इस सरकारी बैंक ने कर्ज की ब्याज दर में की कटौती, ₹35 पर है इसका शेयर
- बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती का निर्णय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पिछले सप्ताह भारतीय वस्तुओं के आयात पर 26 प्रतिशत शुल्क की घोषणा के बाद बढ़ती अनिश्चितताओं के बीच आया है।

सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने रेपो से संबद्ध ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है। बैंक ने शनिवार को यह जानकारी दी। बैंक ने बताया कि रेपो से संबद्ध कर्ज पर ब्याज दर को 0.25 प्रतिशत की कटौती के साथ 9.10 प्रतिशत से घटाकर 8.85 प्रतिशत कर दिया गया है। यह कटौती 12 अप्रैल, 2025 से प्रभावी होगी। बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की हालिया बैठक में नीतिगत दर रेपो को 6.25 प्रतिशत से घटाकर छह प्रतिशत करने का निर्णय लिया है।
इंडियन ओवरसीज बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती का निर्णय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पिछले सप्ताह भारतीय वस्तुओं के आयात पर 26 प्रतिशत शुल्क की घोषणा के बाद बढ़ती अनिश्चितताओं के बीच आया है।
बिकवाली मोड में है शेयर
इंडियन ओवरसीज बैंक के शेयर की बात करें तो यह बिकवाली मोड में है। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर 1.30% टूटकर 34.80 रुपये पर आ गया। यह शेयर 7 अप्रैल 2025 को 33.01 रुपये के निचले स्तर तक आया था। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो है। बीते साल मई महीने में शेयर की कीमत 75.45 रुपये पर थी, यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है।
कैसे रहे तिमाही नतीजे
बीते वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) का नेट प्रॉफिट 21 प्रतिशत बढ़कर 874 करोड़ रुपये रहा है। बैंक का गत वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में प्रॉफिट 723 करोड़ रुपये रहा था। तिमाही में बैंक की कुल आय सालाना आधार पर 7,437 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,409 करोड़ रुपये हो गई।
बैंक का परिचालन लाभ इस अवधि में सालाना आधार पर 1,780 करोड़ रुपये के मुकाबले मामूली बढ़कर 2,266 करोड़ रुपये हो गया। ब्याज आय भी चालू वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में बढ़कर 7,112 करोड़ रुपये हो गई। यह 2023-24 की इसी तिमाही में 6,176 करोड़ रुपये थी।