23 मई को अनिल अंबानी की कंपनी की बड़ी बैठक, शेयर पर दांव लगाने की मची है होड़
बीते शुक्रवार को जब बाजार बिकवाली मोड में था तब अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्टक्चर के शेयर की डिमांड थी। जून 2024 में शेयर 143.70 रुपये और सितंबर 2024 में 350.90 रुपये पर था। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो और हाई है।

Reliance Infrastructure share: बीते शुक्रवार को जब बाजार बिकवाली मोड में था तब अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्टक्चर के शेयर की डिमांड थी। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन रिलायंस के शेयर करीब 3 फीसदी चढ़कर 280 रुपये के स्तर पर पहुंच गए। कारोबार के अंत में शेयर 2.72% उछाल के साथ 279.15 रुपये पर बंद हुआ। जून 2024 में शेयर 143.70 रुपये और सितंबर 2024 में 350.90 रुपये पर था। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो और हाई है। शुक्रवार को शेयर बाजार की बात करें तो सेंसेक्स 200 अंक से ज्यादा टूटकर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी भी बिकवाली मोड में रहा।
होने वाली है बोर्ड बैठक
हाल ही में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने बीएसई को सूचित किया है कि कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक 23/05/2025 को निर्धारित है। इस बैठक में अन्य बातों के साथ-साथ 31 मार्च 2025 को समाप्त तिमाही के नतीजे जारी किए जाएंगे। बता दें कि पहले यह बैठक 16 मई को होने वाली थी।
कंपनी के बारे में
अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रा ईपीसी सेवाएं प्रदान करने, दिल्ली में बिजली वितरण और रक्षा क्षेत्र तथा मेट्रो, टोल रोड और हवाई अड्डों जैसे बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में कई परियोजनाओं के कार्यान्वयन, संचालन और रखरखाव के व्यवसाय में लगी हुई है। इसने मुंबई मेट्रो लाइन वन परियोजना को भी क्रियान्वित किया है। मार्च 2025 तक, प्रमोटरों के पास कंपनी में 16.50 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
आखिरी तिमाही नतीजे
बता दें कि रिलायंस के मार्च तिमाही के नतीजे अभी जारी नहीं हुए हैं। अक्टूबर-दिसंबर 2024 अवधि के दौरान - रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का शुद्ध घाटा बढ़कर 3,298.35 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में शुद्ध घाटा 421.17 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में रिलायंस इंफ्रा का परिचालन राजस्व 4,743 रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही से 0.55 प्रतिशत अधिक है।