Severe Traffic Jam Crisis in Hisua Local Authorities Inaction Causes Public Frustration हिसुआ : जाम की समस्या विकराल, नहीं बन रही समाधान की बात , Nawada Hindi News - Hindustan
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हिसुआ : जाम की समस्या विकराल, नहीं बन रही समाधान की बात

हिसुआ, संवादा सूत्र। हिसुआ नगर के मेन रोड में नित्य दिन लगने वाले भीषण जाम की समस्या का फिलहाल कोई स्थायी समाधान निकलता नहीं दिख रहा है।

Newswrap हिन्दुस्तान, नवादाTue, 27 May 2025 01:40 PM
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हिसुआ : जाम की समस्या विकराल, नहीं बन रही समाधान की बात

हिसुआ, संवादा सूत्र। हिसुआ नगर के मेन रोड में नित्य दिन लगने वाले भीषण जाम की समस्या का फिलहाल कोई स्थायी समाधान निकलता नहीं दिख रहा है। शहर की इतनी भयावह स्थिति स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा इसके प्रति विशेष रूचि नहीं लेने के कारण लगातार बनी हुई है। हाल यह है कि लोगों को घंटों भीषण जाम में पड़कर अपना समय व्यर्थ में व्यतीत करना पड़ता है। भीषण गर्मी के मौसम में यह और भी ज्यादा असहनीय और पीड़ादायक साबित होता है। हिसुआ शहर के बीचोंबीच से गुजरे बिहार, झारखण्ड और पश्चिम बंगाल सहित देश के अन्य इलाकों तक सम्पर्क स्थापित करने वाले बिहार के प्रमुख राजमार्ग एसएच-08 पर नित्य दिन हिसुआ शहर के विश्वशांति चौक से लेकर बड़की पुल तक मेन रोड में भीषण जाम लगा रहता है।

