महादलित परिवारों को नहीं मिल रहा नल-जल योजना का लाभ
काशीचक, एक संवाददाताआम लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए सरकारी स्तर पर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। सरकार से प्राप्त दिशा-निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए जुटी...

काशीचक, एक संवाददाता आम लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए सरकारी स्तर पर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। सरकार से प्राप्त दिशा-निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए जुटी है। लेकिन आज भी प्रखंड की चंडीनोवां पंचायत की काशीचक गांव में महादलित परिवारों को मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के अंतर्गत हर घर नल का जल योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। जिससे महादलित परिवार खुद को उपेक्षित महसूस कर रहा है। भीषण गर्मी में लोगों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। गौरतलब है कि काशीचक गांव के महादलित टोले में 80 परिवार निवास करते हैं।
लेकिन इन लोगों तक नल-जल योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस टोले के लोग एक चापाकल के भरोसे अपनी प्यास बुझा रहे हैं। हालांकि पीएचईडी विभाग के अधिकारियों की मानें तो नल-जल योजना के तहत बोरिंग कराई गई है। लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा नहीं हो सका और अभिकर्ता काम छोड़कर भाग गए। इधर, नल-जल योजना का लाभ नहीं मिलने के कारण लोगों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि सभी राजनैतिक दल महादलितों के नाम पर राजनीति कर रहे हैं, लेकिन असल में उन्हें महादलित परिवार की कोई चिंता नहीं है। आज भी शुद्ध पेयजल के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। सुबह उठते ही पानी लेने के लिए चापाकल की ओर दौड़ लगानी पड़ती है। इसके कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गांव के 80 परिवार के लोग किसी तरह से एक चापाकल के भरोसे निर्भर रह कर अपनी प्यास बुझा रहे हैं। इस संबंध में ग्रामीण बृजु मांझी, रीना देवी, राजकुमार मांझी, रामधनी मांझी, संजय कुमार ने बताया कि पेयजल के लिए जिला प्रशासन से कई बार शिकायत दर्ज कराई गई है। लेकिन आज तक पेयजल उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों ने शिकायत पर ध्यान नहीं दिया। फलस्वरूप आजतक पेयजल की व्यवस्था नहीं हो सका। गांव के लोगों को पेयजल के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण बोले- समस्या से निजात दिलाए प्रशासन महादलित परिवारों ने जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित करते हुए टोले में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की है। लोगों ने कहा कि गर्मी के मौसम में एक चापाकल पर निर्भर रहना पड़ रहा है। सुबह से ही पानी के लिए दौड़ लगानी पड़ती है। लिहाजा इस समस्या से निजात मिलना जरुरी है। नल-जल योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कहते हैं अधिकारी इस संबंध में पीएचईडी के कनीय अभियंता अश्वनी कुमार ने कहा कि हर घर नल जल योजना के तहत गांव में बोरिंग गाड़ा गया है। लेकिन पाइप लाइन बिछाने के क्रम में अभिकर्ता को ग्रामीणों का विरोध का सामना करना पड़ा। फलस्वरूप अभिकर्ता पाइप लाइन बिछाने का कार्य छोड़कर अपना सामग्री उठा कर भाग गया। उन्होंने कहा कि कई बार प्रयास किया गया, लेकिन संभव नहीं हो सका है। अब इसके लिए ग्रामीणों के साथ पंचायत के मुखिया व प्रखंड के अधिकारी के पहल पर ही पाइपलाइन बिछाया जा सकता है। उसके उपरांत महादलित परिवार को पानी मिलना शुरू हो जाएगा।
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