टाटा की कंपनी को मिला बड़ा लोन, क्या है प्लान, कहां होंगे पैसे खर्च, जानें डिटेल
- टाटा संस प्राइवेट की एक यूनिट ने ब्रिटेन की सबसे बड़ी बैटरी बनाने वाली फैसिलिटी बनाने के लिए 750 मिलियन यूरो (990.79 मिलियन डॉलर) के लोन पर साइन किए हैं।

टाटा संस प्राइवेट की एक यूनिट ने ब्रिटेन की सबसे बड़ी बैटरी बनाने वाली फैसिलिटी बनाने के लिए 750 मिलियन यूरो (990.79 मिलियन डॉलर) के लोन पर साइन किए हैं। इस महीने एग्राटास एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशंस प्राइवेट के लिए लगभग 15 बैंकों ने दो साल के ब्रिज लोन डील पर साइन किए हैं। यह डील इस साल किसी भारतीय कंपनी के लिए तीन सबसे बड़े फॉरेन करेंसी लोन में से एक है।
क्या है डिटेल
इस महीने एग्रेटास एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के लिए करीब 15 बैंकों ने दो साल के ब्रिज लोन डील पर हस्ताक्षर किए हैं। ईटी ने सोर्स के हवाले से बताया कि यह डील इस साल किसी भारतीय कंपनी के लिए तीन सबसे बड़े फॉरेन करेंसी लोन में से एक है। दो साल के कर्ज की कीमत स्टर्लिंग ओवरनाइट इंडेक्स एवरेज या सोनिया से अधिक के प्रसार पर तय की गई है और डील पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह ऋण ऐसे समय में आया है जब वैश्विक वित्तीय बाजार टैरिफ वृद्धि के कारण उथल-पुथल में हैं।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय उधारकर्ताओं द्वारा फॉरेन करेंसी लोन पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 23% बढ़कर 6.6 बिलियन डॉलर हो गया है। टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एग्राटास भारत और यूके में स्थित कारखानों के साथ बैटरी सेल विकसित करती है। कंपनी ने पिछले साल एक विज्ञप्ति में कहा था कि यह कारखाना यूके में सबसे बड़ा होगा और 2030 के दशक की शुरुआत तक देश के ऑटोमोटिव क्षेत्र के लिए आवश्यक अनुमानित क्षमता का लगभग आधा हिस्सा प्रदान करेगा।