Farmers Protest Against Alleged Misappropriation of TDC Property in Rudrapur टीडीसी की संपत्ति खुर्द-बुर्द करने का आरोप, किसानों का प्रदर्शन, Rudrapur Hindi News - Hindustan
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टीडीसी की संपत्ति खुर्द-बुर्द करने का आरोप, किसानों का प्रदर्शन

रुद्रपुर में किसानों ने टीडीसी की संपत्ति को खुर्द-बुर्द करने के आरोप में कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर नीलामी प्रक्रिया को रोकने, उच्च स्तरीय जांच कराने और...

Newswrap हिन्दुस्तान, रुद्रपुरFri, 30 May 2025 06:36 PM
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टीडीसी की संपत्ति खुर्द-बुर्द करने का आरोप, किसानों का प्रदर्शन

रुद्रपुर, संवाददाता। टीडीसी की संपत्ति को खुर्द-बुर्द किए जाने का आरोप लगाते हुए किसानों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। उन्होंने एडीएम अशोक कुमार जोशी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। उन्होंने टीडीसी की समस्त नीलामी प्रक्रिया को तत्काल रोके जाने, अति शीघ्र आम वर्षिक बैठक कर समस्त अंशधारी किसानों को वस्तुस्थिति से अवगत कराने और नीलामी प्रकिया में की गई अनियमितताओं व घोटाले की उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग की। चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो किसान संगठन निगम को बचाने के लिए आंदोलन करेंगे। शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले तमाम किसानों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर प्रदर्शन किया।

उन्होंने आरोप लगाया कि पंतनगर एयरपोर्ट विस्तारीकरण की आड़ में टीडीसी को खुर्द-बुर्द किया जा रहा है। टीडीसी मुख्यालय हल्दी बीज विधायन संयंत्र, आवसीय भवन व संयंत्र की मशीनरी की नीलामी प्रकिया संदेहास्पद है। कहा कि हजारों करोड़ों की सम्पत्ति को मात्र 6 से 7 करोड़ में बेच दिया गया। इसको लेकर निगम के अंशधारकों व निगम से जुड़े क्षेत्र के किसानों में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट विस्तारीकरण की जद में आने के कारण निगम के भवनों को हटाया जाना आवश्यक लगता है, लेकिन चालू हालत में हल्दी बीज विधायन सयंत्र की करोड़ों रुपये की मशीनरी को स्क्रैप के भाव क्यों बेच दिया गया। जबकि इन मशीनों को मटकोटा य बाजपुर विधायन संयंत्र में स्थानान्तरित किया जा सकता था। उन्होंने कहा कि अगर बाजपुर संयंत्र की मशीनें वर्ष 2016 से बंद निष्प्रयोजित पड़ी हैं तो 9 वर्षों से मशीनों की नीलामी प्रक्रिया क्यों नहीं की गई। समस्त नीलामी प्रक्रिया को संपादित करने से पूर्व एजीएम क्यों नहीं बुलाई गई। उन्होंने आरोप लगाया कि नीलामी प्रक्रिया में गठित कमेटी में उन भ्रष्ट अधिकारियों को रखा गया, जो पूर्व में निगम में हुए करोड़ों के भ्रष्टाचारों के आरोप में जेल जा चुके हैं। जबकि 49 प्रतिशत कृषक अंशधारी होने के कारण निदेशक मंडल के सदस्यों को भी नीलामी प्रकिया का सदस्य रखा जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की एकमात्र बीज संस्था को बंद कराना चाहती है। ज्ञापन देने वालों में तजेंद्र सिंह विर्क, हरभजन सिंह, किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हरमिंदर सिंह लाडी, पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल, जगतार सिंह बाजवा, जगदीश सिंह, अंकुर पपनेजा, हरविंदर सिंह बराड, सुधीर शाही, राजेंद्र सिंह, देवेंद्र शाही, सीपी सिंह, जर्नादन सिंह आदि मौजूद रहे।

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