अपने दम पर कोलंबो पोर्ट को पूरा करेंगे अडाणी, नहीं लेंगे अमेरिका की हेल्प
- अरबपति कारोबारी गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले समूह ने मंगलवार को कहा कि वह श्रीलंकाई बंदरगाह परियोजना की फाइनेंशिग के लिए अपने संसाधनों का इस्तेमाल करेगा और इसके लिए अमेरिकी वित्तपोषण का अनुरोध वापस ले लिया गया है।
अरबपति कारोबारी गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले समूह ने मंगलवार को कहा कि वह श्रीलंकाई बंदरगाह परियोजना की फाइनेंशिग के लिए अपने संसाधनों का इस्तेमाल करेगा और इसके लिए अमेरिकी वित्तपोषण का अनुरोध वापस ले लिया गया है। अडानी ग्रुप अब इस परियोजना को अपने दम पर पूरा करेगा।
मंगलवार देर शाम एक्सचेंज को दी गई सूचना में 'अडाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड' ने कहा कि परियोजना ‘अगले साल की शुरुआत तक चालू होने की राह पर है।’ उसने कहा कि कंपनी अपनी पूंजी प्रबंधन रणनीति के अनुरूप ‘आंतरिक स्रोतों’ के माध्यम से परियोजना का वित्तपोषण करेगी। कंपनी ने कहा कि उसने 2023 के लिए अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास वित्त निगम (डीएफसी) से वित्तपोषण के लिए किया अपना अनुरोध वापस ले लिया है।
शेयरों पर दिखेगा फैसले का असर
इस खबर का असर अडानी पोर्ट्स के साथ-साथ अडानी ग्रुप के शेयरों पर आज देखने को मिल सकता है। अडानी पोर्ट्स मंगलवार को 1.17 पर्सेंट की गिरावट के साथ 1252 रुपये पर बंद हुआ था। पिछले एक महीने में यह 7 फीसद से अधिक टूट चुका है। वहीं, पिछले छह महीने में इसने करीब 11 फीसद का निगेटिव रिटर्न दिया है।
इस साल अडानी पोर्ट्स ने दिए 19.48 पर्सेंट रिटर्न
हालांकि, अडानी पोर्ट्स का शेयर साल 2024 में अबतक 19.48 पर्सेंट चढ़ा है। पिछले एक साल में इसने 21 फीसद से अधिक का रिटर्न दिया है। इतन ही नहीं पिछले पांच साल में इसने 232 फीसद से अधिक की उड़ान भरी है। इसका 52 हफ्ते का हाई 1621.40 रुपये और लो 989.25 रुपये है।
(डिस्क्लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)