श्रावणी मेला: श्रद्धालुओं के लिए बनेगी 600 बेड की टेंट सिटी
11 जुलाई से शुरू होने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले में श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। बांका जिले के अबरखा में 600 बेड की टेंट सिटी बनाई जाएगी। मेले के दौरान सांस्कृतिक...

11 जुलाई से शुरू हो रहे विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले में श्रद्धालुओं को पर्यटन विभाग सभी जरूरी सुविधाएं प्रदान करेगा। कांवरियों और श्रद्धालुओं की सुविधा और विश्राम के लिए बांका जिले के अबरखा में 600 बेड की टेंट सिटी का निर्माण कराया जाएगा। जिसमें पेयजल, शौचालय, कांवर स्टैंड, साफ-सफाई, बिजली, दर्पण आदि की सुविधाएं होगी। पूरे मेला अवधि में यहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। विभागीय सूत्रों के अनुसार,9 अगस्त तक चलने वाले इस मेले में पर्यटन विभाग श्रद्धालुओं और कांवरियों को आवासन, शौचालय, पेयजल, कांवर स्टैंड, फूड कियोस्क आदि के साथ मनोरंजन तक की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहा है।
इसके अतिरिक्त मुंगेर के खैरा में श्रद्धालुओं के आवासन के लिए 200 बेड की टेंट सिटी की सुविधा रहेगी। पर्यटन विभाग के मोबाइल एप पर सभी सूचनाएं मिलेंगी विभाग के अनुसार, बिहार पर्यटन के आधिकारिक मोबाइल एप पर मेले से जुड़ी सभी जरूरी सूचनाएं, मोबाइल नंबर और सुविधाओं की जानकारी मिलेगी। सुल्तानगंज से दुम्मा तक कुल 11 अस्थायी पर्यटक सूचना केंद्रों में सभी आवश्यक जानकारियां, ब्रॉशर मुफ्त में मुहैया कराई जाएंगी। श्रावणी मेले के उद्घाटन के अवसर पर नामचीन कलाकारों द्वारा भक्तिमय प्रस्तुति होगी। श्रावण कृष्ण पक्ष प्रतिपदा से लेकर पूर्णिमा तक कांवरिया करेंगे यात्रा विभाग के अनुसार, द्वादश ज्योतिर्लिंगों में देवघर के रावणेश्वर महादेव ज्योतिर्मय एवं दिव्य हैं और पूर्वी भारत में शैव सम्प्रदाय का एक महत्वपूर्ण पर्यटकीय गंतव्य है। बाबा वैद्यनाथधाम की पवित्र यात्रा श्रावण मास (जुलाई-अगस्त) में शुरू होती है। सबसे पहले तीर्थयात्री सुल्तानगंज में एकत्र होंगे और वे अपने-अपने पात्रों में पवित्र गंगाजल भरकर श्रावण कृष्ण पक्ष प्रतिपदा से लेकर पूर्णिमा तक एक माह लगभग 105 किलोमीटर की दूरी नंगे पांव कावर लेकर देवघर स्थित रावणेश्वर महादेव के ज्योतिर्लिंग पर जलाभिषेक करेंगे। बिहार, बंगाल, ओडिशा, झारखंड और नेपालवासियों के लिए समीप में यह एकमात्र ज्योतिर्लिंग जहां इन स्थानों के श्रद्धालु जलाभिषेक करेंगे। विभाग के अनुसार, बिहार पर्यटन श्रावणी मेले को बढ़ावा देने एवं कांवरिया पथ में मौलिक पर्यटकीय नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में सुल्तानगंज से बिहार सीमा तक विभिन्न स्थलों पर पर्यटक सहायता केन्द्र होंगे, जहां कावरियों और श्रद्धालुओं को सूचना एवं सहयोग प्रदान की जाएगी। मेला में कांवर स्टैंड, चलंत शौचालय एवं स्थायी रेन सेल्टर, मार्गीय सुविधा, बिजली, पानी, साफ-सफाई, शौचालय आदि की व्यवस्था उपलब्ध करायी जाएगी।
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