शेयर बाजार में हाहाकार के बीच एक्सपर्ट ने कर दी भविष्यवाणी, इस लेवल पर पहुंचेगा बाजार
Stock Market Crash: भारतीय बाजार से विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी, कमजोर ग्लोबल संकेतों, अमेरिका और दुनिया की अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच संभावित ट्रेड वार पर बनी चिंताओं के चलते लगातार पांचवें सेशन में बाजार क्रैश हो गया।

Stock Market Crash: शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। भारतीय बाजार से विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी, कमजोर ग्लोबल संकेतों, अमेरिका और दुनिया की अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच संभावित ट्रेड वार पर बनी चिंताओं के चलते लगातार पांचवें सेशन में बाजार क्रैश हो गया। 24 फरवरी को भारतीय शेयर बाजार का बेंचमार्क-सेंसेक्स-800 अंक से अधिक टूट गया। बीएसई सेंसेक्स 856.65 अंक लुढ़क कर 74,454.41 और एनएसई निफ्टी 242.55 अंक टूटकर 22,553.35 अंक पर बंद हुआ। इससे निवेशकों को तगड़ा नुकसान हुआ है। इस बीच, सिटीग्रुप इंक ने भारतीय शेयरों को न्यूट्रल से 'ओवरवेट' में अपग्रेड कर दिया है।
सिटी ने क्या कहा?
बता दें कि यह रिपोर्ट ऐसे समय में आया है जब बेंचमार्क इंडेक्स अपने सितंबर के शिखर से लगभग 14% गिर गया है क्योंकि धीमी आर्थिक वृद्धि और निराशाजनक कमाई पर चिंताओं के बीच विदेशियों ने 23 बिलियन डॉलर के शेयर बेचे हैं। सिटी ने एक नोट में कहा, बेंचमार्क एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स दिसंबर के अंत तक 26,000 तक बढ़ सकता है। इसका मतलब है कि सोमवार के कारोबारी स्तर से लगभग 15% की बढ़त है। गोयल ने पिछले साल अगस्त में देश के शेयरों की कमाई के जोखिम के बीच सीमित बढ़त की सूचना दी थी। बिकवाली ने हाई वैल्यूएशन को कुछ हद तक कम कर दिया है, बेंचमार्क गेज अब अपने एक साल की आगे की कमाई के अनुमान के लगभग 19 गुना पर कारोबार कर रहा है, जबकि सितंबर में यह 21 गुना था। सोमवार को निफ्टी इंडेक्स 1% गिरकर 22,574 पर आ गया, जो जून 2024 के बाद सबसे निचला स्तर है। सिटी के लिए, फाइनेंस और पर्सनल केयर देश में प्रमुख क्षेत्रीय ओवरवेट में से एक है, जबकि पेंट और कंज्यूमर डिस्क्रीशन शेयरों पर अंडरवेट बना हुआ है।
इन शेयरों में आज गिरावट
सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से एचसीएल टेक, इंडसइंड बैंक, जोमैटो, टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और पावर ग्रिड के शेयर सबसे अधिक गिरावट में रहे। मारुति और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर में सबसे अधिक तेजी रही। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहे। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुक्रवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 3,449.15 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।