धनंजय की पत्नी महालक्षमी ने चार साल पूर्व त्रिलोकी और उसके पिता पर मारपीट का आरोप लगाते हुए आलमगंज थाने में केस दर्ज करवाया था। वह बार-बार केस को उठाने वरना अंजाम भुगतने की धमकी दे रहा था। शक है कि इसी कारण त्रिलोकी ने मां महालक्षमी और उनकी बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी।
पटना में डबल मर्डर का वीडियो शेयर करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा, ‘20 वर्षों के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की नाक के नीचे राजधानी पटना में सत्ता संरक्षित अपराधियों ने दिनदहाड़े घर में घुसकर माँ-बेटी और पिता को गोली मारी जिसमें माँ-बेटी की दुःखद मौत हो गई और पिता गंभीर अवस्था में है।
घटनास्थल से अपाची मोटरसाइकिल और गोली का 12 खोखा बरामद हुआ है। दोनों युवकों की कनपटी में सटाकर गोली मारी गई है। 112 टीम के द्वारा मृतक के पैंट से मोबाइल निकालने पर एक की बिक्रम के बाघाकोल निवासी के रूप में पहचान हुई है।
पटना के अरफ़ाबाद कॉलोनी में आपसी विवाद में गोलीबारी की घटना हुई है। इस गोलीबारी में पति-पत्नी व बेटी को गोली मारी गई है। गोली लगने की वजह से मां और बेटी की मौत हो गई है। इस डबल मर्डर से इलाके में सनसनी फैल गई है।
महिला ने पुलिस को बताया कि सोमवार को खेलने के दौरान बच्चों में विवाद हुआ था। विवाहिता का आरोप है कि इसी बात को लेकर हथियार लेकर विनोद, प्रिंस, राकेश समेत छह लोग घर में घुसकर हमारे साथ छेड़खानी करने लगे। ससुर के विरोध किया तो बदमाशों ने गोली मार दी।
आरोप है कि दीपक की इतनी बेरहमी से पिटाई की गई जिससे मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया। आरोपितों ने दीपक पासवान का शव को सोन नदी में फेंक देने की बात कही गई। पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से शव को तलाशने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मिल सका।
पटना पुलिस की छापेमारी में दस पिस्टल, 18 मैगजीन, 10 टूल बॉक्स, 10 लोहे की रेती, छह पिस्टल का स्प्रिंग, 51 हजार नकद, 13 मोबाइल, एक मोटर साइकिल, दो चार चक्का वाहन और आठ सौ ग्राम गांजा बरामद हुआ।
मृतक चंद्रकांत प्रसाद ( 48 वर्ष) रामकृष्णा नगर के जगनपूरा निवासी थे। जानकारी के मुताबिक, बाइक सवार तीन अपराधियों ने हत्या की घटना को अंजाम दिया है। अपराधियों ने दिनदहाड़े चंद्रकांत को चार गोलियां मारी है। हत्या का आरोप दामाद और समधी पर ही लगा हैl
घटना को लेकर महिला थानाध्यक्ष ने बताया कि पीड़िता की शादी 4 साल पहले हुई थी। आरोप है कि 3 माह से उसकी सास, पति व अन्य उससे जबरन देह व्यापार करा रहे थे। इसको लेकर आरोपितों के खिलाफ नामजद केस दर्ज कर इसकी जांच की जा रही है।
पटना के एक अस्पताल में नर्स ने नजराना की ऐसी जिद पकड़ी कि डॉक्टर के कहने के बाद भी नवजात को स्पेशल केयर यूनिट में भर्ती कराने के बदले पैसे के लिए बहस करती रही। समय पर इलाज नहीं मिलने से बच्चे की मौत हो गई।