मलेरिया खात्मे की ओर : पांच माह में मिले सिर्फ आठ मरीज
-पिछले वर्ष की अपेक्षा मलेरिया रोग में आयी है कमी पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले में मलेरिया खात्मे की ओर है। इस साल पांच माह में अभी सिर्फ आठ

पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले में मलेरिया खात्मे की ओर है। इस साल पांच माह में अभी सिर्फ आठ मलेरिया के रोगी मिले हैं। यह रोग अभी बारिश शुरु होने के बाद बढ़ी है। बीते अप्रैल माह तक मलेरिया रोग की संख्या सिर्फ दो थी। हालांकि, पिछले वर्ष 2024 में कुल 31 मरीज पाए गए थे। जबकि वर्ष 2023 में 100 मलेरिया के रोगी मिले थे। इस तरह से धीरे धीरे मलेरिया के रोगी में कमी दिख रही है। बावजूद इसके सावधानी बनाए रखना जरूरी है। जिले में मलेरिया माह को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरुकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
इसके लिए विभाग की ओर से मलेरिया रोग से बचाव की जानकारी प्रखंड क्षेत्र में दी जा रही है। भीडीसीओ रविनन्दन सिंह ने बताया कि मलेरिया माह को लेकर जिले में जागरुकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके लिए पूर्व में सभी पीएचसी के संबंधित पदाधिकारी को इसके जागरुकता के लिए जरूरी निर्देश विभाग की तरफ से दी गई थी। जून माह से बारिश का मौसम शुरु हो जाता है। ऐसे में जलजनित रोग में मलेरिया, कालाजार रोग बढ़ने की संभावना रहती है। इसे देखते हुए मलेरिया माह पर यह अभियान प्रखंड के सभी क्षेत्र में आशा के माध्यम से संचालित किया जाता है। इसके अर्न्तगत बुखार से पीड़ित किसी भी व्यक्ति को प्रखंड पीएचसी में भेजकर मलेरिया रोगी की जांच की जाती है। यह जांच की सुविधा जिले के सभी पीएचसी से लेकर मुख्यालय स्तर तक उपलब्ध है। हालांकि पहले की अपेक्षा लोगों में जागरुकता आयी है। अभी जिले में 8 मलेरिया के रोगी की पहचान हुई है। -मलेरिया के रोग एवं इनके क्या हैं लक्षण: -प्लाज्मोडियम नामक परजीवी से संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से मलेरिया रोग होता है। यह एक प्रकार का बुखार है। जिसमें संक्रमित व्यक्ति को प्रतिदिन, एक दिन के अंतराल पर या हर 3-4 दिन के अंतराल पर बुखार होने लगता है। मलेरिया बुखार किसी भी उम्र के व्यक्ति, महिला या बच्चों को कभी भी हो सकता है। मलेरिया ग्रसित होने पर संबंधित व्यक्ति को कंपकपी के साथ तेज बुखार होने लगता है। ग्रसित मरीजों को बहुत दिनों तक लगातार बुखार होना। कुछ घंटों के बाद पसीनों के साथ बुखार का उतर जाना पुनः कुछ अंतराल के बाद उन्ही लक्षणों के साथ बुखार का आना मलेरिया ग्रसित होने के लक्षण हैं। -मलेरिया रोग से बचाव में रखें सावधानी : -मलेरिया रोग से बचाव के लिए खुद भी जागरुक रहे और औरों को भी जागरुक रखें ताकि इससे बचा जा सके। इसके लिए जरूरी सावधानी जरूर बरते हैं। मसलन सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। पूरे बदन को ढ़कने वाले कपड़ों का उपयोग करें। घर के आसपास बने जल जमाव वाले जगहों को मिट्टी से पाट दें। जल जमे स्थानों पर पानी में मिट्टी का तेल या डीजल डाल कर मलेरिया मच्छर को होने से रोकें। घर के आसपास बहने वाले नाली की बराबर साफ सफाई करें ताकि पानी का बहाव निरंतर बना रहे।
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