पीरामल कैपिटल के पूर्व MD का कदम, इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में किया सैटलमेंट
समझौते की शर्तों में गलत तरीके से कमाई गई 24.74 करोड़ रुपये की राशि 12 प्रतिशत सालाना ब्याज के साथ संयुक्त रूप से देने की बात शामिल है।

पीरामल कैपिटल हाउसिंग फाइनेंस के पूर्व प्रबंध निदेशक खुशरू जिजिना, उनकी पत्नी बेनाइफर और ग्रेटडील फिनकंसल्ट ने इनसाइडर ट्रेडिंग के मामले का सैटलमेंट किया है। यह सैटलमेंट 43.55 करोड़ रुपये का हुआ है। यह मामला जिजिनास और उनकी सहयोगी कंपनी ग्रेटडील फिनकंसल्ट एडवाइजर्स के इनसाइडर ट्रेडिंग नियमों के कथित उल्लंघन से जुड़ा है। समझौते की शर्तों में गलत तरीके से कमाई गई 24.74 करोड़ रुपये की राशि 12 प्रतिशत सालाना ब्याज के साथ संयुक्त रूप से देने की बात शामिल है।
संशोधित सैटलमेंट शर्तों के तहत ग्रेटडील फिनकंसल्ट एडवाइजर्स ने स्वेच्छा से छह महीने के लिए सिक्योरिटीज मार्केट से दूर रहने का प्रस्ताव रखा है। बता दें कि आवेदकों (खुशरू, बेनाइफर और ग्रेटडील फिनकंसल्ट) ने तथ्यों को स्वीकार या अस्वीकार किए बिना सैटलमेंट प्रक्रिया के जरिये लंबित मामले को निपटाने का प्रस्ताव दिया था। उसके बाद सेबी का आदेश आया है।
ये है पूरा मामला
2019 में सेबी ने अप्रैल 2018 और मई 2019 के बीच पीरामल एंटरप्राइजेज के शेयर मूल्य में ट्रेडिंग की जांच की थी। सेबी के सबूतों से पता चला कि जून 2018 में बेनेफर जिजिना द्वारा प्रबंधित ग्रेटडील फिनकंसल्ट ने पिरामल वेलफेयर ट्रस्ट से 212.5 करोड़ रुपये का लोन लिया था। इस पैसे का इस्तेमाल पिरामल एंटरप्राइजेज के 8.5 लाख शेयर खरीदने में किया गया। नियामक आदेश में कहा गया है कि जब सेबी की न्यायिक प्रक्रिया चल रही थी, तब तीनों संस्थाओं द्वारा एक समझौता प्रस्ताव रखा गया था, जिसे नियामक के अधिकृत पैनल ने स्वीकार कर लिया था।
अपने इस पहले बॉन्ड के जरिए 300 मिलियन डॉलर जुटाए
पीरामल एंटरप्राइजेज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी पीरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड ने अपने पहले यूएस डॉलर-डिनॉमिनेटेड के बॉन्ड के जरिए 300 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर जयराम श्रीधरन ने कहा कि बैंक अब अपनी कुल देनदारियों में विदेशी उधारी की हिस्सेदारी बढ़ाकर 10-15 प्रतिशत करने पर विचार कर रहा है। जयराम श्रीधरन ने एक इंटरव्यू में कहा, "समय के साथ, मैं एक ऐसे बिंदु पर पहुंचना चाहता हूं, जहां हमारी देनदारियों का 10-15% 2-2.5 वर्षों में अंतरराष्ट्रीय उधार से आ रहा है।"