यूपीआई ने वीजा और मास्टर कार्ड को पीछे छोड़ते हुए बनाया नया कीर्तिमान
UPI Transaction: डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में यूपीआई ने वीजा और मास्टर कार्ड को पीछे छोड़ते हुए नया कीर्तिमान बनाया है। मई में UPI से ₹25.14 लाख करोड़ का लेनदेन हुआ, जो देश में सभी कार्ड को मिलाकर हुए लेनदेन से करीब 12 गुना अधिक है।

डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में यूपीआई ने वीजा और मास्टर कार्ड को पीछे छोड़ते हुए नया कीर्तिमान बनाया है। मई महीने में UPI से ₹25.14 लाख करोड़ का लेनदेन हुआ, जो देश में सभी कार्ड को मिलाकर हुए लेनदेन से करीब 12 गुना अधिक है। मई 2025 में यूपीआई से रिकॉर्ड 18.68 अरब ट्रांजेक्शन हुए, जिनके जरिए 25.14 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ। अप्रैल में यह आंकड़ा 23.94 लाख करोड़ रुपये था। रकम के लेनदेन में मासिक आधार पर पांच प्रतिशत और सालाना आधार पर 23 प्रतिशत की बढ़त देखी गई।
क्रेडिट और डिबेट कार्ड पिछड़े
वहीं, वीजा और मास्टर जैसे अंतरराष्ट्रीय कार्ड नेटवर्क के माध्यम से क्रेडिट कार्ड के जरिए मार्च 2025 में ₹2.01 लाख करोड़ का लेनदेन हुआ, जो फरवरी 2025 के ₹1.67 लाख करोड़ से अधिक था। अप्रैल में इस आंकड़े में गिरावट आई और यह 1.85 लाख करोड़ रुपये रहा। हालांकि, मई के आंकड़े अभी उपलब्ध नहीं हो पाए हैं। उधर, डेबिट कार्ड के माध्यम से मार्च 2025 में ₹0.39 लाख करोड़ का लेनदेन हुआ, जो फरवरी 2025 के ₹0.34 लाख करोड़ से अधिक था।
सबसे बड़ा पेमेंट प्लैटफार्म बनने की ओर UPI
वर्तमान में दैनिक लेनदेन संख्या के मामले में वीजा आगे है, लेकिन यूपीआई यहां भी जल्द आगे निकल सकता है। मई की शुरुआत में यूपीआई ने रोजाना लगभग 63 करोड़ लेनदेन दर्ज किए थे, जो जून में बढ़कर 65 करोड़ तक पहुंच गए हैं। इसकी तुलना में वीजा ने मार्च तिमाही में रोजाना औसतन 67.4 करोड़ लेनदेन दर्ज किए थे।
सबसे तेज वृद्धि
यूपीआई ने सिर्फ रकम लेनदेन के मामले में ही वीजा कार्ड को पीछे नहीं छोड़ा है, बल्कि इसकी वृद्ध भी इससे चार गुना ज्यादा रही है। यूपीआई से लेनदेन में 5-7 फीसदी की वृद्धि हर महीने दिख रही है, जबकि सालाना वृद्धि 40 फीसदी रही। इसके मुकाबले वीजा कार्ड की सालाना वृद्धि 10 फीसदी ही रही है। सरकार आने वाले समय में यूपीआई से रोजाना एक अरब लेनदेन का लक्ष्य रखा है।
यूपीआई के मासिक लेनदेन आंकड़े (लाख करोड़ में)
जनवरी 23.48
फरवरी 21.96
मार्च 24.77
अप्रैल 23.95
मई 25.14