वैशाली डीएम वर्षा सिंह अचानक पहुंचीं सदर अस्पताल, कई कर्मचारी ड्यूटी से गायब मिले
वैशाली की डीएम वर्षा सिंह शनिवार देर रात अचानक हाजीपुर सदर अस्पताल पहुंचीं। औचक निरीक्षण के दौरान अस्पताल के कई कर्मी ड्यूटी से गायब पाए गए। इनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।

बिहार के वैशाली जिले की नई जिलाधिकारी वर्षा सिंह ऐक्शन में हैं। शनिवार रात को औचक निरीक्षण के लिए हाजीपुर के सदर अस्पताल पहुंच गईं। इससे अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। इस दौरान उन्होंने इमरजेंसी समेत कई वार्डों का निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल के कुछ कर्मचारी एवं सुरक्षा कर्मी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए। वहीं, कुछ अन्य बिना ड्रेस में नजर आए। इस पर डीएम ने नाराजगी जताई। साथ ही सिविल सर्जन ने इन सभी के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है।
निरीक्षण के दौरान डीएम वर्षा सिंह ने कहा कि सदर अस्पताल में बहुत सारी चीजों को सुधारने की आवश्यकता है। इसको लेकर सिविल सर्जन को आदेश दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि गांव देहात से आने वाले गरीब मरीजों को यहां बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले इसके लिए सदर अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार की जरूरत है। डीएम रात करीब 10 बजे अस्पताल पहुंचीं।
2016 बैच की आईएएस अधिकारी वर्षा सिंह को हाल ही में वैशाली का डीएम नियुक्त किया गया है। उनकी छवि तेज तर्रार अफसर की रही है। इससे पहले वह नगर एवं आवास विभाग में अपर सचिव के पद पर तैनात थीं। वहां से उनका ट्रांसफर वैशाली किया गया। इससे पहले वह अरवल जिले की डीएम भी रह चुकी हैं।
बता दें कि पिछले दिनों पटना के पीएमसीएच में मुजफ्फरपुर की रेप पीड़ित बच्ची को इलाज मिलने में देरी होने से मौत हो गई थी। यह मामला बिहार ही नहीं बल्कि देश भर में चर्चा का विषय बना। इसके बाद से राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठने लगे। इसके बाद राज्य सरकार ने सरकारी अस्पतालों में किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी पीएमसीएच के प्रभारी को सस्पेंड कर इस मामले में एक जांच कमिटी गठित की। इसकी रिपोर्ट जल्द ही विभाग को सौंपी जाएगी।