राजभवन की अनुमति के इंतजार में अधर में अटका पीएचडी में एडमिशन
पूर्णिया विश्वविद्यालय में पीएचडी नामांकन प्रक्रिया राजभवन के निर्देशों के इंतजार में अटकी हुई है। परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी के कारण दोबारा परिणाम घोषित किया गया। अभ्यर्थी संशोधित परिणाम को रद्द कर...

पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। राजभवन की अनुमति के इंतजार में पूर्णिया विश्वविद्यालय में पीएचडी में एडमिशन की प्रक्रिया अधर में अटका गया है। विश्वविद्यालय के द्वारा कराये गये जांच में रिजल्ट में गड़बड़ी पकड़ने जाने पर दोबारा रिजल्ट घोषित करने के बाद से राजभवन के निर्देश के इंतजार में पूर्णिया विश्वविद्यालय है। इधर दूसरी बार घोषित किये गये रिजल्ट में उर्तीण अभ्यार्थी जहां पीएचडी में 18 विषयों के कुल 104 सीटों पर एडमिशन शुरू होने के इंतजार में है, वहीं पीएचडी रिजल्ट में गड़बड़ी साबित होने के बाद संशोधित रिजल्ट को भी रद्द कर फिर से पीएचडी प्रवेश परीक्षा आयोजित करने को लेकर मांग मुखर हो रही है।
इस सिलसिले में कुलपति से लेकर कुलाधिपति सह राज्यपाल तक पीएचडी के अभ्यार्थी ज्ञापन भेज जल्द निर्णय लेने का अनुरोध कर रहे हैं। इधर पीएचडी नामांकन में हो रहे विलंब से पीएचडी अभ्यार्थियों में संशय की स्थिति उत्पन्न हो गई है। आखिर राजभवन के द्वारा इस मामले में निर्णय लेने में विलंब से पीएचडी का सेशन और भी विलंब हो जाने के कयास लगाये जा रहे हैं। वैसे भी पूर्णिया विश्ववविद्यालय के द्वारा पैट 2024 में नामांकन की प्रक्रिया को रोककर पैट 2023 में नामांकन की प्रक्रिया शुरु की गई है। ....पैट 2023 मूल्यांकन में हुई गड़बड़ियों को लेकर परीक्षा नियंत्रक का हो चुका है निलंबन: पूर्णिया विश्वविद्यालय के द्वारा कराये गये पैट 2023 की उत्तरपुस्तिकाओं के पुर्नमूल्यांकन में पूर्व में उत्तीर्ण किये गये 76 छात्र-छात्राएं फेल हो गये हैं। जबकि 104 नये अभ्यार्थी पैट 2023 परीक्षा परिणाम में उत्तीर्ण किये गये। पुर्नमूल्यांकन से परीक्षा विभाग में मूल्यांकन कार्य में हुई गड़बड़ी के चलते पीएचडी में नामांकन के लिए पूर्णिया विश्वविद्यालय को अब राजभवन के दिशानिर्देश का इंतजार है। वहीं परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी के चलते पैट 2023 परीक्षा परिणाम को रद्द करने की भी मांग मुखर हो रही है। इस संदर्भ में पैट 2023 के अभ्यार्थियों के द्वारा कुलपति प्रो विवेकानंद सिंह को आवेदन भेजा गया है और फिर से पैट 2023 की परीक्षा के आयोजन की मांग मुखर की है। इधर कुलपति प्रो विवेकानंद सिंह जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. एके पांडेय को निलंबन कर चुके है। परीक्षा नियंत्रक के निलंबन के बाद क्या टेबलेटरों पर भी कार्रवाई होगी, इसको लेकर भी सवाल उठाये जा रहे हैं। हालांकि पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो विवेकानंद सिंह पैट 2023 मूल्यांकन में हुई गड़बड़ियों का खुलासा कर चुके हैं। साथ ही यह स्पष्ट कर चुके हैं कि राजभवन के दिशानिर्देश पर ही पैट 2023 में नामांकन पूर्णिया विश्वविद्यालय के द्वारा लिया जाएगा। पैट 2023 के परीक्षा परिणाम में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। इस मामले में राजभवन