वीरपुर में फिजिकल मॉडलिंग रिसर्च सेंटर बनकर तैयार
वीरपुर में भारत का दूसरा और विश्व का पांचवां फिजिकल मॉडलिंग रिसर्च सेंटर 108 करोड़ की लागत से तैयार हो चुका है। यह सेंटर 72 घंटे पहले बाढ़ की सूचना देगा, जिससे बाढ़ प्रबंधन आसान होगा। उम्मीद है कि यह...

वीरपुर, एक संवाददाता। नदियों के अध्ययन के लिए भारत का दूसरा और विश्व का पांचवां फिजिकल मॉडलिंग रिसर्च सेंटर वीरपुर में 108 करोड़ की लागत से बनकर तैयार है। इसमें कार्य शुरू हो जाने के बाद 72 घंटे पहले बाढ़ की सूचना मिल जाएगी, जिससे बाढ़ से निपटना आसान हो जाएगा। इसका निर्माण अहमदाबाद की कंपनी चेवरोक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया गया है। इस सेंटर में कार्य शुरू होने पर 72 घंटे पहले बाढ़ का अलर्ट मिल सकेगा। इसके अलावा मॉडलिंग सेंटर में नदियों के हाइड्रोलिक गुणों पर भी रिसर्च किया जा सकेगा। उम्मीद कि जा रही है कि साल 2025 के बाढ़ अवधि में यह रिसर्च सेंटर काम करने लगेगा, लेकिन अब बाढ़ अवधि के शुरू होने में मात्र दो दिन का समय शेष है और इस फिजिकल मॉडलिंग रिसर्च सेंटर के उद्घाटन को लेकर कोई तिथि निर्धारित नहीं हुई है।
18 अगस्त 2008 कोसी क्षेत्रवासियों के लिए वह काला दिन है जिसे आने वाले पीढ़ी कभी नहीं भुलेगी। कुसहा त्रासदी ने जो घाव दिए उस पर मरहम लगा पाना इतना आसान नहीं है। हालांकि जल संसाधन विभाग ने इस बात का दावा किया है कि अब पहले जैसे त्रासदी की पुनरावृति नहीं होगी। क्योंकि हमारे पास संसाधनों की कमी नहीं रह गयी है। कोसी नदी के पूर्वी तटबंध को त्रासदी के बाद काफी मजबूती मिली है। बैंगलोर की कम्पनी योजीका की अगुवाई में स्परों के मजबूतीकरण का कार्य करोड़ों की लागत से किया गया है। नदियों की दशा और दिशा सुधारने के लिए फिजिकल मॉडलिंग सेंटर बनाया जा रहा है, जिससे नदियों के बालू, नदियों के जलप्रवाह और तटबंध के किस बिन्दुओं पर कितना दबाव बनेगा इसका अध्ययन कर कार्य करने की योजना बनेगी और कार्य को मूर्तरूप भी दिया जाएगा। क्षेत्र के लोगों के लिए राहत की बात यह है कि इस फिजिकल मॉडलिंग सेंटर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इसलिए कहा जा सकता है कि अब कुसहा जैसी त्रासदी से बचा जा सकेगा। 2010 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की थी इस सौगात की घोषणा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुसहा त्रासदी के बाद 3 अप्रैल 2010 को वीरपुर दौरे के क्रम में कोसी के सिल्ट की जांच और पानी के घनत्व को देखते हुए वीरपुर में फिजिकल मॉडलिंग सेंटर बनाने की घोषणा की थी। अब सेंटर का काम पूरा होता दिख रहा है। 24 जून 2020 को फिजिकल मॉडल सेंटर का सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से शिलान्यास किया गया था। पुन: 10 सितम्बर 2020 को मंत्री संजय झा ने भूमि पूजन किया था। साथ ही निर्माण एजेंसी को कार्य में तेजी लाने का निर्देश भी दिया था। बता दें कि यह फिजिकल मॉडलिंग सेंटर पुराने केंद्रीय कर्मशाला परिसर में तैयार किया गया है। इसमें कोसी नदी के तटबंध, कोसी बराज एवं अन्य स्ट्रक्चर का प्रोफाइल बनाया गया है जिस पर स्टडी कर बाढ़ के पूर्वानुमान की जानकारी दी जाएगी। कोसी बेसिन में तटबंध संरक्षण समेत बाढ़ पूर्वानुमान को बाढ़ प्रबंधन सुधार सहायता केंद्र के बैनर तले कार्य किया जा रहा है। उधर, मुख्य अभियंता वरुण कुमार ने बताया कि अभी मॉडल का काम चल रहा है। जून के अंत तक इसका उद्घाटन संभव है।
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