JEE Advanced Topper 2025: मुंबई के तीन लड़कों ने जेईई एडवांस्ड 2025 में किया कमाल, टॉप 15 में बनाई जगह
JEE Advanced 2025 Toppers: जेईई एडवांस्ड 2025 परीक्षा में मुंबई के तीन लड़कों ने कमाल कर दिया है। मुंबई के तीन लड़कों ने जेईई एडवांस्ड 2025 टॉप 15 में अपनी जगह बनाई है।

JEE Advanced Topper 2025: जेईई एडवांस्ड 2025 परीक्षा में मुंबई के तीन लड़कों ने कमाल कर दिया है। मुंबई के तीन लड़कों ने जेईई एडवांस्ड 2025 टॉप 15 में अपनी जगह बनाई है। इसमें पार्थ वर्तक (AIR 4), साहिल देओ (AIR 7) और अरनव निगम (AIR 11) शामिल हैं। इन सभी 17 वर्षीय टॉपर्स ने आईआईटी बॉम्बे से कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (CSE) को चुना है।
पार्थ वर्तक (ऑल इंडिया रैंक 4)
पार्थ वर्तक विले पार्ले के रहने वाले हैं। पार्थ वर्तक ने बताया कि "मैं रोजाना करीब 14 से 15 घंटे पढ़ाई करता था। प्रश्नपत्र को प्रैक्टिस करने से मुझे बहुत मदद मिली है।
पार्थ ने लीलावतीबाई पोदार हाई स्कूल से 10वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की है। इसके बाद जूनियर कॉलेज के लिए मारोल के नारायण ई-टेक्नो स्कूल में दाखिला लिया। उनकी तैयारी के दौरान मूल्यवान समय को बचाने के लिए, उनका परिवार अस्थायी रूप से कोचिंग सेंटर के पास शिफ्ट हो गया। पार्थ की माता का नाम मृणाल वर्तक है और वे एक डॉक्टर हैं। पार्थ के पिता मंदार वर्तक एक इंजीनियर हैं।
साहिल देव (ऑल इंडिया रैंक 7)
साहिल देव के लिए निरंतरता और अनुशासन ही सफलता की कुंजी हैं। साहिल ने नासिक से मुंबई शिफ्ट होकर, यहां मारोल के नारायण ई-टेक्नो स्कूल में दाखिला लिया। साहिल रोजाना सुबह 8 बजे से रात 11 बजे तक पढ़ाई करते थे, इस बीच वे सिर्फ 2 बार शॉर्ट ब्रेक लेते थे।
साहिल ने कहा कि "मुझे मेरे टीचर्स और वीकेंड टेस्ट पर पूरा विश्वास था। मेरी सफलता में इनकी बड़ी भूमिका है। साहिल के बड़े भाई वेदांत ने आईआईटी दिल्ली से कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग है और उन्होंने साहिल को जेईई की तैयारी के दौरान मेंटरशिप और प्रोत्साहन दिया। साहिल के पिता मुकेश देव एक मेकेनिकल इंजीनियर हैं।
अरनव निगम (ऑल इंडिया रैंक 11)
अरनव ने जेईई एडवांस्ड परीक्षा की तैयारी बहुत ही शांत और शालीनता से की। अरनव ने कहा कि रैंक और मार्क्स की चिंता किए बिना वे शांत मन से परीक्षा में शामिल हुए थे जिससे वे बहुत ही स्ट्रेस फ्री थे। अरनव गोरेगांव के रहने वाले हैं।
अरनव ने विब्बयोर हाई स्कूल से कक्षा 10वीं तक कि पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने चैतन्य अकैडमी से आगे की पढ़ाई की है। अरनव ने बहुत सारे साइंस ऑलंपियाड भी जीते हैं।