के निर्देश का इंतजार पूर्णिया विश्वविद्यालय को है। पैट 2023 के परीक्षा परिणाम में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई थी,जिसकी जांच समिति बनवाकर पैट 2023 के परीक्षा परिणाम की जांच करवाई गई, जिसके बाद पैट 2023 की कॉपियां का पुनः मूल्यांकन करवाया गया। इसके बाद पैट 2023 का संशोधित परीक्षा परिणाम घोषित किया गया। पुर्नमूल्यांकन में पूर्व में उर्तीण किये गये 76 छात्र-छात्राएं फेल हो गये हैं। जबकि 104 नये अभ्यार्थी पैट 2023 परीक्षा परिणाम में उर्तीण किये गये। पैट 2023 का मामला राजभवन गया है। राजभवन के दिशा निर्देश से पैट 2023 की समस्याओं का समाधान किया जायेगा। वहीं पूर्णिया विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने भी बताया कि राजभवन से अभी तक पूर्णिया विश्वविद्यालय को कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। राजभवन के दिशानिर्देश के इंतजार में पूर्णिया विश्वविद्यालय है। ......कुलपति व कुलाधिपति को दिया आवेदन: पैट 2023 की परीक्षा व उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन में धांधली होने का खुलासा होने के बाद अब पैट 2023 के परीक्षा परिणाम को रद्द कर पुन: परीक्षा आयोजित करने की मांग मुखर हो रही है। पैट 2023 के अभ्यार्थी प्रणव कुमार व अनीष आनंद समेत करीब 15 अभ्यार्थी पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो विवेकानंद सिंह को एक आवेदन दे चुके है। आवेदन में पैट 2023 की परीक्षा एवं उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्याकन में भारी अनियमितता एवं धांधली के कारण पैट 2023 परीक्षा परिणाम रद्द कर पुन: पैट 2023 की परीक्षा आयोजित करने की मांग की है। आवेदन में उल्लेख किया गया था कि पैट 2023 की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच में मूल्यांकन कार्य में धांधली होने के सबूत मिले हैं। जानकारी मिली है कि पैट 2023 की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य कराया ही नहीं गया। फेक परीक्षा परिणाम पूर्व में जारी किया गया था। इसी का नतीजा है कि पुर्नमूल्यांकन में पूर्व में उत्तीर्ण 76 छात्र असफल हो गये और 104 नये छात्र सफल हो गये। वहीं पैट 2023 के अभ्यर्थी राणा कुमार ने पैट 2023 का परीक्षा को रद्द करवाने को लेकर ईमेल के जरिये बिहार के कुलाधिपति सह राज्यपाल को आवेदन भेज चुके है। आवेदन में राणा कुमार ने उल्लेख किया है कि प्री पीएचडी 2023 एडमिशन को लेकर पूर्णिया विश्वविद्यालय के परीक्षा में सम्मिलित हुआ और प्रवेश परीक्षा दिया। प्रथम बार जब कॉपियां का मूल्यांकन हुआ और परीक्षा परिणाम घोषित हुआ तो उत्तीर्ण हुए। उसके बाद विश्वविद्यालय के द्वारा मौखिक परीक्षा लिया गया और मेरिट लिस्ट भी जारी हो गया था लेकिन पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा अचानक कॉपियां का मूल्यांकन करवाया गया जिसमें पुनः पैट 2023 परीक्षा परिणाम में उत्तीर्ण कई छात्र छात्राओं जो अभ्यर्थी थे, वे परीक्षा परिणाम में अनुत्तीर्ण हो गये । राणा यादव ने कुलाधिपति सह राज्यपाल से मांग की है कि पैट 2023 का परीक्षा परिणाम को रद्द करते हुए पुनः पैट 2023 का परीक्षा करवाने को लेकर निर्णय लिया जाये।
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