे। उन्होंने कारखाना और इरिमी में विविध कार्यों से अवगत हुए हैं, तथा इसकी वर्तमान रिपोर्ट तैयार कर रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली भेजी जाएगी। साथ ही नई नीतियों के तहत नई प्लांनिंग पर कार्य होंगे। इधर, कुलपति इरिमी के डीन अनिल कुमार द्विवेदी, मुख्य कारखाना प्रबंधक विनय कुमार कुमार वर्णवाल सहित अन्य अधिकारियों के साथ हेरीटेज संग्राहलय का निरीक्षण किया, यहां द्वितीय विश्व युद्ध में बनाए गए बम सहित पौराणिक मॉडल, दस्तावेजों का अवलोकन कर भारतीय रेलवे की इतिहास को करीब से जाना। इरिमी के ऑडिटोरियम भवन में आयोजित सभा को किया संबोधित: इसके बाद क्रेन शॉप, बीटीसी शॉप का निरीक्षण कर शॉपकर्मियों से भी मुलाकात की। कुलपति ने इरिमी के ऑडिटोरियम भवन में आयोजित सभा को संबोधित किया। उन्होंने गतिशक्ति विश्वविद्यालय, बडोदरा गुजरात पर प्रकाश डाला। तथा कहा कि इसके कुलाधिपति केंद्रीय रेलमंत्री अविश्नी वैष्णव हैं। तथा इसकी स्थापना 3 साल पहले 2022 में की गयी थी। गतिशक्ति विश्वविद्यालय पूर्व में राष्ट्रीय रेल व परिवहन संस्थान था। यहां अब प्रौद्योगिकी स्ट्रीम के लिए बीटेक, सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस, एविएशन इंजीनियरिंग सहित अन्य का प्रशिक्षण दिया जाता है। मौके पर इरिमी के वरिष्ठ आचार्य जर्नाधन प्रसाद, आरएसटी प्रसन्नजीत कुमार, आचार्य प्रशासन पंकज कुमार, आचार्य ट्रेन सेट सिद्धार्थ शंकर, डिप्टी प्रोडक्शन डॉ. अभ्युदय सहित अन्य मौजूद थे।
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