रीमा हत्याकांड का खुलासा, हत्यारोपित आशिक समेत सात गिरफ्तार
नवादा/हिसुआ, हिप्र/निसंनवादा की हिसुआ पुलिस ने रीमा अपहरण व हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने शव की पहचान होने के 24 घंटे में तकनीकी सर्विलांस व मानवीय इंटेलिजेंस की मदद से रीमा के हत्यारोपित...

नवादा/हिसुआ, हिप्र/निसं नवादा की हिसुआ पुलिस ने रीमा अपहरण व हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने शव की पहचान होने के 24 घंटे में तकनीकी सर्विलांस व मानवीय इंटेलिजेंस की मदद से रीमा के हत्यारोपित आशिक समेत सात आरोपितों को अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपित आशिक ने बड़ी बेरहमी से 16 वर्षीया रीमा की गला दबाकर हत्या कर दिया था। हत्या के बाद उसने इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की। उसने अपने फूफा व फुआ तथा दोस्तों की मदद से हत्या के बाद रीमा के शव को रेलवे ट्रैक के किनारे ठिकाने लगाया और वहां से भाग निकले।
शव मिलने व शिनाख्त होने के बाद हिसुआ पुलिस एक्शन में आयी और आरोपितों की गिरफ्तारी की गयी। छापेमारी में हिसुआ एसएचओ अनिल कुमार सिंह व डीआईयू की टीम के अलावा कई पुलिस पदाधिकारी शामिल थे। इन्हें किया गया गिरफ्तार गिरफ्तार किये गये आरोपितों में नरहट थाने के राहुल नगर के जयराम राजवंशी का बेटा आशिक कुमार, उसकेा फूफा अकबरपुर थाना क्षेत्र के कुलना निवासी मुकेश कुमार और फुआ इंदु देवी तथा राहुल नगर के रंजीत रविदास का बेटा राजाराम रविदास, प्यारेचंद रविदास का बेटा राजू कुमार, सुनील रविदास का बेटा कालू रविदास व मोहन कुमार शामिल हैं। 20 मई की सुबह कर दी हत्या सदर एसडीपीओ-01 हुलास कुमार व हिसुआ एसएचओ अनिल कुमार सिंह ने हिसुआ थाने में पत्रकारों के समक्ष पूरे मामले का खुलासा किया। अधिकारियों ने बताया कि हिसुआ थाना क्षेत्र के बेलारू गांव के निवासी कारू रविदास की बेटी रीमा कुमारी का नरहट के राहुल नगर निवासी जयराम राजवंशी के बेटे और दो बच्चों के बाप आशिक कुमार ने 15 मई को अपहरण कर लिया था। आशिक उसे लेकर बंगलुरु चला गया। जहां वह एक निजी कम्पनी में पिछले तीन वर्षों से काम करता था और अपने फुआ व फूफा के साथ रहता था। किसी बात को लेकर विवाद में आशिक ने 20 मई की सुबह फुआ व फूफा के कमरे पर ही रीमा की हत्या कर दी। दबाव बनाकर शव को लगाया ठिकाने हत्या के बाद शातिर आशिक ने रीमा की हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की और कमरे में लगे खिड़की के शीशे को भीतर से ही तोड़ दिया। मानो रीमा ने कमरा बंद कर आत्महत्या की और वह शीशा तोड़कर खिड़की के रास्ते भीतर कमरे में आया। इसके बाद उसने अपने दोस्तों को बुलाया और उन पर रीमा की हत्या को आत्महत्या मानने का दबाव बनाया। साथ ही उन्हें तथा अपने फुआ व फूफा को शव ठिकाने लगाने में सहयोग करने के लिए भी कहा। कहा तो यह भी जा रहा है कि उसने ऐसा नहीं करने पर अपने दोस्तों को भी रीमा की हत्या मामले में फंसा देने की धमकी दी। आशिक ने कहा कि वह तो जाएगा ही, उन्हें