बेटे की हत्या कर डेड बॉडी नदी में फेंका, पटना में मां-बाप और भाई पर केस दर्ज
आरोप है कि दीपक की इतनी बेरहमी से पिटाई की गई जिससे मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया। आरोपितों ने दीपक पासवान का शव को सोन नदी में फेंक देने की बात कही गई। पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से शव को तलाशने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मिल सका।

रुपये के विवाद को लेकर राजधानी पटना से सटे बिहटा थाने में तैनात चौकीदार उसकी पत्नी और छोटे बेटे पर बड़े पुत्र दीपक की हत्या कर लाश गायब कर देने का आरोप लगा है। घटना आईआईटी थाना के मोलाहिनपुर गांव में बीते 27 मई की देर रात हुई जिसकी सूचना मृतक की पत्नी ने 30 तारीख को थाने में दी। इस मामले में चौकीदार राजेश पासवान, उसकी पत्नी बेबी देवी व छोटे बेटे चंदन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब तक दीपक पासवान का शव बरामद नहीं हो सका है। मृतक की पत्नी के बयान पर पुलिस ने केस किया है।
एसडीआरएफ की टीम सोन नदी में दीपक के शव को ढूंढ़ रही है। दीपक आईआईटी थाना के मोलाहिनपुर गांव का रहने वाला था। वारदात के रोज देर रात ही पैसा बंटवारा को लेकर दीपक और उसके पिता राजेश के बीच रुपये के बंटवारा को लेकर विवाद शुरू हो गया था। धीरे-धीरे विवाद मारपीट में बदल गया। पति की पिटाई देख पत्नी निरमा देवी जब बचाने दौड़ी तो सास,ससुर और देवर ने जबरदस्ती घसीट कर उसे एक कमरे में बंद कर दिया।
आरोप है कि दीपक की इतनी बेरहमी से पिटाई की गई जिससे मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया। आरोपितों ने दीपक पासवान का शव को सोन नदी में फेंक देने की बात कही गई। पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से शव को तलाशने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मिल सका।
इलाज की बात कह दीपक को ले गये थे
दीपक की मौत के बाद आरोपित उसे अस्पताल में भर्ती करवाने के नाम पर ले गये। उन्हें पता था कि दीपक की मौत हो चुकी है। आरोप है कि उसके शव को सोन नदी में फेंक दिया गया। वारदात के करीब 24 घंटे के बाद किसी तरह मृतक की पत्नी कमरे का गेट तोड़कर बाहर निकली और आईआईटी थाने पंहुच पुलिस को जानकारी दी। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने आरोपितों को पकड़कर पूछताछ की तो उन्होंने गुनाह कबूल कर लिया।