एक लाख करोड़ की भुजिया? शार्क टैंक इंडिया के जज अनुपम मित्तल ने इस डील के बाद किया पोस्ट
- सिंगापुर की इंवेस्टमेंट फर्म Temasek’s ने हल्दीराम स्नैक्स फूड्स (Haldiram Snacks Foods) में हिस्सा खरीदा है। जोकि एफएमसीजी सेक्टर की अबतक की सबसे बड़ी डील मानी जा रही है। इसी डील पर अनुपम मित्तल ने पोस्ट लिखा है।

शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India) के जज और युवा उद्यमी अनुपम मित्तल (Anupam Mittal) एक एक्स पोस्ट ने खूब सुर्खियां बटोर रहा है। उन्होंने 13 मार्च को एक्स पर लिखा, “एक लाख करोड़ की भुजिया? कमाल है इंडिया” यहां अनुपम मित्तल एक नई डील की तारीफ कर रहे हैं। बता दें, सिंगापुर की इंवेस्टमेंट फर्म Temasek’s ने हल्दीराम स्नैक्स फूड्स (Haldiram Snacks Foods) में हिस्सा खरीदा है। जोकि एफएमसीजी सेक्टर की अबतक की सबसे बड़ी डील मानी जा रही है। इसी डील पर अनुपम मित्तल ने पोस्ट लिखा है।
10 बिलियन का डॉलर का वैल्यूएशन
रिपोर्ट के अनुसार Haldiram Snacks Foods ने 10 बिलियन डॉलर (8500 करोड़ रुपये) के वैल्यूएशन पर कंपनी का हिस्सा बेचा है। इस डील से पता चलता है कि भारतीय कंपनियों का एफएमसीजी सेक्टर में कितना दबदबा है। साथ ही सेक्टर में कितनी संभावनाएं छिपी हुई हैं। बता दें, Temasek’s के अलावा ब्लैकस्टोन और अल्फावेव ग्लोबल भी 5 प्रतिशत हिस्सेदारी हल्दीराम में खरीदने को लेकर उत्सुक हैं। अगर डील हो जाती है तो एफएमसीजी सेक्टर में एक बड़ा विदेशी निवेश आ जाएगा।
हल्दीराम और Temasek’s के बीच 11 मार्च को डील हुई थी। Temasek’s ने कई अन्य दिग्गज कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए यह डील की है। बता दें, Temasek’s ने हल्दीराम स्नैक्स में 09 से 10 प्रतिशत हिस्सा खरीदा है।
FMCG सेक्टर का सबसे बड़ा निवेश
यह डील किसी विदेशी निवेशक के द्वारा FMCG सेक्टर में सबसे बड़ा निवेश है। किसी विदेशी इंवेस्टमेंट फर्म का कंपनी में पैसा लगाना बताता है कि देश के अंदर फूड और रिटेस स्पेस कितने तेजी के साथ बढ़ रहा है। भारत में बढ़ती आय और खपत के बीच दुनिया भर के निवेशकों के लिए यह एक बड़ा हॉटस्पॉट बन चुका है।
हल्दीराम में Temasek’s की हिस्सेदारी खरीदना उनकी लम्बी रणनीति का हिस्सा है। मार्च 2024 तक सिंगापुर की इंवेस्टमेंट फर्म का देश की अलग-अलग कंपनियों में कुल निवेश 37 अरब डॉलर का था। अगले 3 साल में फर्म 10 बिलियन डॉलर के निवेश की तैयारी में है। इस निवेश के साथ ही Temasek’s भारत के अंदर अपना पोर्टफोलियो हेल्थ और फूड टेक से अलग हटते हुए अन्य सेक्टर में भी बढ़ा रहा है।