Bada Mangal: कल ज्येष्ठ का आखिरी बड़ा मंगल, ज्येष्ठ मंगल को क्यों कहते हैं बड़ा मंगल?
Bada mangal 10 june Jyeshtha :10 जून को ज्येष्ठ मास का आखिरी बड़ा मंगल है। इस दिन बजरंगबली की स्तुति करने से बजरंग बली का आशीर्वाद मिलता है। मंगलवार भोर में बजरंगबली मंदिरों में मंगला आरती के बाद भक्तों का तांता लगा रहता है।

10 जून को ज्येष्ठ मास का आखिरी बड़ा मंगल है। इस दिन बजरंगबली की स्तुति करने से बजरंग बली का आशीर्वाद मिलता है। मंगलवार भोर में बजरंगबली मंदिरों में मंगला आरती के बाद भक्तों का तांता लगा रहता है। हनुमान बाबा को प्रसन्न करने के लिए बजरंग बाण पाठ, हनुमान चालीसा, तुलसीदास कृत रामचरित मानस के सुंदर कांड का पाठ किया जाता है। ज्येष्ठ माह के आखिरी बड़े मंगल को बहुत जोर-शोर से मनाया जाता है। इस दिन पहले कराते हैं हनुमान बाबा का श्रृंगार किया जाता है। घृत मिश्रित सिंदूर से बजरंगबली का श्रंगार करते हैं। पान का बीड़ा, लड्डू का भोग हनुमान जी को अर्पित किए जाते हैं।
क्या उपाय करने से प्रसन्न होंगे बजरंग बली
हनुमान मंदिर में आखिरी बड़े मंगल पर हनुमान जी को नारियल अर्पित करना चाहिए। अगर आप किसी मनोकामना पूर्ति चाहते हैं, तो आपको लाल रंग का झंडा (ध्वज) मंदिर में चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से मनोकामनाएं पूरी होती है। बड़ा मंगल के शुभ अवसर पर भंडारे या प्रसाद वितरण करना चाहिए। ॐ हं हनुमते नमः मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। इससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और मनवांधित आशीर्वाद देते हैं।
ज्येष्ठ मंगल को क्यों कहते हैं बड़ा मंगल
जेठ के हर मंगलवार को रघुकुलनंदन के आशीर्वाद से बजरंगबली के भक्त जेठ माह के हर मंगलवार को तो विशेष महत्व देते ही है। जेठ के पहले मंगलवार को तभी से बुढ़वा मंगल या बड़ा मंगल के नाम से प्रसिद्ध है। रघुकुलनंदन की बजरंगबली से पहली मुलाकात ज्येष्ठ माह के पहले मंगलवार को हुई थी। बजरंगबली उनसे ब्राह्मण भेष में मिले थे। मां जानकी के लंकेश रावण की ओर से हरण के बाद तलाश में जंगल जंगल भटक रहे ।