officers did not give land to poor people in bihar Department of Revenue and Land Reforms will take action बिहार में गरीबों को जमीन देने में मनमानी, दर्जनों अफसरों पर कार्रवाई की लटकी तलवार, Bihar Hindi News - Hindustan
Hindi NewsBihar Newsofficers did not give land to poor people in bihar Department of Revenue and Land Reforms will take action

बिहार में गरीबों को जमीन देने में मनमानी, दर्जनों अफसरों पर कार्रवाई की लटकी तलवार

अब तक जो विभाग को रिपोर्ट मिली है, उसमें यह साफ हो गया है कि कई प्रखंडों में राजस्व अधिकारी और अंचलाधिकारियों ने मनमानी की है। मुसहर परिवार को भी भूमि के लायक नहीं समझा है। विभाग को पूरी रिपोर्ट का इंतजार है।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान ब्यूरो, पटनाWed, 18 June 2025 05:56 AM
share Share
Follow Us on
बिहार में गरीबों को जमीन देने में मनमानी, दर्जनों अफसरों पर कार्रवाई की लटकी तलवार

बिहार के गरीबों को घर के लिए जमीन देने में अफसरों ने खूब मनमानी की है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की जांच में इसका खुलासा हो रहा है। पूरी रिपोर्ट आने के बाद विभाग से जुड़े दर्जनों अंचलाधिकारी और राजस्व अधिकारियों पर गाज गिरनी तय है। विभाग इस प्रकरण में अब तक आधा दर्जन कर्मियों पर कार्रवाई कर चुका है।

विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य सरकार अभियान बसेरा-दो के तहत सुयोग्य श्रेणी के भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल तक जमीन वास के लिए देती है। इस अभियान के तहत सवा लाख परिवारों का सर्वेक्षण किया गया, लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने इनमें से लगभग 52 फीसदी परिवारों को जमीन के लिए योग्य नहीं (नॉट फिट फॉर लैंड अलॉटमेंट) बता दिया।

ये भी पढ़ें:बिहार के 8 जिलों में भारी बारिश, पटना में ठनका; कब तक सक्रिय रहेगा मानसून

बड़ी संख्या में जब यह स्थिति उत्पन्न हुई तो विभाग को आशंका हुई कि कहीं जान-बूझकर तो अधिकारियों ने गरीबों को जमीन देने के लायक नहीं समझा। बीते दिनों विभाग के सचिव जय सिंह ने अपर समाहर्ताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अभियान बसेरा-दो की समीक्षा की। इसमें उभरकर आया कि इस अभियान के तहत सवा लाख परिवारों का सर्वेक्षण हुआ था।

इनमें 48 हजार परिवारों को जमीन उपलब्ध कराई जा चुकी है, लेकिन 52 प्रतिशत सर्वेक्षित परिवारों को भूमि आवंटन के लिए योग्य नहीं पाया गया। इतनी संख्या में परिवारों को जमीन के लायक योग्य नहीं पाए जाने को विभाग ने गंभीरता से लिया। तब पहले सचिव और फिर अपर मुख्य सचिव ने जिलों को पत्र भेजा।

ये भी पढ़ें:दानापुर की पूर्व विधायक आशा सिन्हा के खिलाफ गैर जमानतीय वारंट जारी, क्या है आरोप

पत्र में कहा गया है कि अंचल स्तर पर गैर राजस्व संवर्गीय पर्यवेक्षकों की एक टीम बनाकर ऑनलाइन एप के माध्यम से नॉट फिट फॉर लैंड अलॉटमेंट को क्रॉस चेक करते हुए विभाग को रिपोर्ट दी जाए। इसकी जांच राजस्व कर्मचारी मोबाइल एप में अभियान बसेरा के तहत रि-वेरिफाई रिजेक्टेड अप्लीकेंट के नाम से उपलब्ध प्रपत्र में प्रस्तुत करेंगे।

खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों से मांगा जाएगा जवाब

सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों से स्पष्टीकरण पूछा जाएगा। अब तक जो विभाग को रिपोर्ट मिली है, उसमें यह साफ हो गया है कि कई प्रखंडों में राजस्व अधिकारी और अंचलाधिकारियों ने मनमानी की है। मुसहर परिवार को भी भूमि के लायक नहीं समझा है। विभाग को पूरी रिपोर्ट का इंतजार है। अंतिम रिपोर्ट आते ही दोषी पदाधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव जय सिंह ने कहा कि अभियान बसेरा-दो में सर्वेक्षित परिवारों की सूची का सत्यापन हो रहा है। क्रॉस चेक के बाद योग्य परिवारों को जमीन दी जाएगी, लेकिन इस काम में जिन अधिकारियों ने जान-बूझकर लापरवाही बरती है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

ये भी पढ़ें:पटना यातायात पुलिस के 24 पुलिसकर्मी सस्पेंड, SP ने क्यों जारी किया फरमान