Dr Prasun Kumar a skilled and experienced surgical gastroenterologist working at Mediversal Hospital Patna मेडिवर्सल हॉस्पिटल में कार्यरत कुशल और अनुभवी सर्जिकल गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट डॉ. प्रसून कुमार मरीजों को दे रहे हैं नया ज, Brand-post Hindi News - Hindustan
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मेडिवर्सल हॉस्पिटल में कार्यरत कुशल और अनुभवी सर्जिकल गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट डॉ. प्रसून कुमार मरीजों को दे रहे हैं नया ज

डॉ. प्रसून कुमार एक वरिष्ठ सर्जिकल गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट हैं, जिन्हें आमतौर पर लोग गैस्ट्रो सर्जन के रूप में भी जानते हैं।

Brand PostMon, 16 June 2025 07:12 PM
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मेडिवर्सल हॉस्पिटल में कार्यरत कुशल और अनुभवी सर्जिकल गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट डॉ. प्रसून कुमार मरीजों को दे रहे हैं नया ज

डॉ. प्रसून कुमार एक वरिष्ठ सर्जिकल गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट हैं, जिन्हें आमतौर पर लोग गैस्ट्रो सर्जन के रूप में भी जानते हैं। पिछले 10 वर्षों से भी अधिक समय से वह इस क्षेत्र में कार्यरत हैं और लीवर, गॉलब्लैडर (पित्त की थैली), बाइल डक्ट (पित्त नली), पैंक्रियास (अग्न्याशय) और पाचन तंत्र से जुड़ी जटिल बीमारियों का इलाज कर रहे हैं। वर्तमान में डॉ. प्रसून कुमार मेडीवर्सल हॉस्पिटल में कार्यरत हैं। उन्हें एडवांस लैप्रोस्कोपिक, HPB (लीवर, पित्तनली और अग्न्याशय), कोलोरेक्टल और ऑन्कोलॉजिकल सर्जरी में गहरा अनुभव प्राप्त है। भारत और अमेरिका के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों ब्राउन यूनिवर्सिटी और मेमोरियल स्लोन केटरिंग से उन्होंने समृद्ध क्लिनिकल अनुभव हासिल किया है। मिनिमली इनवेसिव और रोबोटिक प्रक्रियाओं में उनकी दक्षता मरीजों को विश्वस्तरीय सर्जिकल केयर प्रदान करती है। डॉ. प्रसून कुमार की उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता, मरीज-केन्द्रित दृष्टिकोण और वैश्विक मानकों के अनुरूप सर्जिकल सेवाएं मेडीवर्सल के मूल मूल्योंविश्वास, पारदर्शिता और देखभाल के साथ पूरी तरह मेल खाती हैं।

अनुभवी गैस्ट्रो सर्जन के रूप में दे रहे हैं सेवा

लीवर, गॉलब्लैडर (पित्त की थैली), बाइल डक्ट (पित्त नली), पैंक्रियास (अग्न्याशय) और पाचन तंत्र से जुड़ी बीमारियों का इलाज करना एक जटिल प्रक्रिया है, जिसमें अनुभव और विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। इन सभी बीमारियों के इलाज में डॉ. प्रसून एक अनुभवी गैस्ट्रो सर्जन के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

डॉ. प्रसून ऐसे मामलों में विशेष दक्षता रखते हैं, जिनमें लीवर सिरोसिस, पित्त की थैली में पथरी, पित्त नलियों में रुकावट, अग्न्याशय की सूजन या कैंसर तथा आंतों से जुड़ी जटिल समस्याएं शामिल हैं। आधुनिक तकनीकों और सर्जिकल प्रोसीजर्स की मदद से वे मरीजों को बेहतर जीवन देने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं।

उनका उद्देश्य केवल बीमारी का इलाज करना ही नहीं, बल्कि मरीजों को पूरी जानकारी देकर उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से भी स्वस्थ बनाना है। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी में उनकी विशेषज्ञता, मरीजों को जल्दी राहत और बेहतर रिकवरी सुनिश्चित करती है। यदि आप लीवर, पित्त, बाइल डक्ट या पैंक्रियास से जुड़ी किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं, तो डॉ. प्रसून की सलाह आपके लिए बेहद लाभकारी हो सकती है।

