New Building Construction Hope for Dilapidated Ayurvedic Hospital in Jiradei Siwan जीरादेई स्थित राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय के नए भवन की जगी आस, Siwan Hindi News - Hindustan
Hindi NewsBihar NewsSiwan NewsNew Building Construction Hope for Dilapidated Ayurvedic Hospital in Jiradei Siwan

जीरादेई स्थित राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय के नए भवन की जगी आस

जीरादेई प्रखंड में राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय की स्थिति बेहद दयनीय है। हाल ही में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इसका दौरा किया और रिपोर्ट डीडीसी को सौंपी। मौजूदा भवन जर्जर है, यहां खिड़की-दरवाजे नहीं हैं।...

Newswrap हिन्दुस्तान, सीवानMon, 28 April 2025 07:56 PM
share Share
Follow Us on
जीरादेई स्थित राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय के नए भवन की जगी आस

सीवान, निज प्रतिनिधि। जीरादेई प्रखंड में जर्जर व दयनीय हालात में मौजूद राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय के नए भवन के निर्माण की उम्मीद जगने लगी है। बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग की टीम का यहां दौरा इस बात का संकेत माना जा रहा है। बताया गया कि सिविल सर्जन ने एक टीम के साथ मौके का दौरा किया था और इसकी जांच रिपोर्ट डीडीसी को सौंपा है। जांच के बाद बताया गया है कि पूर्व से जीरादेई में स्थापित राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय की मौजूदा स्थिति ठीक नहीं है। भवन दयनीय व जर्जर अवस्था में है। भवन में न तो खिड़की है और न ही कोई दरवाजा ही है। हालात यह है कि जर्जर भवनों में स्थानीय लोगों ने पशुओं को बांधते हैं। कुल 31 डिसमिल में मौजूद यह फैला है। कुल मिलाकर राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय का भवन पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुका है और इसका जीर्णोद्वार संभव नहीं है। नए भवन के निर्माण को लेकर यहां जरूरत के हिसाब से जमीन उपलब्ध है। यहां पर चहारदीवारी व नया भवन का निर्माण कराया जा सकता है। बताया जाता है कि इस राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय के निर्माण के लिए स्व. मुसलाल राय वगैरह के द्वारा भूमि दान किया गया था। दिशा की बैठक में राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय की हुई थी चर्चा बताया गया कि पिछले वर्ष 28 दिसंबर को सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में दिशा की बैठक हुई थी। इस बैठक के दौरान विधायक अमरजीत कुशवाहा ने बताया कि जीरादेई प्रखंड में वर्षों से देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के नाम से एक आयुर्वेदिक चिकित्सालय स्थापित है। इस चिकित्सालय का भवन खंडहर में तब्दील हो चुका है और यहां कुछ भी नहीं रह गया है। इस संबंध में कई बार चर्चा की गयी लेकिन अबतक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस प्रश्न को गंभीरता से लेते हुए डीडीसी ने जिला पदाधिकारी द्वारा सिविल सर्जन को निर्देश दिया था कि निरीक्षण कर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करते हुए जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।