अमेरिकी शेयर मार्केट में हाहाकार, आज हिल सकता है घरेलू बाजार
- अमेरिकी शेयर मार्केट में बुधवार को हाहाकार मच गया। वॉल स्ट्रीट के बेंचमार्क इंडेक्स धराशायी हो गए। इसका असर आज दलाल स्ट्रीट के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स-निफ्टी पर देखने को मिल सकता है।
फेड के ब्याज दरों में कटौती से अमेरिकी शेयर मार्केट में बुधवार को हाहाकार मच गया। वॉल स्ट्रीट के बेंचमार्क इंडेक्स धराशायी हो गए। इसका असर आज दलाल स्ट्रीट के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स-निफ्टी पर देखने को मिल सकता है। एसएंडपी 500 में 2.95 पर्सेंट की गिरावट आई। यह 5872 के लेवल पर बंद हुआ।
डाऊ जोंस इंडस्ट्रीयल एवरेज 1123 अंक यानी 2.58 पर्सेंट का गोता लगाकर 42326 पर बंद हुआ। सबसे अधिक गिरावट 716 अंकों की नैस्डैक में देखने को मिली। नैस्डैक कंपोजिट 3.56 पर्सेंट का गोता लगाकर 19392 पर बंद हुआ।
नैस्डैक के लिए साल 2024 का दूसरा सबसे खराब दिन
एलन मस्क की कंपनी टेस्ला के शेयरों में भारी गिरावट आई। टेस्ला 8.28 फीसद टूट गया। यह गिरावट व्यापक बाजार में भारी गिरावट के साथ हुई, जिसमें नैस्डैक में 3.6% की गिरावट शामिल है, जो टेक-हैवी इंडेक्स के लिए साल 2024 का दूसरा सबसे खराब दिन था।
टेस्ला नवंबर में 38% की रैली से उबर रही है, जो जनवरी 2023 के बाद से इसका सबसे अच्छा मासिक प्रदर्शन और रिकॉर्ड पर इसका 10वां सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। फेडरल इलेक्शन कमीशन फाइलिंग के अनुसार, सीईओ एलन मस्क ट्रम्प के एक प्रमुख समर्थक थे, जिन्होंने मुख्य रूप से उनके अभियान प्रयास में $277 मिलियन डाले थे।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने दो दिवसीय फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की बैठक के बाद 2024 के लिए अपने आठवें और अंतिम मौद्रिक नीति निर्णय की घोषणा की। फेड ने अपनी बेंचमार्क ब्याज दर (25 बीपीएस) या एक चौथाई प्रतिशत अंक घटाकर 4.25-4.50 प्रतिशत कर दी। यूएस फेड अब 2025 के अंत तक केवल दो तिमाही-प्रतिशत-बिंदु दर में कटौती का अनुमान लगाता है, जो चार दर कटौती के अपने सितंबर के अनुमान से नीचे है।
दिन में सेंसेक्स 2000 से ज्यादा अंक टूटा
विदेशी निवेशकों की निकासी के बीच उपयोगिता, पूंजीगत उत्पाद और धातु शेयरों में बिकवाली से शेयर बाजार बुधवार को लगातार तीसरे दिन गिरकर बंद हुए सेंसेक्स 500 से अधिक अंक टूट गया, जबकि निफ्टी 24,200 अंक के स्तर से नीचे आ गया। बीते तीन दिन में सेंसेक्स 2000 से ज्यादा अंक टूट चुका है।
कारोबारियों ने कहा कि नीतिगत ब्याज दर में कटौती पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व का फैसला आने के पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया जिससे कारोबारी धारणा पर असर पड़ा। विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली से बाजार की अल्पावधि संरचना कमजोर हो गई है।