रेप पीड़िता मौत मामले में नीतीश सरकार का एक्शन, PMCH-SKMCH के प्रभारी हटाए गए
मुजफ्फरपुर की रेप पीड़िता की मौत मामले में नीतीश सरकार ने एक्शन लेते हुए पीएमसीएच के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अभिजीत को पद से हटा दिया है। साथ ही एसकेएमसीएच की डॉ. कुमारी विभा को सस्पेंड कर दिया है। मामले की जांच के लिए हाई लेवल टीम का गठन किया गया है।

मुजफ्फरपुर की रेप पीड़िता की पीएमसीएच में मौत मामले में नीतीश सरकार ने सख्त एक्शन लेते हुए। पीएमसीएच के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अभिजीत को पद से हटा दिया गया है। प्रथम दृष्टया लापरवाही का मामला सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग ने की कार्रवाई। वहीं एसकेएमसीएच की प्रभारी डॉ. कुमारी विभा को सस्पेंड कर दिया है। इस मामले पर जानकारी देते हुए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बताया कि
मुजफ्फरपुर में दुष्कर्म के दोषियों को स्पीडी ट्रायल चला कर सजा दिलायी जायेगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होने कहा कि पीड़िता किशोरी के इलाज में घोर लापरवाही और दूसरे अस्पताल भेजने की उचित प्रक्रिया का पालन नहीं करने के कारण श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय (एसकेएमसीएच), मुजफ्फरपुर की अधीक्षक डा. विभा कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं, पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) के प्रभारी उपाधीक्षक डा. अभिजीत सिंह को पद मुक्त कर दिया गया है।
आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर के कुढ़नी में नौ साल की एक दलित नाबालिग बच्ची के साथ रेप जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया था। रेप के बाद हैवान ने दलित बच्ची का गर्दन रेता था। बच्ची को उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल एसकेएमसीएच में पहले भर्ती करवाया गया था। यहां से उसे बाद में पटना के पीएमसीएच में रेफर कर दिया गया था। बच्ची करीब 5 दिनों तक SKMCH में एडमिट रही थी।
विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि पीएमसीएच में बच्ची को एडमिट करने के लिए उसके परिजनों को करीब 5 घंटे तक इंतजार करना पड़ा था क्योंकि उसे वहां बेड ही नहीं मिल रहा था। कांग्रेस का यह आरोप है कि जब कांग्रेस के नेता पीएमसीएच पहुंचे तब बच्ची को एडमिट किया गया लेकिन उसका वहीं ठीक ढंग से इलाज नहीं किया गया था। जिसके विरोध में कांग्रेस ने पटना में प्रदर्शन भी किया था।