ऑपरेशन सिंदूर का असर: F-16 बनाने वाली कंपनी के शेयरों में जीरो रिटर्न, चीनी कंपनी को भी झटका
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान F-16 के मार गिराए जाने के दावों ने लॉकहीड मार्टिन को सीधे तौर पर प्रभावित किया है। इस घटना से ग्लोबल डिफेंस मार्केट में चीनी-अमेरिकी उपकरणों की क्षमता पर भी सवाल उठे हैं।

लॉकहीड मार्टिन का शेयर मई महीने में लगभग सपाट रहा। महज 0.97 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 482.38 डॉलर पर बंद हुआ। हैरानी की बात यह कि अप्रैल में इस शेयर ने 6.95 प्रतिशत की तेजी दर्ज की थी, जो पिछले छह महीनों की गिरावट के बाद एक बड़ी बढ़त थी। मई की शुरुआत में (12 मई को) शेयर में भारी बिकवाली देखी गई, हालांकि बाद में इसमें कुछ सुधार आया।
ऑपरेशन सिंदूर का असर
भारत के ऑपरेशन सिंदूर (7-10 मई) के दौरान पाकिस्तान ने F-16 जेट्स का इस्तेमाल किया, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने उन्हें रोक दिया। लाइव मिंट के मुताबिक विश्लेषकों का मानना है कि F-16 की इस विफलता से लॉकहीड मार्टिन की ऑर्डर बुक प्रभावित हो सकती है, क्योंकि दुनिया भर के ग्राहक इसकी क्षमता पर सवाल उठा रहे हैं।
पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा F-16 के इस्तेमाल को लेकर गलत दावे भी सामने आए। एक बार तो लॉकहीड मार्टिन को स्पष्टीकरण देना पड़ा कि वह भारत के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर रहा है।
चीनी कंपनी को भी झटका
F-16 के अलावा पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए J-10 फाइटर जेट्स बनाने वाली चीनी कंपनी AVIC चेंगदू के शेयर भी मई में 20 प्रतिशत गिरे।
क्या आगे संभलेंगे शेयर?
नकारात्मक पक्ष: प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड अविनाश गोरक्षकर के मुताबिक, भारत की वायु रक्षा के सामने F-16 की विफलता "अमेरिका और चीन दोनों के लिए बड़ा झटका" है। मार्केट को उम्मीद है कि आने वाले तिमाही नतीजों में लॉकहीड मार्टिन के ऑर्डर बुक पर असर दिखेगा।
सकारात्मक संकेत: लक्ष्मीश्री इन्वेस्टमेंट्स के अनशुल जैन का कहना है कि लॉकहीड मार्टिन का शेयर 480 डॉलर के स्तर पर स्ट्रांग सपोर्ट दिखा रहा है। अगर यह 530 डॉलर के रेजिस्टेंस को तोड़ता है, तो तेजी आ सकती है। उनका सुझाव है, "डिप पर शेयर खरीदना फायदेमंद हो सकता है"।
(डिस्क्लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)