दोहरे हत्याकांड : मुशहरी के चार राजस्व कर्मियों से स्पष्टीकरण
मुजफ्फरपुर में 14 मई को जावेद फारूकी और राजू साह की हत्या के मामले में डीएम ने चार राजस्व कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा है। पुलिस रिपोर्ट में कहा गया है कि ये कर्मी मृतकों के संपर्क में थे। डीएम ने...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। मिठनपुरा थाना अंतर्गत जिला स्कूल के गेट के पास बीते 14 मई को जावेद फारूकी और उसके साथी राजू साह की हत्या में मुशहरी अंचल के चार राजस्व कर्मियों से डीएम ने स्पष्टीकरण मांगा है। एसडीपीओ टाउन वन की जांच रिपोर्ट और एसएसपी के पत्र के आधार पर डीएम ने चारों से पूछा है कि स्पष्ट करें कि अवैध दाखिल खारिज एवं भूमि सुधार संबंधित कार्यों में अवैध क्रियाक्लाप और गंभीर लापरवाही बरतने के लिए क्यों नहीं प्रपत्र क गठित किया जाए। पुलिस की रिपोर्ट में कहा गया है कि चारों राजस्व कर्मी लगातार मोबाइल कॉल पर मृतकों के संपर्क में रहे हैं।
डीएम ने हत्याकांड में सरकारी कर्मियों की संलिप्तता के बिंदू पर भी गहन जांच के निर्देश दिए हैं। डीएम ने मुशहरी अंचल के राजस्व कर्मी राजू कुमार, विरेंद्र राम, अंगद कुमार और बिट्टू कुमार को प्रपत्र क गठित करने की चेतावनी के साथ से स्पष्टीकरण मांगा है। डीएम ने इसमें कहा है कि जिला स्कूल के गेट के पास हुई हत्याकांड के मामले में मृतक जावेद के साथ मुशहरी अंचल के सरकारी कर्मियों की संलिप्तता की बात सामने आई है। इसकी जांच के लिए एसएसपी को डीएम ने पत्र लिखकर प्रतिवेदन की मांग की गई थी। विभागीय स्तर पर भी मामले में सरकारी कर्मियों की संलिप्तता की जांच के लिए टीम गठित की गई। एसडीपीओ टाउन-1 सीमा देवी ने एसएसपी के माध्यम से जांच रिपोर्ट समर्पित की है। इसमें बताया गया है कि मृतक जावेद की स्कूटी और कार्यालय से राजस्व एवं भूमि सुधार से संबंधित कई दास्तावेज मिले हैं। साथ ही कॉल डिटेल से स्पष्ट है कि चारों राजस्व कर्मियों के अलावा मुशहरी अंचल में तैनात सरकारी कर्मियों से लगातार उसकी बातें होती रही हैं। जो पूरे मामले में सरकारी कर्मियों की स्थिति को संदिग्ध बनाता है। रिपोर्ट मिलने बाद डीएम ने सभी स्पष्टीकरण मांगते हुए कहा है कि इससे प्रशासन की छवि धूमिल हुई है और कई तरह के सवाल खड़े हुए हैं। यह अत्यंत ही खेदजनक है। इसलिए स्पष्टीकरण समर्पित करें कि क्यों नहीं राजस्व एवं भूमि सुधार संबंधित कार्यों में अवैध संलिप्तता, गंभीर लापरवाही और अनुशासनहीनता बरतने के लिए प्रपत्र क गठित किया जाए। कॉल डिटेल में अधिकारियों से भी लगातार बातचीत के साक्ष्य : पुलिस ने मृतक जावेद और राजू के मोबाइल कॉल की पड़ताल की तो स्पष्ट हुआ कि मुशहरी अंचल और शहर में स्थित राजस्व एवं भूमि सुधार से जुड़े कार्यालयों के अधिकारियों से उसकी बातें होती थीं। हर दिन लंबी बातचीत जावेद और राजू के नेटवर्क से जुड़े अधिकारियों की पोल खोल रही है। ईओयू जावेद व राजू से जुड़े अधिकारियों और राजस्व कर्मियों को जांच के रडार पर रखा था। इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से भी जांच की जा रही थी। इसी बीच जावेद व राजू की हत्या कर दी गई। उसकी पत्नी ने एफआईआर में स्पष्ट किया है कि घटना के वक्त राजस्व कर्मचारी वीरेंद्र राम, राजू कुमार और मुशहरी अंचल के बड़ा बाबू शशि कुमार के साथ चाय पीने गए थे। जहां पर बाइक से आए दो अपराधियों ने जावेद और उसके साथी राजू को गोलियों से भून दिया था।
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