बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पहले JEE Main और फिर BCECEB से होगा दाखिला
- बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पहले चरण की एडमिशन प्रक्रिया जेईई मेन व दूसरे चरण में बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा के अंकों के आधार पर होगी।

बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में जेईई मेन के आधार पर दाखिला होगा। वैसे छात्र-छात्राएं जिन्हें जेईई मेन के स्कोर पर एनआईटी में कंप्यूटर साइंस सहित अच्छे ट्रेड नहीं मिलेंगे, उनके लिए बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में बेहतर ट्रेड में एडमिशन लेने का मौका है। पहले की तुलना में बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों की स्थिति बेहतर हुई है। बेहतर प्लेसमेंट भी हो रहा है। ऐसे में छात्रों के लिए एडमिशन का बेहतर मौका है।
बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला दो तरीके से होगा। पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया जेईई मेन व दूसरे चरण में बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा के अंकों के आधार पर होगा। बीसीईसीईबी ने कहा है कि जेईई मेन में शामिल छात्र राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में नामांकन के लिए आवेदन करते हैं। वहीं, बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद की ओर से आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा में पीसीएम ग्रुप वाले छात्र भी राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन ले सकते हैं। लेकिन, छात्रों को या तो जेईई मेन में शामिल होना होगा या पीसीएम ग्रुप वाले छात्र बीसीईसीईबी की ओर से आयोजित प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। सत्र 2025-26 में 38 इंजीनियरिंग कॉलेजों के 13,675 सीटें पर दाखिला होना है। इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी गयी है। जल्द प्रवेश परीक्षा की तिथि जारी कर दी जाएगी।
संयुक्त मेधा सूची के आधार पर होगा एडमिशन
बीसीईसीई 2025 की संयुक्त मेधा सूची के आधार पर पीसीएम (भौतिकी, गणिम और रसायन शास्त्रत्त्) ग्रुप के अभ्यर्थियों का एडमिशन होगा। पीसीएम ग्रुप से मेधा सह विकल्प के अनुसार ऑनलाइन काउंसिलिंग कराया जाएगा। एनटीए के अनुसार इस बार बिहार से जेईई मेन के लिए 75 हजार से अधिक छात्रों ने आवेदन किया है।