JEE Main Session 2 Day 1 Analysis : फिजिक्स ट्रिकी, मैथ्स लेंदी, जानें कैसा रहा जेईई मेन एग्जाम
- JEE Main Session 2 Day 1 Analysis : जेईई मेन सेशन-2 की परीक्षा 2 अप्रैल बुधवार से शुरू हो गई। एक्सपर्ट्स के मुताबिक जेईई मेन सेशन-2 के पहले दिन फिजिक्स का सेक्शन थोड़ा ट्रिकी रहा।

JEE Main Session 2 Day 1 Analysis : जेईई मेन सेशन-2 की परीक्षा 2 अप्रैल बुधवार से शुरू हो गई। एक्सपर्ट्स के मुताबिक जेईई मेन सेशन-2 के पहले दिन फिजिक्स का सेक्शन थोड़ा ट्रिकी रहा। मैथमेटिक्स की कठिनाई का स्तर मध्यम था और यह सेक्शन लंबा था। केमिस्ट्री सेक्शन आसान था। कुल मिलाकर छात्रों के अनुसार जेईई मेन पेपर का स्तर मध्यम (मॉडरेट लेवल) था। सेशनल 1 की तुलना में यह पेपर अच्छी तरह से सेट किया हुआ और बैलेंस्ड था, जिसमें कॉन्सेप्चुअल और न्यूमेरिकल प्रश्नों का मिक्सचर शामिल था।
आकाश इनविक्टस के जेईई एक्सपर्ट रमेश बटलिश के मुताबिक फिजिक्स सेक्शन की कठिनाई का लेवल मध्यम था। मैकेनिक्स, इलेक्ट्रोस्टैटिक्स और करंट इलेक्ट्रिसिटी को ज्यादा वेटेज दिया गया। अध्यायों में किनेमेटिक्स, ग्रेविटेशन, रोटेशन मोशन, एसएचएम, लॉ ऑफ मोशन, मैग्नेटिज्म, रे ऑप्टिक्स, मॉडर्न फिजिक्स, वर्क पेपर एंड एनर्जी, हीट एंड थर्मोडायनेमिक्स शामिल थे। न्यूमेरिकल आधारित प्रश्न आसान थे। एनसीईआरटी के कक्षा 12वीं के अध्यायों से कुछ फैक्ट बेस्ड प्रश्न भी पूछे गए थे।
मैथमेटिक्स सेक्शन का लेवल भी मॉडरेट था। हालांकि यह लेंदी रहा। पेपर में कैलकुलस, कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री और ज्योमेट्री पर खास फोकस दिया गया था। कुछ छात्रों ने कहा कि वेक्टर और 3डी ज्योमेट्री के प्रश्न थे, लेकिन कठिन नहीं थे। कुछ प्रश्नों में कुछ लंबी कैलकुलेशन ने टाइम मैनेजमेंट को चैलेंजिंग बना दिया। लेकिन कुल मिलाकर कठिनाई का लेवल बैलेंस्ड था। न्यूमेरिकल वाले हिस्से में लंबी कैलकुलेशन थी।
मैथ्स और फिजिक्स के मुकाबले केमिस्ट्री का सेक्शन आसान रहा। आर्गेनिक केमिस्ट्री की तुलना में इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री को अधिक महत्व दिया गया था। जीओसी, एमाइन, एल्डिहाइड और कीटोन, केमिकल बॉन्डिंग, इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री, मोल कॉन्सेप्ट, कॉर्डिनेशन कम्पाउंड, लिक्विड सॉल्यूशन, एटोमिक स्ट्रक्चर, केमिकल काइनेटिक्स,ईथर और फिनोल, बायोमोलेक्यूल्स, एरिल और एल्काइल हैलाइड्स से प्रश्न पूछे गए। विभिन्न विषयों में प्रश्नों का वितरण आमतौर पर संतुलित था, कुछ अध्यायों पर ज्यादा फोकस था, जबकि अन्य पूरी तरह से नदारद थे।
रांची के तुपुदाना आयन डिजिटल जोन में बनाए गए एकमात्र सेंटर में परीक्षा दो पालियों में हुई। इसमें 90 प्रतिशत से ज्यादा उपस्थिति रही। परीक्षा के लिए 2000 के करीब छात्र पंजीकृत थे। परीक्षार्थियों ने बताया कि ओवरऑल प्रश्न मॉडरेट थे। हालांकि छात्रों ने गणित के प्रश्नों को लेंदी और अपेक्षाकृत कठिन बताया।
हालांकि कुछ छात्रों को जनवरी सत्र की अपेक्षा प्रश्न आसान लगे। कहा कि गणित में कैलकुलेशन वाले ज्यादा सवाल थे, जो कठिन थे। फिजिक्स के सवाल औसत थे। कॉन्सेप्ट आधारित सवाल व कुछ ट्रिकी सवाल भी थे। वहीं, सिद्धार्थ, पीयूष, सिमरन व ज्योति ने कहा प्रश्न ऑवरओल मॉडरेट थे।
विशेषज्ञ व चैंप स्क्वॉयर के शिक्षक विकास गुप्ता ने बताया कि पहले दिन का पेपर ओवरऑल मॉडरेट था।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से जेईई मेन सेशन-2 परीक्षा 2 से 9 अप्रैल तक 10 शिफ्टों में आयोजित की जा रही है। परीक्षा के लिए देश-विदेश के 331 शहरों में केंद्र बनाए गए हैं।
जेईई मेन परीक्षाएं खत्म होने के बाद दोनों सत्रों के बेस्ट एनटीए स्कोर के आधार पर स्टूडेंट्स की रैंक जारी की जाएगी। जेईई मेन परिणाम में पहले 2,50,000 रैंक हासिल करने वाले उम्मीदवार जेईई एडवांस टेस्ट के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे। जेईई एडवांस के जरिए आईआईटी में दाखिला मिलता है। आईआईटी एंट्रेंस जेईई एडवांस्ड भी वही दे सकेगा जिसके 12वीं में कम से कम 75 फीसदी मार्क्स होंगे। या फिर संबंधित बोर्ड एग्जाम में टॉप 20 परसेंटाइल उम्मीदवारों में से एक होंगे।