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शैक्षणिक और प्रोफेशनल पृष्ठभूमि

डॉ. कुमार की चिकित्सा यात्रा वर्ष 2004 से शुरू हुई थी। उन्होंने MBBS की पढ़ाई ग्रांट मेडिकल कॉलेज, मुंबई से की। इसके बाद जनरल सर्जरी में प्रशिक्षण किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ से प्राप्त किया। सर्जिकल गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजी में सुपर-स्पेशलाइजेशन उन्होंने एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजी, हैदराबाद से किया।

उन्होंने अमेरिका में भी पांच वर्षों तक कार्य किया और वहां उन्होंने कई प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रशिक्षण व कार्यानुभव प्राप्त किया, जिनमें शामिल हैं:

--- कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी,

--- ब्राउन यूनिवर्सिटी ,

--- मेमोरियल स्लोअन केटरिंग कैंसर सेंटर (न्यूयॉर्क),

--- किंग्स काउंटी हॉस्पिटल और

--- फिलाडेल्फिया स्टेट हॉस्पिटल।

इन अनुभवों ने उन्हें वैश्विक स्तर पर उन्नत तकनीकों और जटिल सर्जिकल प्रक्रियाओं से रूबरू कराया।

वर्तमान कार्यक्षेत्र

वर्तमान में डॉ. प्रसून कुमार पटना के मेडिवर्सल हॉस्पिटल में सर्जिकल गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट के रूप में सेवाएं दे रहे हैं।

विशेषज्ञता

डॉ. कुमार निम्नलिखित क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखते हैं:

--- लीवर, पित्त की थैली, पित्त नली और पैंक्रियास की बीमारियां

--- आंतों और पेट से संबंधित कैंसर और नॉन-कैंसरस समस्याएं

--- छोटी-बड़ी आंत की सर्जिकल समस्याएं

--- जठर (Stomach), यकृत (Liver), अग्नाशय (Pancreas) आदि से जुड़ी जटिल सर्जरी

अक्सर उनके पास आने वाले मरीजों को भूख न लगना, वजन कम होना, भोजन के बाद पेट फूलना, अपच, एसिडिटी या लगातार गैस की समस्या होती है। ये लक्षण कई बार किसी गंभीर रोग, विशेषकर कैंसर के प्रारंभिक संकेत भी हो सकते हैं।

उपलब्ध चिकित्सा सुविधाएं

डॉ. कुमार के अनुसार मेडिवर्सल हॉस्पिटल में सभी जरूरी डायग्नोस्टिक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जैसे:

--- ब्लड टेस्ट

--- सीटी स्कैन और एमआरआई

--- मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर

--- एंडोस्कोपी, बायोप्सी जैसी उन्नत जांच सुविधाएं

मरीज कब डॉक्टर से संपर्क करें?

डॉ. कुमार का मानना है कि यदि किसी को बार-बार पेट फूलने, भूख न लगने, खट्टी डकारें या वज़न कम होने जैसी समस्याएं हो रही हों और ये कई दिनों तक बनी रहें, तो इसे नजरअंदाज न करें। घरेलू उपचार की जगह समय रहते विशेषज्ञ से संपर्क करना कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की रोकथाम में मददगार हो सकता है।

IBS क्या है?

इरिटेबल बाउल सिंड्रोम पेट की एक फंक्शनल बीमारी है – यानी इसमें आंतों की बनावट में कोई स्पष्ट खराबी नहीं होती, लेकिन उनका कार्य गड़बड़ा जाता है। यह समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक देखी जाती है और अक्सर 20-45 वर्ष की आयु में शुरू होती है।

प्रमुख लक्षण:

*बार-बार पेट दर्द या ऐंठन, खासकर मल त्याग से पहले

*दस्त (loose motions) या कब्ज या दोनों में बारी-बारी से बदलाव

*पेट में भारीपन, गैस, और फूला हुआ महसूस होना

*अधूरा मल त्याग का एहसास

*कुछ विशेष खाद्य पदार्थों से तकलीफ बढ़ना

कारण क्या हैं?

