महंगाई की पिच पर सोना-चांदी के साथ खेल रहा प्याज, टमाटर पस्त
- Inflation: महंगाई के पिच पर प्याज सोना और चांदी के साथ बैटिंग कर रहा। जनवरी के मुकाबले सोने के भाव में जहां 35.56 प्रतिशत की उछाल दर्ज की गई वहीं, चांदी 30.89 प्रतिशत उछली। प्याज भी इसमें पीछे नहीं रहा। प्याज 30.42 प्रतिशत उछला।
सब्जियों और खाद्य वस्तुओं की कीमतों में कमी के चलते फरवरी में शहरी और ग्रामीण स्तर पर खुदरा महंगाई में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, महंगाई के पिच पर प्याज सोना और चांदी के साथ बैटिंग कर रहा। जनवरी के मुकाबले सोने के भाव में जहां 35.56 प्रतिशत की उछाल दर्ज की गई वहीं, चांदी 30.89 प्रतिशत उछली। प्याज भी इसमें पीछे नहीं रहा। प्याज 30.42 प्रतिशत उछला।
दूसरी ओर इस पिच पर जनवरी के मुकाबले फरवरी में अदरक, जीरा, टमाटर, फूलगोभी, लहसून पस्त हो गए। अदरक के भाव 38.81 प्रतिशत गिरे। जीरा 28.77 प्रतिशत टूट गया। टमाटर के भाव 28.51 प्रतिशत घट गए। फूलगोभी की कीमत 21.19 प्रतिशत और लहसुन 20.32 प्रतिशत सस्ता हो गया।
खाद्य महंगाई मई 2023 के बाद सबसे कम
खासकर खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर में जनवरी की तुलना में फरवरी में 2.22 प्रतिशत की बड़ी गिरावट देखी गई है। फरवरी में खाद्य महंगाई मई 2023 के बाद सबसे कम है। कारण, सब्जियों के दामों में सबसे ज्यादा कमी देखने को मिली है। सब्जियों में भी टमाटर, फूलगोभी की कीमतें में अच्छी गिरावट आई है। हालांकि, प्याज की कीमतों में बीते महीने भी कोई नरमी नहीं दर्ज की गई है।
दाल और मसाले भी हुए सस्ते
बीते महीने सब्जियों की कीमतों में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है, जिनका सूचकांक में 24.4 अंकों से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है। जनवरी में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में सब्जियों का औसत मूल्य सूचकांक 217.8 था जो फरवरी में गिरकर 193.4 प्रतिशत पर आ गया है। इसी तरह से दालों से जुड़े सूचकांक में 7.6, मसाले 1.9 और फूड एंड बेवरेज के सूचकांक में 3.3 प्रतिशत की कमी आई है।
उम्मीद से कम रही महंगाई दर
देश के प्रमुख अर्थशास्त्रियों और वित्तीय संस्थानों से फरवरी में महंगाई दर में कमी की उम्मीद जताई थी लेकिन इतनी नहीं। ब्लूमबर्ग समेत अन्य संस्थानों को अनुमान था कि महंगाई तक चार फीसदी से नीचे रहेंगी, लेकिन 3.9 प्रतिशत से ऊपर रहने का अनुमान लगाया था, लेकिन बुधवार को सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के हिसाब से महंगाई 3.61 प्रतिशत रही है, जो अनुमान से काफी कम है।
इसका मतलब है कि महंगाई कम होने से लोगों की जेब में बचत अधिक होगा। बचत का इस्तेमाल लोग अपनी दूसरी जरूरतों पर कर पाएंगे,जिससे अर्थव्यवस्था को गति देने में मदद मिलेगी। वहीं, सरकार पर भी महंगाई के मोर्चे पर दबाव कम होगा।
फरवरी में सबसे महंगे सामान
नारियल तेल 54.58
नारियल 41.61
सोना 35.56
चांदी 30.89
प्याज 30.42
महंगाई दर (प्रतिशत में)
सबसे गिरावट वाली पांच खाद्य वस्तुएं
अदरक -38.81
जीरा -28.77
टमाटर -28.51
फूलगोभी -21.19
लहसुन -20.32
महंगाई दर (प्रतिशत में)
अहम बातें
ग्रामीण क्षेत्रों में खुदरा महंगाई 3.79 फीसदी रही, जो जनवरी में 4.59 फीसदी थी।
शहरी क्षेत्रों में फरवरी की खाद्य महंगाई दर 3.32 फीसदी रही, जो एक महीने पहले 3.87 फीसदी रही थी।
फूड एंड बेवरेज की महंगाई जनवरी के 5.68 फीसदी की तुलना में फरवरी में 3.84 फीसदी रही।
खाद्य महंगाई दर (प्रतिशत में)
फरवरी 3.75
जनवरी 2025 5.97
दिसंबर 8.39
नवंबर 9.04
अक्टूर 0.87
सितंबर 9.24
अगस्त 5.66
जुलाई 5.42