महीने में अब तीन दिन होगी गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच
सीवान जिले में गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसव पूर्व जांच अब महीने में तीन दिन की जाएगी। जुलाई से यह कार्यक्रम शुरू होगा, जिसमें उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था की पहचान की जाएगी। प्रधानमंत्री सुरक्षित...

सीवान, निज प्रतिनिधि। जिले की गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व जांच अब महीने में तीन दिन किया जाएगा। उच्च जोखिम वाली गर्भवस्था की पहचान के लिए जुलाई महीने से यह शुरू किया जाएगा। महीने के 9, 15 व 21 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस आयोजित किया जाएगा। इससे अधिक से अधिक गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व जांच की जा सकेगी और उच्च जोखिम वाली गर्भवस्था की पहचान के साथ ही साथ गुणवत्ता में सुधार भी आ सकेगा। इतना ही नहीं उक्त दिवस पर आने वाली गर्भवती महिलाओं को चिकित्सक के द्वारा गुणवत्ता पूर्ण प्रसव पूर्व जांच, आवश्यक प्रयोगशाला जांच, अल्ट्रासाउंड परीक्षण भी करने का निर्देश दिया गया है।
बताया गया है कि परीक्षण के दौरान उच्च जोखिम वाली गर्भवस्था वाली महिलाओं की आंकड़ा को भी पीएमएसएमए पोर्टल पर अपलोड करना है। राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार के सहायक निदेशक सुहर्ष भगत ने 11 जून को जारी किए निर्देश में गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व जांच की गुणवत्ता बढ़ाने को लेकर पीएमएसएमए सत्रों को दो दिन से बढ़ाकर प्रत्येक महीने के तीन दिन करने का बात कही गयी है। बताया है कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में सत्रों के दौरान सुबे में कुल 9 लाख गर्भवती महिलाएं प्रसव पूर्व जांच के लिए शामिल हुईं। इनमें से 7 फीसदी उच्च जोखिम वाली गर्भवस्था की पहचान की गयी। जबकि अपेक्षित दर 15 फीसदी होनी थी। वहीं, स्थानीय जिले में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत कुल 33 हजार 354 गर्भवती महिलाएं चिहिन्त की गयी हैं। इनमें से 2 हजार 917 गर्भवती महिलाओं को उच्च जोखिम वाली गर्भवस्था की पहचान की गयी है। यह लक्ष्य के खिलाफ 8.7 फीसदी है।
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