देसी और अंग्रेजी शराब पर टैक्स बढ़ा, लेकिन झूम रहे इन कंपनियों के शेयरहोल्डर्स
टैक्स बढ़ने पर आमतौर पर शराब कंपनियों के शेयर गिरते हैं, लेकिन आज GM ब्रेवरीज चमकी क्योंकि उसकी देसी शराब पर IMFL जैसा भारी टैक्स नहीं लगा। सुला चमकी क्योंकि वाइन टैक्स-मुक्त रही। बीयर कंपनियों के भी शेयर चढ़े।

महाराष्ट्र सरकार ने आज भारतीय विदेशी शराब (IMFL) पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी। इससे जहां यूनाइटेड स्पिरिट्स जैसी कंपनियों के शेयर 6% तक गिरे, वहीं GM ब्रेवरीज 18% चढ़कर ₹846 और सुला वाइनयार्ड्स 7.61% चढ़ कर ₹320 पर ट्रेड कर रहे थे। इन कंपनियों के शेयरहोल्डर्स झूम रहे हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि दोनों कंपनियों को इसी टैक्स बढ़ोतरी से फायदा होने की उम्मीद है। आखिर क्यों?
GM ब्रेवरीज: देसी शराब का 'राजा' बना रहेगा
महाराष्ट्र सरकार ने देसी शराब पर भी टैक्स बढ़ाया है। यह ₹180 से बढ़कर ₹205 प्रति प्रूफ लीटर हो गया है। इसके बावजूद GM ब्रेवरीज के शेयर चढ़े क्योंकि कंपनी महाराष्ट्र में बनी शराब बेचती है, जिस पर IMFL जितना भारी टैक्स नहीं लगा।
कंपनी की 2025 रिपोर्ट के मुताबिक GM ब्रेवरीज पूरे महाराष्ट्र में देसी शराब पर कुल एक्साइज ड्यूटी का 25 से 30% अकेले भरती है। बाजार को उम्मीद है कि टैक्स बढ़ने से भी लोग सस्ती देसी शराब खरीदेंगे, जिससे GM को फायदा होगा।
सुला वाइनयार्ड्स: वाइन पर टैक्स नहीं बढ़ा
सुला के शेयर लंबे समय से सुस्त पड़े थे, पर आज उछल गए। वजह साफ है सरकार ने वाइन पर कोई टैक्स नहीं बढ़ाया। महाराष्ट्र भारत का सबसे बड़ा वाइन उत्पादक राज्य है, और सुला यहां की अगुआ कंपनी।हालांकि शेयर अभी भी अपने सबसे ऊंचे स्तर से 40% नीचे हैं, लेकिन आज की खबर से निवेशकों को राहत मिली।
बीयर कंपनियों को भी मिला सपोर्ट
यूनाइटेड ब्रेवरीज (किंगफिशर बीयर बनाने वाली) के शेयर भी चढ़े। कारण यह है कि बीयर पर भी टैक्स नहीं बढ़ा। बाजार को उम्मीद है कि महंगी IMFL शराब छोड़कर लोग प्रीमियम बीयर की तरफ रुख करेंगे।
(डिस्क्लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)