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दिल्ली के बेहतरी के दिन शुरू हुए; ओखला लैंडफिल साइट पर पहुंचकर ऐसा क्यों बोलीं सीएम रेखा गुप्ता

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, पिछली सरकारों ने कूड़े के पहाड़ों को दिल्ली की पहचान बना दिया था, लेकिन आज हमारी सरकार ने चार एकड़ जमीन से कूड़े का अंबार हटाकर ये साबित कर दिया है अब हालात बदल रहे हैं।

Sourabh Jain एएनआई, नई दिल्लीFri, 6 June 2025 07:02 PM
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दिल्ली के बेहतरी के दिन शुरू हुए; ओखला लैंडफिल साइट पर पहुंचकर ऐसा क्यों बोलीं सीएम रेखा गुप्ता

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शुक्रवार की देर शाम ओखला लैंडफिल साइट पहुंची। जहां पर उन्होंने आठ हजार बांस के पौधे लगाने का वृक्षारोपण अभियान शुरू किया। इसके बाद अब इस लैंडफिल साइट पर अगले दो महीने में चरणबद्ध तरीके से 50 हजार से अधिक बांस के पौधे लगाते हुए हरित चारदीवारी बनाई जाएगी। दरअसल दिल्ली नगर निगम प्रशासन द्वारा शहर की तीनों प्रमुख लैंडफिल साइट पर बांस के पौधे लगाते हुए जैव खनन के माध्यम से 25 से 30 सालों से मौजूद पुराने कचरे का निस्तारण किया जा रहा है।

इस अवसर पर सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि ओखला लैंडफिल साइट पर मौजूद कचरे के पहाड़ों से 57 मीट्रिक टन कचरा हटाया जा चुका है, और बाकी बचा कचरा भी अगले साल मार्च तक साफ कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि फिलहाल खाली की गई जमीन पर करीब 8 हजार बांस के पौधे लगाए गए हैं, क्योंकि ये ना केवल बहुत तेजी से बढ़ते हैं, बल्कि काफी मात्रा में ऑक्सीजन भी देते हैं। साथ ही सीएम ने कहा कि इस साइट के पूरी तरह साफ होने के बाद यहां इलाके के लोगों के लिए जरूरी किसी प्रोजेक्ट को लगाया जाएगा। गुप्ता ने कहा कि दिल्ली के बेहतरी के दिन शुरू हुए हैं, दिल्ली विकसित दिल्ली की ओर आगे बढ़ रही है।

बांस का पौधा दिल्ली के लिए उपयोगी: उपराज्यपाल

इस अवसर पर उपराज्यपाल ने कहा कि दिल्ली में पिछले तीन वर्षों में एक लाख 70 हजार बांस के पौधे लगाए गए हैं। बांस का पौधा दिल्ली के प्रदूषण को देखते हुए काफी उपयोगी है, क्योंकि बांस 30 प्रतिशत तक अधिक ऑक्सीजन का उत्सर्जन करता है। उन्होंने कहा कि बांस के पौधे को ज्यादा रखरखाव की आवश्यकता नहीं होती और यह थोड़े से पानी में भी काफी तेजी से बढ़ता है। ओखला लैंडफिल साइट में लगाए गए यह पौधे आठ से नौ महीनों में 20 फुट तक पहुंच जाएंगे। बांसेरा पार्क में तीन फीट के बांस के पौधे लगाए थे जो कि डेढ़ साल में 40 -42 फीट के हो गए। बांस की एक खास बात यह है कि अगर इस जमीन का उपयोग और किसी कार्य के लिए करना है तो बिना किसी मंजूरी के इसे काट सकते हैं। ओखला का यह क्षेत्र जल्द हरित क्षेत्र में बदल जाएगा।

'60 मीटर से घटकर 30 मीटर तक पहुंचे कचरे के पहाड़'

इस प्रोजेक्ट के बारे में ANI से बात करते हुए सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, ‘मैं ओखला लैंडफिल साइट पर आई हूं और मैं यह बताना चाहूंगी कि यह लैंडफिल साइट जो 62 एकड़ में फैली है, जिसकी ऊंचाई 60 मीटर थी, आज लगभग यह 30 मीटर में पहुंच गई है। हम यहां से 57 मीट्रिक टन कचरा पहले ही हटा चुके हैं और अब लगभग 30 मीट्रिक टन कचरा बचा हुआ है। डबल मशीनें हमनें लगाईं, लगभग 25 हजार मीट्रिक टन कचरा रोजाना यहां से कचरे हटाया जा रहा है। आप देख रहे हैं कि इतना बड़ा हिस्सा खाली करके हमने आज यहां पर 8 हजार बांस के पौधे लगाए हैं।’

'पिछली सरकार वादे करते-करते खुद हट गई'

आगे उन्होंने कहा, 'दिल्ली के लिए इससे बेहतर और क्या उपहार हो सकता है, कि जिस कूड़े के पहाड़ को हटाने के झूठे वादे करते-करते पिछली सरकार खुद हट गई, आज आपको वह हटा हुआ दिखने लगा है। वह काम आज यहां हो रहा है, और वह भी लगातार। इसके लिए यहां हमने मशीनरी बढ़ाई, वर्किंग कैपेसिटी बढ़ाई, यहां के लिए एजेंसीस हायर कीं और उन्हें दिन रात काम करने की अनुमतियां दी।'

सीएम बोलीं- दिल्ली के बेहतरी के दिन शुरू हुए

आगे सीएम ने कहा, 'हमने लक्ष्य लिया है कि ये लैंडफिल साइट लगभग मार्च 2026 तक हम इसे साफ करने की स्थिति में आ जाएंगे और बहुत जल्द इस क्षेत्र के निवासियों को यहां पर एक खाली साइट जहां पर लोगों को हरे भरे बांस के पेड़ खड़े नजर आएंगे। जब इसके लिए प्लान बनेगा तो इस क्षेत्र के लिए जो भी जरूरी प्रोजेक्ट होगा, उसे हम लेकर आएंगे। दिल्ली के बेहतरी के दिन शुरू हुए हैं, दिल्ली विकसित दिल्ली की ओर आगे बढ़ रही है। हम अपने संकल्प को फिर दोहराते हैं कि दिल्ली के ये कूड़े के पहाड़ जो दिल्ली पर कलंक हैं, लगातार घटेंगे और जल्द खत्म होंगे।'

'कचरे के इनट का इस्तेमाल सड़कें बनाने में हो रहा'

रेखा गुप्ता ने कहा, 'लाखों मीट्रिक टन कूड़ा हटाया जा चुका है। बाकी बचे कूड़े के लिए भी मशीनरी लगातार लगी हुई है। जो इनट बचता है, उस इनट को लगातार जो हमारे हाईवे बन रहे हैं, NHAI के माध्यम से उसको वहां हम डंप कर रहे हैं। ताकि पूरी तरह से यह कूड़ा खत्म हो सके। आज यहां बांस को लगाया गया है। बांस जो अच्छी ऑक्सीजन और हरियाली देता है, बहुत जल्दी बढ़ता है। ये दिल्ली के लिए एक सपना साकार होने जैसी बात है। ये जो जमीन खाली हुई है, इस पर इस शहर के लिए एक बेहतरीन प्रोजेक्ट को लाया जाएगा, जो जनता के काम आएंगे। दिल्ली को खूबसूरत करना है, दिल्ली को बेहतर करना है।'

इस मौके पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, महापौर राजा इकबाल सिंह, दक्षिणी दिल्ली के सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी, निगम आयुक्त अश्विनी कुमार व निगम के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।