भी साथ लेकर जाएगा। रात में शव को लगाया ठिकाने आशिक ने रीमा के शव को एक ट्रॉली बैग में पैक किया और 20 मई की रात ओला कार से लेकर अपने दोस्तो संग चांदपुरा रेलवे स्टेशन के समीप सुनसान जगह पर उतरा। कार चालक को शक भी हुआ, परंतु उसने पैसे देकर कार चालक को वहां से चलता कर दिया। इसके बाद वह स्टेशन के समीप रेलवे ट्रैक के किनारे ट्रॉली को फेंक कर वहां से भाग निकला। वह वहां से कोयम्बटूर आ गया। यूपीआई से मंगाये घर से पैसे आशिक व उसके सभी दोस्त तथा फुआ व फूफा सभी लोग वहां से 20 मई की देर रात कोयम्बटूर से ट्रेन पकड़कर हिसुआ के लिए निकल पड़े। इससे पहले इनमें से कई लड़कों ने अपने घरों में फोन कर यूपीआई से पैसे मंगाये और टिकट लिया। बताया जाता है कि सभी लोग 23 मई को अपने-अपने घर पहुंच गये और छुप-छुपाकर रह रहे थे। 24 को हुआ रीमा की हत्या का खुलासा बंगलुरु की सूर्यनगर थाने की पुलिस ने 21 मई को शव बरामद किया। इस बीच 23 मई को रीमा के पिता ने हिसुआ थाने में उसके अपहरण का मामला दर्ज कराया। दर्ज हिसुआ थाना कांड संख्या- 297/25 में आशिक को आरोपित किया गया था। इधर, 24 मई को परिजनों को सोशल मीडिया से बंगलुरु में एक लड़की का शव मिलने की जानकारी मिली। परिजन हिसुआ थाने पहुंचे और पुलिस ने सूर्यनगर पुलिस से संपर्क किया। शव के फोटो व घटनास्थल आदि की फुटेज व कपड़े से परिजनों ने शिनाख्त की। इसके बाद हिसुआ पुलिस के साथ परिजन सूर्यनगर थाने निकले। 29 मई को शव की पहचान की और वहां से अंतिम संस्कार कर हिसुआ के लिए निकल गये। बंगलुरु में चलेगा मामला,सौंपे गये आरोपित इधर, बंगलुरु की सूर्यनगर पुलिस शनिवार को हिसुआ थाना पहुंची। हिसुआ पुलिस ने सूर्य नगर थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर संजीव महाजन को सभी आरोपितों को सौंप दिया। इन सभी पर हत्या का मामला सूर्यनगर थाने में चलेगा। सूर्यनगर में इस मामले में पुलिस के बयान पर हत्या का मामला 21 मई को सूर्यनगर थाना कांड संख्या- 218/25 दर्ज है। सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर पुलिस बंगलुरु ले जाने की तैयारी कर रही है। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए हिसुआ पुलिस छापेमारी कर रही है। चार जगहों पर मिले हैं चोट के निशान बंगलुरु पुलिस के मुताबिक मृतका के शरीर पर कई जगहों पर गंभीर चोट के निशान मिले हैं। उसकी गर्दन की हड्डी टूटी हुई पायी गयी है। पेट व अन्य जगहों पर भी चोट के निशान पाये गये हैं। पोस्टमार्टम में प्राइवेट पार्ट पर भी जख्म पाये गये हैं। वर्जन रीमा के अपहरण व हत्या मामले में मुख्य आरोपित समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मृतका के शरीर पर तथा प्राइवेट पार्ट पर भी चोट के गहरे निशान हैं। आरोपितों को बंगलुरु पुलिस को सौंप दिया गया है। प्राथमिकी पहले सूर्यनगर थाने में दर्ज की गयी है। इसलिए इन सभी पर वहीं अपहरण व हत्या का मामला चलेगा। ------------ हुलास कुमार, नवादा सदर एसडीपीओ-01
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