पीएम मोदी आज बिक्रमगंज से बिहार को 48500 करोड़ की सौगात देंगे, नीतीश भी रहेंगे साथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार सुबह रोहतास जिले के बिक्रमगंज में सभा है। यहां वे बिहार में 48500 करोड़ के विभिन्न प्रोजेक्ट का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार भी उनके साथ रहेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय बिहार दौरे के तहत शुक्रवार को रोहतास जिले बिक्रमगंज में जनसभा को संबोधित करेंगे। पीएम सुबह 10.30 बजे सभा स्थल स्थित हेलीपैड पर उतरेंगे। उनके आने के कुछ समय पहले सीएम नीतीश कुमार एवं राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां पहुंचेंगे। पीएम यहां से 48500 करोड़ से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन करेंगे।
पीएम मोदी की जनसभा की तैयारी पूरी कर ली गई है। 444 एकड़ में बने आकर्षक पंडाल व मंच से जनसभा को पीएम संबोधित करेंगे। पीएम के आते ही पुष्प वर्षा होगी। इसके लिए कोलकाता और पटना से फूल मंगवाए गए हैं। गुरुवार को मालाकारों द्वारा सभास्थल के पास फूलों से माला बनाने का काम अंतिम चरण में था।
सुरक्षा में चार हजार जवान और अधिकारी तैनात
प्रशासन ने सभा स्थल पर सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की है। डीएम व एसपी सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं। 250 चेक प्वाइंट बनाये गए हैं। प्रत्येक चेक प्वाइंट पर दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की गई है। पांच हजार पुलिस जवान, पदाधिकारी व दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है। इनमें 10 एसपी, 50 डीएसपी व एक हजार से अधिक इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर शामिल हैं। सुरक्षा को लेकर कार्यक्रम स्थल पर अस्थायी थाना बनाया गया है। 10 अग्निशमन वाहन व एंबुलेंस की तैनाती की गई है।
इन योजनाओं का होगा उद्घाटन
- पटना-गया-डोभी फोरलेन सड़क
- गोपालगंज में चार लेन एलिवेटेड, लागत 249 करोड़
- सासाराम से अनुग्रह नारायण रोड तक ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नलिंग
- सोन नगर-मुहम्मद गंज के बीच तीसरी रेल लाइन
- जहानाबाद में छात्रावास और स्टाफ क्वार्टर का निर्माण
- कजरट नवाडीह से सोननगर के बीच तीसरी लाइन
इन योनजाओं का होगा शिलान्यास
- नवीनगर में फेज-दो के तहत 800 मेगावाट की तीन बिजली इकाई
- एनएच-922 पर बक्सर और भरौली के बीच गंगा पुल
- रामनगर-कच्ची दरगाह एनएच 119 डी, लागत 1083 करोड़
- हार्डिंग पार्क, पटना में 5 टर्मिनल का रेलवे प्लेटफॉर्म
- एनएच-119 ए के पटना-आरा-सासाराम खंड चार लेन
- एनएच-319 बी के वाराणसी-रांची-कोलकाता छह लेन बनाने