तीन वर्षों में नवजात शिशु और गर्भवती महिलाओं की मृत्यु दर को किया जाएगा नियंत्रित
-फोटो-52: पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले में गर्भवती महिला और नवजात शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग बिहार द्वारा

पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले में गर्भवती महिला और नवजात शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग बिहार द्वारा पूर्णिया जिला को चिन्हित किया गया है। इस हेतु संकल्प प्रोजेक्ट के तहत इंटीग्रेटेड नवजात शिशु एवं गर्भवती महिलाओं की मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में विशेषज्ञ स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जिले के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को एक दिवसीय प्रशिक्षण राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल जीएमसीएच के एकेडमी भवन में आयोजित किया गया। इसके लिए इंक्लेन ट्रस्ट इंटरनेशनल नई दिल्ली के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ मनोज दास और यूनिसेफ बिहार के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ एस रेड्डी द्वारा राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ वी पी रॉय और आईसीएमआर नई दिल्ली के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ अमलीन शुक्ला की अध्यक्षता में एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। इसके लिए नेशनल और राज्य स्वास्थ्य विभाग के सभी विशेषज्ञों द्वारा जीएमसीएच में महिला स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ ऋचा झा और शिशु स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ प्रेम प्रकाश के तत्वावधान में आयोजित एकदिवसीय कार्यशाला में जिला स्वास्थ्य अधिकारी और सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और नेशनल स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत प्रखंड में कार्यरत स्वास्थ्य अधिकारियों को एकदिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान जीएमसीएच के प्रधानाचार्य डॉ हरि शंकर मिश्र, सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया, जीएमसीएच अधीक्षक डॉ संजय कुमार, उपाधीक्षक डॉ भरत कुमार, एम्स पटना से डॉ सौरभ कुमार, जीएमसीएच के शिशु विशेषज्ञ डॉ प्रेम प्रकाश, स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ ऋचा झा के साथ साथ जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास, डीपीसी डॉ सुधांशु शेखर, डीएमएनई आलोक कुमार, यूनिसेफ जिला सलाहकार शिवशेखर आनंद, जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ सुधांशु शेखर और सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और महिला विशेषज्ञ उपस्थित रहे।
-गर्भवती महिला और शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित रखने के लिए लाभार्थियों को जागरूक करने की दी गई जानकारी :
-कार्यशाला में नेशनल और राज्य स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों को जिले में होने वाले नवजात शिशु और गर्भवती महिला मृत्यु के कारण की जानकारी प्राप्त करते हुए इसे नियंत्रित रखने के लिए लाभार्थियों को आवश्यक चिकित्सिकीय सहायता और उपचार उपलब्ध कराने की जानकारी दी गई। स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में होने वाले मातृ एवं शिशु मृत्यु के कारण को चिन्हित करते हुए चिन्हित लाभार्थियों को आवश्यक मेडिकल सहायता समय से उपलब्ध कराने की जानकारी दी गई। इस दौरान नेशनल और स्टेट स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में होने वाले मातृ एवं शिशु मृत्यु के कारण की जानकारी प्राप्त करते हुए इससे अन्य लाभार्थियों को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक मेडिकल सहयोग उपलब्ध कराने की जानकारी दी गई। स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जिले में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए सभी प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्रों में उपचार के लिए उपलब्ध गर्भवती महिलाओं की समय पर प्रसव पूर्व जांच सुनिश्चित करते हुए जांच के दौरान जटिल गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उन्हें सुरक्षित करने के लिए आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की जानकारी दी गई।
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