Relief: Two lakh ITI students promoted without examination राहत: बिन परीक्षा के पौने दो लाख आईटीआई छात्र हुए प्रोमोट, Career Hindi News - Hindustan
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राहत: बिन परीक्षा के पौने दो लाख आईटीआई छात्र हुए प्रोमोट

औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में दो वर्षीय पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। प्रथम वर्ष के आईटीआई छात्र सीधे दूसरे वर्ष में प्रोमोट हो जाएंगे। प्रशिक्षण महानिदेशालय भारत सरकार ने...

Alakha Ram Singh हिन्दुस्तान ब्यूरो, नई दिल्लीFri, 31 Dec 2021 09:11 PM
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राहत: बिन परीक्षा के पौने दो लाख आईटीआई छात्र हुए प्रोमोट

औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में दो वर्षीय पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। प्रथम वर्ष के आईटीआई छात्र सीधे दूसरे वर्ष में प्रोमोट हो जाएंगे। प्रशिक्षण महानिदेशालय भारत सरकार ने कोविड संक्रमण के बढ़ते खतरे के मद्देनजर यह निर्णय लिया है। डीजीटी की ओर से इस बाबत आदेश जारी कर दिया गया है। सरकार के इस आदेश का लाभ पौने दो लाख आईटीआई छात्रों को मिलेगा।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार, डीजीटी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सभी दो वर्षीय कोर्स के प्रथम वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को ट्रेड थ्योरी, वर्कशॉप कैलकुलेशन तथा एम्प्लोयाबिलिटी स्किल की आगामी कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट परीक्षा नहीं देनी होगी। सीबीटी की आगामी परीक्षा के लिए सभी छात्रों द्वारा जमा किये गए परीक्षा फीस को सेकंड ईयर की परीक्षा फीस में समायोजित किया जाएगा। इससे विद्यार्थियों को सेकंड ईयर में सीबीटी परीक्षा फीस जमा कराने की आवश्यकता नहीं होगी। फैसले के अनुसार सत्र 2020-22 के सभी प्रथम वर्ष के छात्र जो हाल में ही संपन्न हुई अखिल भारतीय व्यावसायिक परीक्षा के प्रैक्टिकल तथा इंजीनियरिंग ड्राइंग की परीक्षा में पास हैं, उन्हें फर्स्ट ईयर में पास घोषित कर सीधे सेकंड ईयर में प्रमोट कर दिया गया है।

प्रोमोटी छात्रों के सेकंड ईयर की कक्षाएं तीन जनवरी 2022 से शुरू होगी। सत्र 2018-20 और 2019-21 के छात्र जो फर्स्ट ईयर के विषयों की आगामी सप्लीमेंट्री परीक्षा का इंतजार कर रहे थे, उन्हें भी उन विषयों में पास घोषित कर दिया गया है। इन सभी विद्यार्थियों के राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रमाण पत्र के लिए फाइनल मार्कशीट में ट्रेड थ्योरी, वर्कशॉप कैलकुलेशन और एम्प्लोयाबिलिटी स्किल के अंक उन्हें इंजीनियरिंग ड्राइंग, प्रैक्टिकल तथा फॉर्मेटिव एसेसमेंट में प्राप्त अंको के आधार पर दिया जाएगा। बिहार राज्य प्राइवेट आईटीआई प्रगतिशील संघ के महासचिव डॉ. दीपक कुमार ने कहा कि संघ की ये पुरानी मांग थी। संघ के दबाव में ही डीजीटी ने यह निर्णय लिया है जो स्वागतयोग्य है। कॉन्फेडरेशन ऑफ प्राइवेट आईटीआई एसोसिएशन डीजीटी के इस फैसले का स्वागत करता है।