BCCI एपेक्स काउंसिल की मीटिंग में बड़ा फैसला, जीत के जश्न के लिए बनेंगे नियम; घरेलू सीजन का शेड्यूल आया सामने
बीसीसीआई ने शनिवार को अपनी 28वीं शीर्ष परिषद बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए। बेंगलुरु हादसे से सबक लेते हुए बीसीसीआई ने जीत के जश्न के लिए दिशानिर्देश तैयार करने हेतु समिति गठित की।

बीसीसीआई की शीर्ष परिषद ने शनिवार को अपने सचिव देवजीत सैकिया की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया जो रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की जीत के जश्न के दौरान हाल ही में बेंगलुरु में हुई भगदड़ जैसी घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से दिशानिर्देश तैयार करेगी।सैकिया के अलावा, बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और कोषाध्यक्ष प्रभतेज सिंह भाटिया समिति के अन्य सदस्य हैं, जो 15 दिनों के भीतर दिशानिर्देश तैयार करेंगे। चार जून को आरसीबी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास लगभग ढाई लाख लोग उमड़ पड़े थे, जिसमें भगदड़ के कारण 11 प्रशंसकों की मौत हो गई और 56 अन्य घायल हो गए।
बीसीसीआई ने एक बयान में कहा, ‘‘बेंगलुरु में जीत के जश्न के दौरान हुई घटना के मद्देनजर, शीर्ष परिषद ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से व्यापक दिशा निर्देश तैयार करने के लिए एक समिति गठित करने का फैसला किया है।’’ कर्नाटक उच्च न्यायालय ने भी मामले की जांच के लिए एकल न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) आयोग का गठन किया है। इस मामले में आरसीबी और राज्य क्रिकेट संघ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
घरेलू क्रिकेट को लेकर हुए ये बदलाव
शीर्ष परिषद की बैठक में फैसला किया कि 2025-26 रणजी ट्रॉफी 15 अक्टूबर से 28 फरवरी तक दो चरणों में एक संशोधित प्रारूप के साथ आयोजित की जाएगी, जिसमें मौजूदा दो टीमों के बजाय प्लेट समूह से एक टीम को रेलीगेट और एक को प्रमोट किया जाएगा। बीसीसीआई ने 2018-19 में रणजी ट्रॉफी में नौ टीमों को शामिल किया था। इसमें उत्तर पूर्व की टीम भी शामिल है। इससे हालांकि इस प्रतियोगिता में क्रिकेट की गुणवत्ता प्रभावित हुई।
मेघालय रणजी ट्रॉफी के पिछले सत्र में एलीट डिवीजन में खेला, लेकिन उसे सभी मैचों में हार का सामना करना पड़ा। बीसीसीआई के एक दस्तावेज में कहा गया, ‘‘सभी बहु-दिवसीय पुरुष टूर्नामेंट (सीनियर और जूनियर) में 2026-27 सत्र से एक टीम को प्रमोट किया जाएगा और एक टीम को रेलीगेट किया जाएगा।’’
लाल गेंद क्रिकेट में प्रारूप में बदलाव सभी आयु समूहों के बीसीसीआई टूर्नामेंटों पर लागू होगा। रणजी ट्रॉफी का पहला चरण 15 अक्टूबर से 19 नवंबर तक खेला जाएगा, जबकि दूसरा चरण 22 जनवरी से एक फरवरी तक चलेगा। नॉकआउट छह से 28 फरवरी तक खेले जाएंगे।
दलीप ट्रॉफी की क्षेत्रीय प्रारूप में वापसी हो गई है। और यह सत्र का पहला टूर्नामेंट होगा। इसका आयोजन 28 अगस्त से 15 सितंबर तक होगा। बीसीसीआई ने कहा, ‘‘टीम का चयन क्षेत्रीय चयन समिति द्वारा किया जाएगा।’’ ईरानी कप एक से पांच अक्टूबर तक खेला जायेगा। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (राष्ट्रीय टी20 प्रतियोगिता) सहित सभी एक दिवसीय प्रतियोगिताओं में प्लेट डिवीजन को फिर से शामिल किया गया है।
पिछले सत्र तक नॉकआउट चरण में टीमें क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल मैच खेलती थी, लेकिन इस सत्र से शीर्ष टीमों को सुपर लीग में तीन अतिरिक्त मैच मिलेंगे। ग्रुप ए और बी की शीर्ष टीम फाइनल में भिड़ेंगी। पिछले सत्र की सबसे निचली छह टीमें प्लेट ग्रुप का हिस्सा होंगी। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी को 26 नवंबर से 18 दिसंबर तक खेला जाएगा। इसके साथ ही सफेद गेंद के सभी टूर्नामेंटों में ग्रुप चरण में बराबरी पर रहने वाली टीमों में से आगे बढ़ने वाली टीम का फैसला नेट रन रेट के मुताबिक होगा।
न्यूजीलैंड के खिलाफ 11 से 31 जनवरी, 2026 तक होने वाली सफेद गेंद की सीरीज के संभावित स्थलों में हैदराबाद (पहला वनडे, 11 जनवरी), राजकोट (दूसरा वनडे, 14 जनवरी), इंदौर (तीसरा वनडे, 18 जनवरी, नागपुर (पहला टी20, 21 जनवरी, रांची (दूसरा टी20, 23 जनवरी), गुवाहाटी (तीसरा टी20, 25 जनवरी), विशाखापत्तनम (चौथा टी20, 28 जनवरी), तिरुवनंतपुरम (पांचवां टी20, 31 जनवरी) शामिल हैं।