इस कारण बाजार के मुख्य भाग में बसे कारोबारियों एवं राहगीरों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। जाम के कारण स्थिति इतनी भयावह रहती है कि लोगों को सड़कों पर पैदल चलना तक दुश्वार हो जाता है। ऐसा नहीं है कि जाम की समस्या का सामना सिर्फ आम लोगों को ही झेलना पड़ता है, बल्कि कभी-कभी स्थानीय अधिकारियों को भी जाम में घंटों फंसे रहना पड़ता है। इसके बावजूद इतनी बड़ी समस्या को दूर करने की दिशा में कुछ भी सार्थक नहीं होने से स्थानीय लोगों में काफी रोष है। जाम की बड़ी समस्या है सड़क के दोनों किनारे की घनी आबादी जाम की मुख्य वजह हिसुआ बाजार से गुजरे एसएच-08 के पश्चिमी छोर पर हिसुआ विश्वशांति चौक स्थित बस स्टैण्ड से लेकर पूर्वी छोर में हिसुआ बड़की पुल तक सड़क के दोनों किनारे की घनी आबादी है। कुछ जगहों पर सड़क से बिलकुल सटे हुए कई बड़े-बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठान स्थित हैं। यहां नित्य दिन काफी संख्या में लोग खरीदारी करने आते हैं। लेकिन इन बड़े-बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के समीप पार्किंग के लिए जगह उपलब्ध नहीं रहने के कारण लोग अपने दुपहिया वाहनों सहित अन्य वाहनों को खड़ा कर खरीदारी करते हैं। इस कारण भीषण जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। फुटपाथियों का कब्जा पड़ रहा है भारी हिसुआ विश्वशांति चौक से लेकर हिसुआ पोस्ट ऑफिस तक सड़क के उत्तरी और दक्षिणी छोर पर फुटपाथियों द्वारा अतिक्रमण कर हर दिन लगाए जाने वाले दुकानों से भी भीषण जाम की स्थिति बनी रहती है। मेन रोड में हिसुआ नगर प्रशासन की लापरवाही के कारण सड़क के किनारे तक फुटपाथियों द्वारा अतिक्रमण कर फल और सब्जी की दुकान और ठेला खड़ा कर देने के कारण सड़क पर खड़े होकर लोगों को खरीदारी करनी पड़ती है। जाम की समस्या इस कारण भी उत्पन्न होती है। नगर परिषद द्वारा इन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाती है और न ही इनलोगों से किसी प्रकार का जुर्माना वसुला जाता है। लिहाजा, हिसुआ में अतिक्रमणकारियों का मनोबल हमेशा सातवें आसमान पर चढ़ा रहता है। स्थिति इतनी भयावह है कि हिसुआ थाना और पोस्ट ऑफिस जैसे अति महत्वपूर्ण जगहों के समीप भी अतिक्रमणकारी अब अतिक्रमण कर बैठे हैं। अवैध बस पड़ाव है जाम की एक और वजह जाम की तीसरी सबसे बड़ी वजह हिसुआ विश्वशांति चौक पर वाहनों का अवैध पड़ाव है। चौक के समीप हिसुआ बस स्टैण्ड होने के कारण इसका नाजायज फायदा यहां से विभिन्न रूटों पर चलने वाले वाहन चालक उठाते हैं। वाहन चालक अपनी गाड़ियों को बस स्टैण्ड में नहीं खड़ा कर चौक के सभी रूटों की सड़कों के दोनों किनारे पर खड़ा कर सवारियों का उतार और चढ़ाव करते हैं। इस कारण घर घंटे-दो घंटे पर भीषण जाम लगती रहती है। बस चालकों की देखादेखी विश्वशांति चौक पर ऑटो और ई-रिक्शा वाले भी आधी सड़क तक अपने वाहन खड़ा कर सवारी चढ़ाते और उतारते हैं। ई-रिक्शा वालों द्वारा आधे से अधिक सड़क पर अवैध कब्जा कर लेने के कारण शहर में सबसे ज्यादा जाम की समस्या इसी इलाके में बनी रहती है। निजात के विकल्पों पर अमल की है जरूरत यह कहने में कोई अतिश्योक्ति नहीं है कि हिसुआ शहर से होकर गुजरे राजकीय राजमार्ग एसएच-08 की वर्तमान स्थिति हिसुआ बाजार में काफी संकीर्ण है। यह रूट पर्यटन के दृष्टिकोण से काफी अतिमहत्त्वपूर्ण मार्ग है। जहां से होकर लोग झारखण्ड और बंगाल के साथ ही देश के अतिमहत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थलों तक पहुंचते हैं। खासकर सावन और भादो के महीने में प्रतिवर्ष लाखों कांवरिया उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि राज्यों से इसी मार्ग से होकर जल चढ़ाने देवघर जाते हैं। इसके साथ ही देश के अतिमहत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बोधगया, राजगीर और प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का दर्शन करने भी प्रतिवर्ष लाखों लोग इसी मार्ग से होकर जाते हैं। इस रूट पर चौबीसों घंटे छोटे-बड़े वाहनों का परिचालन होता रहता है। इसके बावजूद भी यहां लगने वाले भीषण जाम के प्रति जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों का अब तक ध्यान नहीं दिया जाना उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है। निजात के सभी विकल्पों पर अमल की बेहद जरूरत है, जिस पर किसी स्तर पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सामने हैं कई सुझाव, लोगों की मिल रही राय शहर को अगर जाम से निजात दिलाने के लिए नगर परिषद द्वारा कुछ सुझावों पर कार्य करने की जरूरत है। आम जन अपने स्तर से इस दिशा में कई सुझाव देते दिख जाते हैं, जो कारगर साबित हो सकता है। विश्वशांति चौक और पांचू चौक पर ट्रैफिक पुलिस की नियुक्ति एक बेहतर रास्ता है ताकि जाम लगे ही नहीं। हिसुआ जैसे बड़े शहर में काफी लम्बे अर्से से स्थानीय लोग ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की मांग करते रहे हैं। लेकिन लोगों की इस मांग को अब तक गंभीरता से नहीं लिया गया है। विश्वशांति चौक पर ट्रैफिक पुलिस की निक्ति से यहां सड़क किनारे बेवजह खड़ा करने वाले वाहनों पर आसानी से अंकुश लगाने में प्रशासन को कामयाबी मिलेगी, जिससे