बाढ़ पूर्व तैयारी : जिन महिलाओं का मानसून में प्रसव उनका नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में हो निबंधन
-फोटो : 31 : बाढ़ पूर्व तैयारी विषय पर प्रशिक्षण। पूर्णिया, वरीय संवाददाता। पूर्णिया जिला के अमौर बहु आपदा प्रवण प्रखंड हैं। यह क्षेत्र बाढ़ के दृष्ट

पूर्णिया जिला में अमौर बहु आपदा प्रवण प्रखंड, बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर प्रशिक्षण पूर्णिया, वरीय संवाददाता। पूर्णिया जिला के अमौर बहु आपदा प्रवण प्रखंड हैं। यह क्षेत्र बाढ़ के दृष्टिकोण से काफी संवेदनशील हैं। बाढ़ से प्रतिवर्ष यहाँ हजारों लोग प्रभावित होते रहते हैं l प्राथमिकता के तौर पर बाढ़ से पूर्व एवं बाढ़ के दौरान नाजुक समूह जैसे बच्चा,दिव्यांग, बुजुर्ग,गर्भवती महिला एवं धात्री माता को विशेष ध्यान रखना होगा l डूबने वाले स्थानों की पहचान, अबोध बच्चों को गले में नाम पता मोबाइल नंबर का ताबीज,सर्प दंश से सुरक्षा, बाढ़ पूर्व सूचना तंत्र को विकसित करना होगा। जिन महिलाओं के प्रसव मानसून के दौरान होना है, उनका पहचान एवं संस्थागत प्रसव के नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में निबंधन करना आवश्यक है I प्रसव के लिए, बच्चों के अचानक बीमार होने पर, सांप के काटने पर उपचार के आपातकाल स्थिति के लिए एम्बुलेंस का इंतजाम जाने हेतु पूर्व से ही प्रबंध कर लिया जाये I सभी राहत शिविरों में आवश्यकतानुसार नवजात बच्चों को स्तनपान कराने के लिए एवं प्रसव पश्चात देखभाल के लिए सुरक्षित एवं सुविधाजनक स्थान तैयार रखना ,राहत केन्द्रों पर समय समय पर स्वास्थ्य जांच किया जाये।
बाढ़ से घिरे स्वास्थ्य केन्द्रों के आस-पास प्रसव के लिए सुरक्षित स्थान का चयन कर उसको तैयार रखना I मध्य विद्यालय बेलच्छी प्रखण्ड अमौर के प्रांगण में यूनिसेफ पटना बिहार इंटर एजेंसी एवं जीपीएसभीएस के सहयोग तथा जिला आपदा प्रबंधन के मार्गदर्शन में अमौर प्रखंड अंतर्गत नितेंद्र ग्राम पंचायत के महिला सुपरवाइजर, एएनएम, आशा, आशा फैसिलेटटर, आंगनबाड़ी सेविका सहायिका, जनप्रतिनिधि, जीविका दीदी एवं स्वयंसेवक को बाढ़ पूर्व तैयारी,त्वरित प्रत्युत्तर एवं रिकवरी विषय पर प्रशिक्षण किया गया l प्रशिक्षण में रमेश कुमार सिंह ने कहा कि आपदा के दौरान घबराना नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति को साहस, संयम एवं सहयोग से आपदा पूर्व तैयारी की संस्कृति विकसित एवं आपदा प्रत्युत्तर करना है। बाढ़ पूर्व तैयारी के तकनीकी को अपना कर एवं जनभागीदारी से समुदाय पर बाढ़ का पड़ने वाले प्रभाव को कम किया जा सकता है। बाढ़ के दौरान स्वास्थ्य एवं पोषण सेवा सुविधा कार्यरत करना,ऊँचे स्थान पर चापाकल एवं शौचालय का निर्माण,व्यक्तिगत स्वच्छता, चापाकल का विसंक्रमण ,शुद्ध पेयजल, ओ आर एस के उपलब्धता एवं उपयोग के लिए जागरूकता करना,बाढ़ के पूर्व पशु का टीकाकरण,ऊँचे स्थान तथा रिलीफ कैंप का पहचान, परिवार स्तर के सुखा राशन चुरा, गुड़, चीनी, नमक,सत्तु,भुजा ,दूध पाउडर का इंतजाम बाढ़ से पहले करना होगा l जिला सलाहकार कमल कामत ने बाढ़ पूर्व तैयारी, त्वरित प्रत्युत्तर एवं रिकवरी में आगंनवाडी सेविका, ए०एन०एम, आशा फैसिलेटटर, जीविका एवं जनप्रतिनिधि तथा स्वास्थ्य विभाग की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किसी भी आपदा में प्रथम उत्तरदायी वहां की समुदाय एवं स्थानीय सेवाप्रदाता एएनएम एवं आशाकर्मी हैं l आपदा और स्वास्थ्य विभाग का बंधुत्व संबंध हैं। देखा गया है कि कोई भी व्यक्ति जब आपदा से पीड़ित होते हैं तो स्वास्थ्य सेवा का मदद लेते हैं I रिलिफ कैंप में बाल सुलभ आनंदशाला सह मनोसामाजिक केंद्र का स्थापना : बाढ़ से प्रभावित होने वाले स्वास्थ्य केन्द्रों के नुकसान का आंकलन कर विभाग को यथा शीघ्र प्रतिवेदन उपलब्ध किया जाये I समुदाय के लोगों को संक्रमण से बचाव हेतु साफ-सफाई एवं हाथ को साबुन से धोने के लिये प्रेरित किया जाये। बाल विकास परियोजना एवं शिक्षा विभाग द्वारा रिलिफ कैंप में बाल सुलभ आनंदशाला सह मनोसामाजिक केंद्र का स्थापना किया जाना है l प्रशिक्षण में राज्य स्तर से सम्मानित आपदा मित्र प्रमोद कर्मकार ने बाढ़ के दौरान अपनाने वाले जीवन रक्षक कौशल,डूबने से सुरक्षा, सर्पदंश से सुरक्षा एवं वज्रपात से सुरक्षा की जानकारी मॉक ड्रिल के माध्यम से दिए l स्वास्थ्य पदाधिकारियों/ कर्मियों का रोस्टर तैयार कर लिया जाय : बाढ़ राहत केन्द्रों पर पदस्थापित होने वाले स्वास्थ्य पदाधिकारियों/ कर्मियों का रोस्टर तैयार कर लिया जाय और उसका विकल्प भी तैयार रखा जाये ,बाढ़ राहत कार्य में जाने से पहले एक अभिमुखीकरण/उन्मुखीकरण अवश्य कराया जाये I बाढ़ प्रभावित वाले इलाके के लिए मोबाइल वैन/ बोट एम्बुलेंस की व्यवस्था आपदा प्रबंधन विभाग के समन्वय से कराई जा सकती है। निरंतर चलने वाले स्वास्थ्य कार्यक्रम को निर्बाध रूप से संचालन के लिए वैकल्पिक योजना तैयार किया जा सकता है I सभी स्वास्थ्य केन्द्रों एवं बाढ़ राहत शिविरों पर आवश्यक दवाओं का भंडारण विशेष रूप से ओआरएस, क्लोरीन या हैलोजन टैबलेट, एंटि वेनम, ब्लीचिंग पावडर, थर्मल स्कैनर, पल्स आक्सीमीटर, आक्सीजन सिलिंडर पहले से उपलब्ध कर लिया जाये I
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