Shivhar Agriculture Meeting Focuses on Crop Development and Pollution Control जिले में खस की खेती की है अपार संभावनाएं, किसान करें खेती, Sitamarhi Hindi News - Hindustan
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जिले में खस की खेती की है अपार संभावनाएं, किसान करें खेती

शिवहर में कृषि विज्ञान केंद्र की बैठक हुई, जिसमें कृषि विकास और उत्पादन बढ़ाने पर चर्चा की गई। वैज्ञानिकों ने खस की खेती की संभावनाओं पर जोर दिया, जिससे किसान कम खर्च में अधिक आमदनी कमा सकते हैं। वायु...

Newswrap हिन्दुस्तान, सीतामढ़ीTue, 22 April 2025 02:13 AM
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जिले में खस की खेती की है अपार संभावनाएं, किसान करें खेती

शिवहर। कृषि विज्ञान केंद्र शिवहर के वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक सोमवार को केंद्र परिसर में डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कुलपति डॉक्टर पीसी पांडेय की अध्यक्षता में हुई। बैठक में जिले में कृषि के विकास एवं कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के संबंध में विचार विमर्श किया गया। बैठक में शिवहर जिले में खस की खेती की अपार संभावना बताते हुए वैज्ञानिकों ने इसकी खेती पर जोरदिया। विशेषज्ञों ने बताया कि जिले की जलवायु और मिट्टी खस की खेती के लिए उपयुक्त है। खास की खेती कर किसान कम खर्चे में अधिक आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। यह किसानों के अतिरिक्त आय का प्रमुख माध्यम बन सकता है। बैठक में दम विवेक रंजन मैत्रेय ने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हर स्तर पर प्रयास करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण के कारण कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होती हैं। डीएम ने जलकुंभी की रोकथाम तथा मृदा बाइंडिंग, पेड़ों के माध्यम से बनिक बनी कारण को बढ़ावा देने का सुझाव दिया उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों से इन मुद्दों पर कार्य करने की अपील की। साथी कहा कि जिले में कृषि के विकास के लिए कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक हर स्तर पर प्रयास करें। बैठक में डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति ने विद्यालयों के बच्चों को कृषि एवं पर्यावरण से संबंधित प्रशिक्षण देने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केंद्र इन मुद्दों पर परियोजना आधारित कार्य करेगी ताकि जिले में सतत कृषि विकास सुनिश्चित हो सके। कृषि के विकास से ही जिले का समग्र विकास संभव है। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ अनुराधा रंजन कुमारी ने कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी दी। साथ ही आगामी कार्य योजना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि जिले में खस की खेती को बढ़ावा देने के अलावा वर्मी कंपोस्ट, प्राकृतिक कृषि मशरूम उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मधुमक्खी पालन एवं फल फूल की बागवानी विविध चित्रों में कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। बैठक में कृषि विकास से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में जिला योजना अधिकारी एवं जिला कृषि अधिकारी के अलावा जिला उद्यान अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं प्रगतिशील किसान शामिल थे बैठक में जिले में कृषि एवं कृषि से संबद्ध विषयों पर चर्चा की गई एवं समस्याओं तथा संभावनाओं पर विचार विमर्श किया गया। इसके अलावा पिछले वर्षों में कृषि के विकास के लिए क्या किया गया तथा अगले वर्ष कृषि के विकास के क्षेत्र में क्या प्रयास किया जाएगा इन मुद्दों पर भी चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि जिले में कृषि के विकास के लिए हर स्तर पर प्रयास चल रहा है।

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