काफी हद तक शहर में जाम से छुटकारा मिल सकेगा। जबकि पांचू चौक पर ट्रैफिक पुलिस होने से बीच बाजार और पांचू कचहरी रोड में भी लगने वाले जाम से काफी हद तक निजात मील जाएगी। सड़क किनारे बैरिकेडिंग से होगा भला हिसुआ नगर परिषद द्वारा अब तक कई दफा शहर में जाम से छुटकारा दिलाने को लेकर मेन रोड सहित शहर के अन्य प्रमुख सड़कें राजगीर रोड, गया रोड, नरहट रोड और नवादा रोड के दोनों किनारों पर बैरिकेडिंग लगा कर सड़क से अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया गया है। स्थानीय लोग बताते हैं कि जिस दिन नगर प्रशासन अतिक्रमणकारियों पर इस तरीके से भी काबू पा लेगा, उस दिन से हिसुआ में जाम लगना बंद हो जाएगा। तत्काल लोग कम से कम मेन रोड में विश्वशांति चौक से लेकर बड़की पुल तक सड़क के दोनों छोर पर जल्द से जल्द बैरिकेडिंग कराने की मांग नगर प्रशासन से कर रहे हैं। सड़क किनारे बैरिकेडिंग हो जाने से सड़कों पर अतिक्रमण खुद ब खुद हट जाएगा, जिससे भी जाम से छुटकारा मिल जाएगा। सुबह 08 से रात्रि 08 बजे तक रहे नो इंट्री सुबह 08 बजे से लेकर रात्रि 08 बजे नो इंट्री रहने पर भी लाभ मिल सकता है। सभी तरह के मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर इस अवधि में रोक लगाकर जाम की स्थिति से छुटकारा पाया जा सकता है। हिसुआ मेन रोड जैसे संकीर्ण सड़क पर एक साथ कई बड़े-बड़े मालवाहक वाहनों के गुजरने से यहां भीषण जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। खासकर तब जब दोनों ओर से बड़े-बड़े मालवाहक वाहन गुजरते हैं तो स्थिति और भी भयावह हो जाती है। इस कारण बाजार में अफरा-तफरी मच जाती है। ऐसे वक्त में लोगों को सड़कों पर पैदल चल पाना भी दुश्वार हो जाता है। ऐसी परिस्थिति में लोग हिसुआ से होकर नवादा एवं नवादा से हिसुआ की ओर आने-जाने वाले मालवाहक वाहनों का रूट परिवर्तित कर उसे नारदीगंज के रास्ते नवादा की ओर चलाने की मांग लम्बे अर्से से करते आ रहे हैं। इस पर आज तक सभी जिम्मेदार अपनी कानों में रुई डालकर सुनते आ रहे हैं, लेकिन जनता की तकलीफों को दूर करने को लेकर निर्णय लेने में जिला एवं स्थानीय प्रशासन कतई तत्पर नहीं दिख रहा है। विश्वशांति चौक से बस पड़ाव हटाने की है जरूरत जाम का एक सबसे बड़ा कारण हिसुआ की हृदयस्थली विश्वशांति चौक पर बस पड़ाव होना है। चौक के समीप के आधे से अधिक सड़कों पर बस, ई-रिक्शा और ऑटो वालों का कब्जा रहता है। हिसुआ में जाम की समस्या सुलझाने के लिए कम से कम नगर प्रशासन को विश्व शांति चौक के समीप से अविलम्ब ई-रिक्शा और ऑटो स्टैण्ड को हटा देने की जरूरत है। हलांकि इस संबंध में कई दफा नगर प्रशासन द्वारा पहल किया जा चुका है। फिर भी न जानें क्यूं कोई ठोस निर्णय लेने में अब तक हिसुआ नगर परिषद क्यों हिचक रही है। ----------------- क्या कहते हैं लोग : हिसुआ में जाम की समस्या आज की नहीं हैं। इसके बावजूद आज तक इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाना नगर प्रशासन की घोर लापरवाही को दर्शाता है। घोषणा के बावजूद मेन रोड में सड़क किनारे बैरिकेडिंग नहीं किया जाना समझ से परे है। इस पर ध्यान दी जाए तो बात बने। -शुभम रिशू, व्यवसायी, हिसुआ बाजार। हिसुआ में जाम की समस्या निपटाने में स्थानीय सांसद और विधायक के साथ हीं यहां के अधिकारी भी रुचि नहीं ले रहे हैं। इय कारण अब तक समस्या जस की तस बनी हुई है। खासकर सांसद को इसपर कोई ठोस पहल जरूर करना चाहिए ताकि बाजार की जाम की समस्या का समाधान निकल आए।-राजकुमार, कपड़ा व्यवसायी, हिसुआ बाजार। पिछले 05 वर्षों से ऑटो और ई-रिक्शा स्टैण्ड के लिए जगह चयनित नहीं किया जा रहा है। इसको लेकर अब तक कोई ठोस पहल नगर परिषद द्वारा नहीं किया जाना, उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है। शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके के बाहर ले जा कर स्टैण्ड बने तो जाम से छुटकारा मिले। -मनीष कुमार, फर्नीचर व्यवसायी, हिसुआ बाजार। विश्वशांति चौक और पांचू कचहरी चौक पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती के साथ ही सुबह 08 बजे से रात्रि 08 बजे तक मेन रोड में बड़े मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रशासन को अविलम्ब रोक लगानी चाहिए। साथ ही अतिक्रमण पर लगातार सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। तब ही सुधार संभव है। -नमिता बरनबाल, समाजसेवी, हिसुआ नगर। ------------------ क्या कहते हैं जिम्मेदार: नगर में जाम की समस्या से वाकिफ हूं इससे आम लोगों के साथ ही हम सभी को भी परेशानी होती है। मुझे भी कई बार जाम के कारण अपनी गाड़ी से उतर कर पैदल ही कार्यालय जाना पड़ता है। सड़क किनारे बैरिकेडिंग कार्य के साथ ही बस स्टैण्ड को तिलैया नदी के समीप शिफ्ट करने का निर्णय लिया जा चुका है। इसपर जल्द ही कार्य किया जाएगा। हिसुआ के विश्व शांति चौक के समीप से ऑटो और ई-रिक्शा स्टैण्ड हटाने पर भी विचार किया जा रहा है। सड़कों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई जारी रहती है। स्थायी बदलाव भी जरूर दिखेगा। -अतिश रंजन, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, हिसुआ।

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