बदल गया नाम अडानी की इस कंपनी का नाम, शेयर क्रैश, जानिए क्यों लिया गया यह फैसला
अडानी समूह की फास्ट-मूविंग कंज्यूमर ग्रुप यूनिट अडानी विल्मर ने अपना नाम बदलकर एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस लिमिटेड कर लिया है। कंपनी ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह कदम अपने शेयरहोल्डर्स से अप्रूवल मिलने के बाद उठाया गया है।

Adani Wilmar Renamed: अडानी विल्मर को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। अडानी समूह की फास्ट-मूविंग कंज्यूमर ग्रुप (एफएमसीजी) यूनिट अडानी विल्मर ने अपना नाम बदलकर एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस लिमिटेड कर लिया है। कंपनी ने मंगलवार (25 फरवरी) को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह कदम अपने शेयरहोल्डर्स से अप्रूवल मिलने के बाद उठाया गया है। इधर, कंपनी के शेयर में आज 3% तक की गिरावट देखी जा रही है और यह शेयर 255.75 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
क्या है डिटेल
रीब्रांडिंग का उद्देश्य कंपनी की पहचान को उसकी मुख्य कारोबारी एक्टिविटीज और एग्री-कारोबार उद्योग में भविष्य की विकास संभावनाओं के साथ एलाइन करना है। प्रेस बयान में कहा गया है कि यह निर्णय कंपनी के लिए महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है, कृषि और खाद्य क्षेत्र पर इसके विस्तारित फोकस को दिखाता है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, अडानी विल्मर (अब एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस लिमिटेड) को वित्त वर्ष 26 में नए प्रोडक्ट्स को पेश करने के अपने प्रयासों को तेज करने की उम्मीद है, जो कि रसोई की आवश्यक वस्तुओं के भीतर किफायती और उच्च-अंत दोनों क्षेत्रों को लक्षित करते हैं। यह कदम संभवत: बजट में उल्लिखित आयकर कटौती से प्रेरित शहरी मांग में सुधार की उम्मीद से प्रेरित है। इसके अलावा, कंपनी की पूंजी निवेश रणनीति को गति मिल सकती है क्योंकि इसकी चल रही परियोजनाएं, जिसमें लगभग 1,300 करोड़ रुपये की फूड प्रोसेसिंग सुविधा भी शामिल है।
कंपनी की योजना
हरियाणा के सोनीपत जिले में स्थित, इस सुविधा का संचालन पिछले महीने शुरू हुआ और यह खाद्य तेल और विभिन्न खाद्य पदार्थों का प्रोडक्शन करेगी। इससे पहले, अडानी एंटरप्राइजेज ने अक्टूबर 2024 में अपने फूड और एफएमसीजी कारोबार को अडानी विल्मर के साथ अलग करने की अपनी योजना रद्द कर दी थी। कंपनी ने निर्णय के कारण के रूप में न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता (एमपीएस) आवश्यकताओं का पालन करने की आवश्यकता का हवाला दिया था।