तनाव और मानसिक चिंता: IBS को अक्सर "ब्रेन-गट डिसऑर्डर" कहा जाता है क्योंकि दिमाग और आंतों के बीच का संबंध बिगड़ जाता है।

*अनियमित दिनचर्या और भोजन

*आंतों की मांसपेशियों की अत्यधिक सक्रियता

*कुछ लोगों में भोजन से संवेदनशीलता, जैसे दूध, गेहूं, मिर्च-मसाले आदि से लक्षण बढ़ सकते हैं।

कैसे करें पहचान?

IBS की पुष्टि के लिए कोई एक विशेष जांच नहीं होती। डॉक्टर आपकी लक्षणों के आधार पर और अन्य गंभीर रोगों (जैसे कैंसर, सीलिएक disease, IBD, etc) को बाहर कर इसके निदान पर पहुंचते हैं।

इलाज की दिशा

IBS का कोई स्थायी इलाज नहीं, लेकिन लाइफस्टाइल में बदलाव और सही दवाओं से इसे बहुत हद तक नियंत्रित किया जा सकता है:

*फाइबर युक्त भोजन लें, पानी अधिक पिएं

*तनाव कम करने की कोशिश करें (योग, ध्यान फायदेमंद है)

*कुछ मामलों में प्रोबायोटिक्स, एंटीस्पास्मोडिक, या हल्की एंटी-डिप्रेशन दवाएं दी जाती हैं

*डायरी बनाकर यह पहचानें कि किन खाद्य पदार्थों से तकलीफ बढ़ती है – उन्हें परहेज़ करें

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कब डॉक्टर से मिलना चाहिए?

*अगर वजन लगातार घट रहा हो

*मल में खून आ रहा हो

*रात में भी बार-बार मल त्याग की जरूरत पड़ती हो

*परिवार में किसी को आंत का कैंसर रहा हो

तो इसे सिर्फ IBS मानकर न टालें – विशेषज्ञ की सलाह लें।

मरीजों की मुस्कान से मिलता है संतोष

डॉ. प्रसून कुमार उनका कहना है कि हर सफल सर्जरी के बाद मरीज की मुस्कान ही उनके लिए सबसे बड़ा संतोष है। चाहे कोई जटिल पैंक्रियाज सर्जरी हो या फिर पेट की सामान्य सर्जरी, जब मरीज ठीक होकर घर लौटता है तो यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि होती है।

भविष्य की योजनाएं

डॉ. प्रसून कुमार की योजना है कि बिहार के मरीजों को बाहर के बड़े शहरों में इलाज के लिए जाना न पड़े। उनका उद्देश्य है कि पटना में ही ऐसी उन्नत सुविधाएं स्थापित हों जिससे उच्च स्तरीय सर्जरी और गैस्ट्रो चिकित्सा उपलब्ध हो सके। डॉ. प्रसून कुमार न सिर्फ एक कुशल सर्जन हैं बल्कि एक दृष्टिवान चिकित्सक भी हैं जो अपने अनुभव और वैश्विक प्रशिक्षण को बिहार जैसे राज्य में आमजन के लिए उपलब्ध कराना चाहते हैं। उनका लक्ष्य है कि बिहार के मरीजों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाएं स्थानीय स्तर पर, सुलभ और सस्ती दरों में मिलें।

समस्या चाहे लिवर की हो या पाचन तंत्र की, समय पर सही इलाज और सटीक सर्जरी से जीवन को नई दिशा दी जा सकती है।

– डॉ. प्रसून कुमार

सलाहकार - सर्जिकल गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट

एमबीबीएस, एमएस (जनरल सर्जरी),

डॉ.एनबी (सर्जिकल गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी)

कार्यस्थल : मेडिवर्सल हॉस्पिटल

पता : मेडिवर्सल हॉस्पिटल, पटना

फोन : 06123500010

(अस्वीकरण : इस लेख में किए गए दावों की सत्यता की पूरी जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति / संस्थान की है।)

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