लीची के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार कृतसंकल्पित : उपमुख्यमंत्री
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार की लीची की अंतरराष्ट्रीय पहचान है। सरकार इसके संवर्द्धन और निर्यात को बढ़ावा देने में लगी है। उन्होंने वैज्ञानिकों से प्रसंस्करण इकाइयों की...
मुशहरी, हिन्दुस्तान संवाददाता। उपमुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार की लीची की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक विशिष्ट पहचान है। इसके संवर्द्धन एवं निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है। वे शनिवार को राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र मुशहरी में वैज्ञानिकों व अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान बोल रहे थे। इस दौरान वैज्ञानिकों से प्रसंस्करण इकाइयों की कार्यप्रणाली और बाजार की संभावनाओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इन उत्पादों के माध्यम से किसानों को अतिरिक्त आमदनी के अवसर मिल सकते हैं। केंद्र द्वारा लीची की उन्नत किस्मों के विकास, रोग प्रतिरोधक तकनीकों और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
लीची से बने प्रसंस्कृत उत्पादों जैसे लीची जूस, जैम, स्क्वैश और अन्य वैल्यू-एडेड उत्पादों का अवलोकन किया। इस मौके पर केंद्र के निदेशक डॉ. विकास दास, वैज्ञानिक डॉ. विनोद कुमार, डॉ. अभय कुमार, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. अंकित कुमार, डॉ. इप्सिता सामल, डॉ. भाग्या विजयन, श्याम पंडित सहित केंद्र के सभी कर्मी उपस्थित थे। बीज प्रसंस्करण संयंत्र का किया उद्घाटन : इससे पहले रोहुआ गांव स्थित जिला कृषि प्रक्षेत्र में उपमुख्यमंत्री ने टीपीएच क्षमता के बीज प्रसंस्करण संयंत्र का उद्घाटन किया। इस मौके पर पंचायतीराज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता, कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, बिहार राज्य बीज निगम के प्रबंध निदेशक निर्मल कुमार, कृषि निदेशक नितिन कुमार सिंह, बामेती पटना के निदेशक डॉ. धनंजय पति त्रिपाठी, डीएम सुब्रत कुमार सेन सहित पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।
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