संकट में फंसी कंपनी ने लगाई गुहार, ₹7 पर आ गया शेयर, अब आगे क्या?
- Vodafone Idea Ltd Share: वोडाफोन आइडिया (Vi) के शेयर आज बुधवार को कारोबार के दौरान फोकस में हैं। कंपनी के शेयर आज 1% से अधिक गिर गए हैं। कंपनी के शेयर की कीमत 7.07 रुपये है।

Vodafone Idea Ltd Share: वोडाफोन आइडिया (Vi) के शेयर आज बुधवार को कारोबार के दौरान फोकस में हैं। कंपनी के शेयर आज 1% से अधिक गिर गए हैं। कंपनी के शेयर की कीमत 7.07 रुपये है। बता दें कि दूरसंचार विभाग (DoT) से अनुरोध किया है कि उसे 2021 से पहले नीलामी में प्राप्त कुछ स्पेक्ट्रम को सरेंडर करने की अनुमति दी जाए, जिससे मार्च 2015 की स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए उसकी बैंक गारंटी (BG) की आवश्यकता 6,091 करोड़ रुपये से घटकर 2,900 करोड़ रुपये हो जाएगी। वित्तीय कठिनाइयों का सामना कर रही कंपनी वीआई ने दूरसंचार विभाग के सचिव नीरज मित्तल को लिखे पत्र में बताया कि वह 2015 में स्पेक्ट्रम खरीद से हुई कमी को पूरा करने के लिए 6,091 करोड़ रुपये का बीजी या 5,493 करोड़ रुपये नकद नहीं दे सकती।
कंपनी के शेयरों के हाल
संकट में फंसी कंपनी के शेयर लगातार निगेटिव में हैं। इस साल अब तक वीआई के शेयर 12% डाउन हुए हैं। पांच दिन में यह शेयर 5% और छह महीने में 32% तक गिरा है। सालभर में कंपनी के शेयर 47% लुढ़क गया है। हालांकि, पिछले पांच साल में इसका रिटर्न 120% का है। हाल की रिपोर्ट के मुताबकि, ब्रोकरेज फर्म MOFSL ने शेयर पर 5 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। वहीं, कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने शेयर पर 7 रुपये का उचित टारगेट प्राइस रखा है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने शेयर पर 8 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया था। जेएम फाइनेंशियल ने हाल ही में वोडाफोन आइडिया के शेयर पर 9 रुपये का टारगेट प्राइस सेट किया है।
एनालिस्ट की राय
जेएम फाइनेंशियल के अनुमान के अनुसार, मार्च 2026 में वीआई को 29,100 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा, साथ ही वार्षिक विनियामक भुगतान वित्त वर्ष 27 से और बढ़कर वित्त वर्ष 31 तक लगभग 43,000 करोड़ रुपये प्रति वर्ष तक पहुंचने की उम्मीद है। दिसंबर में समाप्त तिमाही तक, वीआई का समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) बकाया 70,000 करोड़ रुपये था, जबकि इसका नकद भंडार सिर्फ 12,090 करोड़ रुपये था। हाल ही में, सरकार ने तीनों निजी दूरसंचार ऑपरेटरों- रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वीआई के पिछले स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए बैंक गारंटी (बीजी) में लगभग 33,000 करोड़ रुपये माफ कर दिए। इस राहत का बड़ा हिस्सा, जो 24,800 करोड़ रुपये है, वीआई को लाभान्वित करता है।