महाबरा घाट पर दो साल में बनेगा पुल, 40 गांवों को होगा फायदा
नवादा/गोविंदपुर, हिसं/एसं।जिले के गोविंदपुर प्रखंड अंतर्गत सकरी नदी के महाबरा घाट पर बहुप्रतीक्षित पुल निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

नवादा/गोविंदपुर, हिसं/एसं। जिले के गोविंदपुर प्रखंड अंतर्गत सकरी नदी के महाबरा घाट पर बहुप्रतीक्षित पुल निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। महाबरा घाट पर दो साल में पुल का निर्माण हो जाएगा। इस पुल से 40 गांवों के एक लाख लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी। प्रगति यात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने नवादा के दौरे के क्रम में इस पुल के निर्माण की घोषणा की थी। अब शीघ्र ही योजना के जमीन पर उतर आने की उम्मीद जग गयी है। इस पुल के निर्माण के बाद गोविंदपुर बाजार तक आना-जाना आसान हो जाएगा। खास कर बारिश के दिनों में बड़ी सहूलियत होगी।
गोविंदपुर प्रखंड की कुल दस पंचायतों में से सरकंडा और डुमरी पंचायतें सकरी नदी के उस पार स्थित हैं जबकि इसी इलाके के समीपस्थ झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र कनीकेंद्र,भादली, पचौड़ी, मीरगंज, बजनिया, मोदीडीह, माधोपुर, दाब आदि के लोगों का मुख्य बाजार भी गोविंदपुर ही है। इस पुल से रोह प्रखंड के भी एक-दो इलाकों का आवागमन सहज हो जाएगा। इन इलाकों के लोगों को सामान्य दिनों में पैदल आने-आने में जहां डेढ़ किमी की दूरी तय करनी पड़ती है, वहीं बारिश के दिनों में सकरी नदी में पानी आ जाने पर यह दूरी 25 किमी का घुमावदार हो जाता है, जो उनके लिए कष्टकारी और व्ययसाध्य बन जाता है। इस पुल का निर्माण हो जाने से सीधे-सीधे इन इलाकों के लोगों को लाभ मिलेगा। निर्माण कम्पनी ने शुरू कर दिया है स्थल का समतलीकरण झारखंड के देवघर स्थित हरदेव कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस पुल के निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कम्पनी ने गुरुवार से निर्माण स्थल पर कैंप स्थापित करने की पहल शुरू कर दी है। इस क्रम में कम्पनी के जेसीबी मशीन द्वारा आम्बेडकर नगर स्थित चिह्नित स्थल पर झाड़ियों की सफाई कर भूमि को समतल किया गया। कंपनी के मुंशी वीरेंद्र यादव ने बताया कि कैंप की स्थापना का कार्य प्रारंभ हो चुका है और यहीं पर पुल निर्माण से संबंधित सभी प्रकार की सामग्री और वाहन रखे जाएंगे। साथ ही निर्माण से जुड़े सभी कर्मचारी इसी स्थल पर निवास करेंगे। सूत्रों के अनुसार, पुल और संपर्क पथ की कुल लंबाई 1550 मीटर होगी। महाबरा घाट पर बनने वाला यह पुल 600 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा होगा, जिसमें 20 पिलर होंगे। पुल के दोनों ओर बनने वाले संपर्क पथ को पक्की सड़क (कालीकरण) के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसकी चौड़ाई 5.5 मीटर (लगभग 18 फीट) होगी। कई इलाके जुड़ जाएंगे सीधे-सीधे, बढ़ेगा सरोकार-कारोबार इस पुल के बन जाने से गोविंदपुर पंचायत और सरकंडा पंचायत के बीच जहां सीधा संपर्क स्थापित हो जाएगा, वहीं झारखंड के समीपवर्ती इलाकों से भी सरोकार के साथ ही कारोबार भी बढ़ जाएगा। वर्तमान में सकरी नदी पार करना, विशेष रूप से बरसात के मौसम में ग्रामीणों के लिए अत्यंत कठिन हो जाता है। चिरस्थायी समस्या के समाधान की पहल के तहत पुल निर्माण के शुरू हो जाने से स्थानीय लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। ग्रामीण वर्षों से इस पुल की मांग कर रहे थे और अब उन्हें उम्मीद की नई किरण दिख रही है। आसपास के 40 गांवों के एक लाख लोगों को तब आवाजाही में सुविधा मिलेगी। सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह होगा कि स्थानीय लोगों के झारखंड की सीमा तक पहुंचने में लगने वाला समय भी काफी कम हो जाएगा क्योंकि झारखंड से कारोबार क्षेत्र के लोगों की जरूरत बन कर रह गयी है। यातायात, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार को मिलेगा नया बल स्थानीय ग्रामीणों का मानना है कि इस पुल से न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यापारिक गतिविधियों को भी नया जीवन मिलेगा। गोविंदपुर बाजार, स्कूल, ब्लॉक, थाना और अस्पताल जैसे आवश्यक संस्थानों तक पहुंचना सभी के लिए आसान हो जाएगा। पुल बनते ही ऑटो, ई-रिक्शा जैसे छोटे वाहनों के माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे। एक बड़ी आबादी की गोविंदपुर बाजार पर निर्भरता बढ़ेगी तो व्यापारिक गतिविधियों को नई ऊंचाई मिल सकेगी। पुलिस और प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी लाभदायक गोविंदपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सभी दस पंचायतों गोविंदपुर, विशुनपुर, बनिया विगहा, सरकंडा, डुमरी माधोपुर, सुघड़ी, भवनपुर, बकसोती और बुधवारा की सुरक्षात्मक व्यवस्था काफी दमदार हो जाने की भी उम्मीद है। पुल का निर्माण हो जाने के बाद पुलिस और प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी एक मजबूती मिलेगी। गश्ती आदि बढ़ेगी और किसी आपातकालीन सूचना पर पुलिस की पहुंच त्वरित हो सकेगी, जो हर लिहाज से फायदेमंद रहेगा। वर्तमान में पुल के अभाव में पुलिस को भी घटनास्थलों तक पहुंचने में कठिनाई होती है। पुल निर्माण से पुलिस और प्रशासन के लिए भी समय पर कार्रवाई और निगरानी संभव हो सकेगा। क्षेत्रीय लोगों में दिख रहा है भारी उत्साह इस क्षेत्र के लोग मानते हैं कि महाबरा घाट पर पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाना इस क्षेत्र के लिए विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। यह न केवल भौगोलिक दूरी को कम करेगा बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास को भी गति देगा। क्षेत्र के लोगों को लंबे समय से जिस सुविधा का इंतजार था, वह अब हकीकत बनने की ओर अग्रसर है।
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